श्रद्वानंद वैदिक शोध संस्थान,गुरूकुल काॅगड़ी समविवि के अध्यक्ष एवं श्रीभगवान दास आदर्श संस्कृत महाविद्यालय के पूर्व चेयरमैन और प्रोफेसर सत्यदेव निगमालंकार ने पत्रकार वार्ता कर कहा कि प्राचार्य निरंजन मिश्र की गिरफ्तारी प्रकरण जांच की जाए। उन्होंने कहा कि इस मामले में कई अन्य और आरोपियों की भी गिरफ्तारी होगी। प्रभारी प्राचार्य की गिरफ्रतारी के विरोध में जारी छात्रों के आंदोलन को लेकर उन्होंने कहा कि संस्कृत के छात्रों को गुमराह कर धरने पर बैठाया गया, जो सरासर गलत है। बुधवार को प्रेस क्लब में वार्ता करते हुए सत्यदेव निगमालंकार ने कहा कि संस्कृत महाविद्यालय के मामले में प्रभारी प्राचार्य निरंजन मिश्र की गिरफ्तारी के बाद हरिद्वार में संस्कृत छात्रों का आंदोलन जारी है। महामंडलेश्वर रूपेंद्र प्रकाश और पुलिस प्रशासन के खिलाफ छात्र आंदोलनरत हैं। श्री भगवान दास आदर्श संस्कृत महाविद्यालय के पूर्व चेयरमैन सत्यदेव निगमालंकार ने कहा कि वह इस संस्था के पूर्व चेयरमैन रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि महाविद्यालय में नियुक्तियों को लेकर भी बड़ा खेल किया है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2012 में एक शिक्षक की फर्जी नियुक्ति हुई है। उसी शिक्षक के रिश्तेदार को भर्ती कराने के लिए वर्ष 2018 में भर्ती निकाली गई थी। उन्होंने कहा कि मामले में कई अन्य और आरोपी नामजद हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही सबके सामने मामला खुलकर आ जाएगा। आरोप लगाया कि उक्त महाविद्यालय प्राचीन अवधूत मण्डल आश्रम हरिद्वार की मातृसंस्था है और महामण्डलेश्वर स्वामी रूपेन्द्र प्रकाश बतौर प्रबंधक है,जो कि रिकार्ड में भी दर्शित है। लेकिन कुछ प्राध्यापक साजिश करके उनको खारिज करने का प्रयास कर रहे है। वही दूसरी ओर प्रभारी प्राचार्य डा. निरंजन मिश्र की गिरफ्तारी के विरोध में छात्रों ने बुधवार को भी धरना प्रदर्शन किया। धरने में उपस्थित सभी लोगों ने महाविद्यालय को बचाने हेतु महाविद्यालय भवन के बाहर मानव श्रृंखला बनाई। इस अवसर पर मुकुल पाण्डे, नरेश पोखरियाल, लक्ष्मण रिजाल, सुनील गहतोड़ी,लक्ष्मण कुकरेती, दीक्षित दुर्गापाल, ज्योति चैधरी, सौरभ जोशी, आशीष जोशी, सतीश पनेरू, नवीन प्रसाद, दीपक पाण्डे, दीपक सेमवाल, कमल गहतोड़ी आदि उपस्थित रहे।
2021-07-28