ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ यात्रियों से मनमाना किराया वसूले जाने पर किया प्रदर्शन

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किराए के नाम पर यात्रियों का शोषण

हरिद्वार। चारधाम यात्रा को लेकर ट्रेवल एजेंटों द्वारा वसूले जा रहे मनमाने दाम के खिलाफ बाहरी राज्यों से आए लोगों ने लघु व्यापार एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय चोपड़ा के नेतृत्व मे प्रदर्शन किया। । इस दौरान उन्होंने कहा कि किराए के नाम पर यात्रियों का शोषण किया जा रहा है। प्रदर्शन कर रहे लोगो ने आरोप लगाया कि यात्रा संचालन कर रही निजी कंपनियां वाहन किराए के नाम पर यात्रियों से बहुत अधिक किराया वसूल रही है। प्रदर्शनकारियो की ओर से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, व पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज से ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई। लघु व्यापार एसोसियेशन के अध्यक्ष संजय चोपड़ा और ट्रेवल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष गोपाल कृष्ण प्रधान गोविंद भवन प्रांगण पहुंचे। यहां चारधाम यात्रा को आए यात्रियों ने बताया कि यात्रा कराने के नाम पर कुछ लोग बहुत अधिक किराया मांग रहे हैं। तीर्थ यात्रियों ने आरोप लगाया उत्तराखंड सरकार द्वारा प्रचार प्रसार कर उत्तराखंड चारधाम यात्रा में बेहतर सुविधा के दावे किए जा रहे हैं। जबकि हरिद्वार में चारधाम यात्रा के पंजीकरण शिविर में बैठने तक की व्यवस्था के साथ-साथ मुलभूत सुविधाएं तक उपलब्ध नहीं है। संजय चोपड़ा ने कहा उत्तराखंड सरकार को प्राथमिकता के आधार पर उत्तराखंड चारधाम यात्रा में यात्रा करने वाले तीर्थयात्रियों के लिए किराया निर्धारित करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि डीजल, पेट्रोल के रेट बढ़ने के कारण बता कर तीर्थयात्रियों से अधिक वसूली नहीं की जा सकती है। सरकार प्रत्येक साधारण बस, एसी बस की प्रत्येक सवारी सीट का किराया निर्धारित करें और निर्धारित किए गए किराए में ही ट्रेवल वेबसाइट कमीशन एजेंट का कमीशन सम्मलित होना चाहिए। ट्रेवल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष गोपाल कृष्ण प्रधान ने कहा कि उत्तराखंड सरकार द्वारा वर्ष 2022 की चारधाम यात्रा किराया निर्धारित कर प्रत्येक पंजीकृत ट्रेवल व्यवसाई को सूची उपलब्ध कराई जानी चाहिए। जिससे तीर्थयात्री को असुविधा न हो। उन्होंने कहा स्थानीय प्रशासन द्वारा समय-समय पर चारधाम यात्रा की समीक्षा की जानी चाहिए। प्रदर्शनकारियों में उड़ीसा भुवनेश्वर से आए यात्रियों में भानु बामणी, मनकेश्वर पंडा,चंद्रप्रकाश बामणी,पाड़ी राय,आशुतोष घोष,नीरज मुखर्जी, विनती पंडा, शंकरनारायण बामणी,गीतांजलि बामणी,सरोज बामणी,त्रिलोचन बामणी,उर्मी बामणी, विमला सिंह राय आदि शामिल रहे।