*दो लाख की नकदी व 11 मूर्ति बरामद,खुलासा करने वाली टीम को नकद ईनाम की घोषणा*
शहर की संभवतः सबसे बड़ी डकैती का खुलासा करते हुए पुलिस ने तीन बदमाशों को गिरफ्रतार करने का दावा किया है। पुलिस ने बदमाशों के कब्जे से शोरूम से लूटी गयी सफेद धातु की ग्यारह मूर्तियां, दो लाख सोलह हजार रूपए की नकदी, दो तमंचे, दो जिंदा कारतूस, एक बिना नंबर की मोटर साईकिल व दो नंबर प्लेट बरामद हुई हैं। गौरतबलहै िक गुरूवार 8जुलाई को शहर के मध्य दिनदहाड़े करोड़ों की डकैती की सनसनीखेज वारदात को आधा दर्ज बदमाशों ने अंजाम दिया था। पुलिस ने मामले के खुलासे के लिए एसटीएफ,एसओजी के साथ पुलिस टीम को तैनात किया ,टीम दो बदमाश व उन्हें शरण देने वाले रूड़की निवासी एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जबकि गैंग लीडर सहित पांच बदमाश अभी फरार हैं। जिनकी पुलिस तलाश कर रही है। घटना के खुलासे पर डीजीपी की ओर से पुलिस टीम को 20 हजार तथा डीआईजी गढ़वाल की और से 5 हजार तथा एसएसपी की और से ढाई हजार रूपए का नकद ईनाम देने की घोषणा की है।
ज्वालापुर कोतवाली में पत्रकारों को जानकारी देते हुए एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस. ने बताया कि घटना के खुलासे व बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए सीआईयू, एसटीएफ व जनपद के कई थानों की 10 टीमों को लगाया गया था। जांच में जुटी पुलिस टीमों ने लगभग पांच सौ सीसीटीवी फुटेज चेक करने के साथ आठ सौ लोगों की सीडीआर चेक की। बदमाशों की धरपकड़ के लिए अन्य राज्यों की पुलिस से भी संपर्क किया। वही पुलिस की टीमें अभी भी गैंग के दूसरे सदस्यों की गिरफ्तारी के प्रयास कर रही है। उसमें एसटीएफ, हरिद्वार एसओजी और ज्वालापुर पुलिस की टीमें यूपी और दिल्ली से लेकर हरियाणा तक डेरा डाले हुए हैं। प्रेस वार्ता करते हुए एसएसपी सेंथिल अवूदाई कृष्णा राज एस ने बताया कि आरोपियों में सचिन और गुड्डू पुत्र संजय निवासी गंगोह जिला सहारनपुर हिमांशु त्यागी पुत्र मामचंद निवासी जिला बुलंदशहर हंसराज सैनी और टिंकू पुत्र निर्मल सैनी निवासी बुढ़ाना जिला मुजफ्फरनगर हाल निवासी जिला पंचायत गेस्ट हाउस रुड़की हरिद्वार को गिरफ्तार किया गया है। इसमें हंसराज सैनी रुड़की में जिला पंचायत के गेस्ट हाउस में कर्मचारी है। जहां बदमाश अलग-अलग रास्तों से आए और वहां रुके जिला पंचायत गेस्ट हाउस में ही पूरी रणनीति बनाई गई। वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश अलग-अलग रास्तों से निकलते हुए दोबारा जिला पंचायत गेस्ट हाउस पहुंचे जहां उन्होंने पूरी रात बिताई और अगले दिन पुलिस की नाकेबंदी को चकमा देते हुए वह फरार हो गए। हालांकि पुलिस का दावा है कि अभी सिर्फ ढाई लाख रुपए नकदी और कुछ सफेद धातु के जेवरात बरामद किए गए हैं। एस एसपी ने बताया कि वारदात को अंजाम देने वाला बुलंदशहर का नामी सतीश चैधरी गैंग है जो पूरे नॉर्थ इंडिया में इस तरह की वारदातों को अंजाम देने के लिए जाना जाता है। फरार आरोपियों में सतीश चैधरी पुत्र महेंद्र निवासी थाना सलेमपुर जिला बुलंदशहर अमित उर्फ फौजी पुत्र किरण पाल निवासी थाना भवन शामली उत्तर प्रदेश संजय उर्फ राजू पुत्र तेजवीर निवासी ग्राम बसोदी थाना शिकारपुर जिला बुलंदशहर नितिन मलिक पुत्र सुरेंद्र सिंह निवासी ग्राम कुरमाली थाना शामली उत्तर प्रदेश और विकास उर्फ हिमांशु निवासी रोहिणी दिल्ली शामिल है एसपी ने बताया कि 5 टीमें अभी भी आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए लगी हुई है गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से दो तमंचे और दो जिंदा कारतूस भी बरामद किए गए हैं। एसएसपी ने बताया कि गैंग लीडर सतीश के खिलाफ दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखण्ड व यूपी में कई संगीन मामले दर्ज हैं। अन्य बदमाशों की आपराधिक पृष्टभूमि की जानकारी जुटायी जा रही है। फरार चल रहे बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। जल्द ही सभी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पत्रकारवार्ता के दौरान एसएपी सिटी कमलेश उपाध्याय, एसपी क्राईम प्रदीप कुमार राय, एएसपी विशाखा अशोक भदाणे, ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी चन्द्रचन्द्राकर नैथानी आदि पुलिस अधिकारी भी मौजूद रहे।