जिलाधिकारी सी0 रविशंकर ने बृहस्पतिवार को जिला प्रशासन द्वारा आयोजित फेस बुक लाइव के माध्यम से ’’चैम्पियन ऑफ चेंज ’’ कार्यक्रम की दूसरी कड़ी में बोलते हुये कहा कि लगभग डेढ़ साल की अवधि में कोविड की चुनौती चली आ रही है। ऐसे में कोविड के नियमों का पालन करते हुये उद्योगों का संचालन अपने आप में एक चुनौती है, क्योंकि इन उद्योगों से दो लाख से अधिक कामगार जुड़े हुये हैं तथा इन उद्योगों से उत्पादित माल पूरे देश में किसी न किसी रूप में पहुंचता है। जिलाधिकारी ने ’’चैम्पियन आॅफ चेंज’’ कार्यक्रम में जनपद के औद्योगिक घरानों-हीरो मोटोकार्प, महिन्द्रा, आई0टी0सी0, विप्रो, अकुम्स, गोदरेज, रिलेक्सो, टी0सी0पी0एल0, हिन्दुस्तान लीवर, लोटस, एक्साइड, एवरेडी, इण्डो एशियन आदि का जिक्र करते हुये कहा कि इन्होंने जब जहां पर जैसी आवश्यकता हुई, उसके अनुसार अपना सहयोग आपदा के समय दिया है, जिसे वरदान की संज्ञा दी जा सकती है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में भी इनका महत्वपूर्ण योगदान है। कई स्कूलों को इन्होंने अंगीकार किया है। कफ्र्यू के समय जिन लोगों का रोजगार छिन गया था, उस समय इन्होंने ऐसे लोंगों की मदद के लिये एक पोर्टल संचालित किया, जिसमें पंजीकरण कराने पर योग्यता के अनुसार ऐसे लोगों को रोजगार भी मुहैया कराया गया। उन्होंने कहा कि चुनौती के समय प्रशासन के द्वारा सहयोग की अपेक्षा करने पर इन घरानों द्वारा तुरन्त सकारात्मक सहयोग देने से तात्कालिक उत्पन्न तनाव काफी कम हो जाता है। मैं इन्हें चैम्पियन आॅफ चेंज के रूप में देखता है। फेसबुक लाइव के माध्यम से आयोजित कार्यक्रम में अतिथि के रूप में उपस्थित ’’चैम्पियन आॅफ चेंज’’ अरूण सारस्वत, प्रेसीडेंट, सिडकुल इण्डस्ट्रियल एसोसिएशन ने बोलते हुये कहा कि सिडकुल में जितने भी उद्योग हैं, वे मानवीय कार्यों के लिये हमेशा बढ़-चढ़कर सहयोग करते हैं। सिडकुल इण्डस्ट्रिल एसोसिएशन प्रत्येक प्राकृतिक आपदाओं के समय सरकार व प्रशासन का भरपूर सहयोग करता रहा है। अरूण सारस्वत ने कहा कि महामारी के समय हमने निःशुल्क भोजन, ड्राई राशन, साबुन, सेनेटाइजर, मास्क, उपकरण आदि का वितरण करवाया। उन्होंने कहा कि अब तीसरी लहर की बात कही जा रही है, जिसके लिये हम पूर्व से ही तैयारी कर रहे हैं। इस पर जिलाधिकारी ने एसोसिएशन की प्रशंसा करते हुये कहा कि जनहित के कार्यों को देखकर भी लोगों को प्रेरणा मिलती है। ’’चैम्पियन आॅफ चेंज ’’कार्यक्रम में अतिथि के रूप में सिडकुल मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन आॅफ उत्तराखण्ड के अध्यक्ष हरेन्द्र गर्ग ने बोलते हुये कहा कि संकट के समय मदद करना हमारी परम्परा रही है। चाहे वह केदारनाथ की आपदा हो या कोविड की महामारी हमने हर मौके पर मदद की है। इस सहायता में छोटे उद्योगों की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उन्होंने आपदा की चुनौती के समय जिलाधिकारी रविशंकर द्वारा दिये गये सहयोग की भूरि-भूरी प्रशंसा की। लाॅक डाउन के समय की चुनौतियों का जिक्र करते हुये हरेन्दर गर्ग ने कहा कि ऐसे में फंसे हुये ट्रांसपोर्टरों के लिये भोजन की व्यवस्था, कामगारों को वेतन, होम आइसोलेशन में रहने वाले जरूरतमन्दों तक पका-पकाया भोजन पहुंचाना, पांच हजार राशन के किट रेट-टू-रेट लोगों तक पहुंचाना आदि चुनौतियों का सभी के सहयोग से अच्छी तरह सामना किया गया। उन्होंने कहा कि हमारी भावना सरकार के साथ सहयोग करने की है। जिलाधिकारी ने ’’चैम्पियन आॅफ चेंज’’कार्यक्रम में फार्मा एसोसिएशन का जिक्र करते हुये कहा कि प्रशासन को एसोसिएशन की ओर से हर समय पूरी मदद मिली है। उन्होंने कहा कि अम्बुजा ने भगवानपुर में सहयोग दिया है, आई0टी0सी0 ने भी काफी सहयोग दिया है तथा बाबा बर्फानी अस्पताल को 430 बेड इण्डस्ट्रीज की ओर से मिले हैं। इस मौके पर आमंत्रित अतिथियों ने जिलाधिकारी से उनकी दिनचर्या तथा आपदा प्रबन्धन के सम्बन्ध में भी जिज्ञासा भरे प्रश्न पूछे, जिनको उन्होंने बड़े ही सहज व सरल ढंग व्यक्त किया। इस मौके पर सी0 रविशंकर ने टोकन आॅफ रिस्पेक्ट के रूप में अतिथि अरूण सारस्वत,हरेन्द्र गर्ग को हरकीपैड़ी की तस्वीर व अपने हस्ताक्षर से युक्त मग भेंट किया। इस अवसर पर आर0एम0 सिडकुल गणपति सिंह रावत, मुख्य उद्यान अधिकारी नरेन्द्र यादव, महाप्रबन्धक जिला उद्योग केन्द्र सुश्री पल्लवी गुप्ता सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।