मेला प्रशासन पर लगाया संतो के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप

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श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी स्थित चरण पादुका मंदिर में संतो ने कुंभ मेले पर चर्चा की और मेला प्रशासन के प्रति नाराजगी व्यक्त की। चर्चा के दौरान अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के उपाध्यक्ष महंत देवेंद्र सिंह शास्त्री महाराज ने कहा कि मेला प्रशासन द्वारा संतों को नाम मात्र का सहयोग मिल रहा है। मेला प्रशासन संतो के साथ सौतेला व्यवहार कर रहा है। जोकि सरासर गलत है। मेला प्रशासन को सभी 13 अखाड़ों को समान रूप से भूमि आवंटन कर मूलभूत सुविधाएं प्रदान करनी चाहिए। उन्होंने मांग की है कि जल्द से जल्द सभी अखाड़ों को भूमि आवंटित कर उन्हें बिजली, पानी, शौचालय आदि की व्यवस्था प्रदान की जाए। श्री पंचायती अखाड़ा नया उदासीन के सचिव महंत जगतार मुनि महाराज ने कहा कि मेला प्रशासन को सभी अखाड़ों को भूमि आवंटित करनी चाहिए। मेला प्रारंभ हो चुका है और व्यवस्था करने में बहुत कम समय रह गया है। इसीलिए सभी संतो को समान रूप से देखते हुए मेला प्रशासन भूमि आवंटित करे। जिससे किसी को भी असुविधा का सामना ना करना पड़े। उन्होंने कहा कि बाहर से आने वाले महामंडलेश्वरों के लिए जो महामंडलेश्वर नगर बसता है। उसमें भूमि आवंटित कर प्लाट वितरित किए जाएं। जिससे बाहर से आने वाले संत आपने टेंट शिविर जल्द से जल्द लगा सकें। श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के कोठारी महंत जसविंदर सिंह महाराज ने कहा कि मेला प्रशासन संतों की दिक्कतों को संज्ञान में लें। जैसे-जैसे मेला बढ़ रहा है संतो को भारी असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज ने संतों की मांगों को समर्थन करते हुए कहा कि सभी अखाड़ों को समान रूप से सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएंगी। इस अवसर पर मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्रपुरी, कोठारी महंत जसविन्दर सिंह, महंत पे्रमानंद, महंत केवल्यानंद, महंत व्यास मुनि, महंत जगतार मुनि, महंत शंकरानंद सरस्वती, श्रीमहंत दिनेश गिरी, श्रीमहंत रामरतन गिरी, महंत केशवपुरी, श्रीमहंत ओंकार गिरी, श्रीमहंत राधे गिरी, महंत नीलकंठ गिरी आदि संत मौजूद रहे।