गांधी आश्रम के स्वरूप को बदलकर किया जा रहा कब्जाने का प्रयास, करेंगे विरोध- संजय सैनी

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राजीव गांधी स्मृति मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय सैनी ने आरोप लगाया कि कुछ लोग अपने निजी स्वार्थ के चलते 1954 में निर्मित गाॅधी आश्रम को खुर्द-बुर्द करने का प्रयास कर रहे है,लेकिन वो गाॅधी आश्रम को खत्म नही होने देंगे। शुक्रवार को प्रैस क्लब में पत्रकारों से वार्ता के दौरान संजय सैनी ने आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ लोग अपर रोड़ स्थित गांधी आश्रम का स्वरूप बदलने का प्रयास कर रहे हैं। जिसे कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। पिछले लाॅकडाउन के दौरान गुपचुप तरीके से आश्रम की जमीन को कब्जा कर दीवार खड़ी कर दी। संजय सैनी ने कहा कि वे महात्मा गांधी की विचारधारा को मानने वाले हैं। गांधीवादी तरीके से ही गाॅधी आश्रम का स्वरूप बदलने के प्रयासों का विरोध करेंगे। अगर मामले को रोका नही गया तो दो अक्तूबर को महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने के बाद वे विरोध शुरू करेंगे। उन्होंने बताया कि अपर रोड़ स्थित गांधी आश्रम का स्वरूप बदलकर उसे व्यवसायिक रूप देने का प्रयास किया जा रहा है। जिससे वे आहत हैं। उन्होंने आश्रम का स्वरूप बदलने का प्रयास कर रहे लोगों से निवेदन करते हुए कहा कि यदि वे आश्रम का स्वरूप बनाए रखते हैं तो वे विरोध नहीं करेंगे। इस संबंध में वे पूर्व मुख्यमत्री हरीश रावत तथा पुलिस प्रशासन से भी गुहार लगाएंगे। उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि वहां सार्वजनिक उपयोग के लिए महात्मा गांधी की स्मृति में सभागार बनाया जाए। पत्रकारवार्ता के दौरान संजय सैनी ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व.राजीव गांधी एवं स्व.संजय गांधी से जुड़े अपने संस्मरणों को भी पत्रकारों से साझा किया तथा प्रैस क्लब अध्यक्ष व महामंत्री तथा सभी पत्रकारों को महात्मा गांधी का चित्र भेंटकर गांधीवादी विचारधारा का प्रसार करने का आह्वान भी किया। इस दौरान हरिनंदा सैनी, शिवनंदा सैनी, नीरज बिष्ट, कांग्रेस नेता राजीव गौड सहित कई लोग मौजूद रहे।