अपना टिकट परिवार को कैसे ट्रांसफर करे यह बात बहुत कम लोग जानते हैं ? यह सुविधा तब दी गयी थी जब कन्फर्म टिकट मिलना काफी मुश्किल होता थो. इसलिए रेलवे ने यात्रियों को ये सुविधा दे रखी है ,हालांकि ये सुविधा काफी समय से मौजूद है, लेकिन लोगों को इसके बारे में बहुत कम जानकारी है. हम आपको बताने जा रहे हैं कि आप रेलवे की इस सुविधा का कैसे फायदा उठा सकते हैं.
कोई यात्री अपना कन्फर्म टिकट अपने परिवार के किसी दूसरे सदस्य जैसे- पिता, माता, भाई, बहन, बेटा, बेटी, पति और पत्नी के नाम पर ट्रांसफर कर सकता है. इसके लिए यात्री को ट्रेन छूटने के 24 घंटे पहले एक रिक्वेस्ट देनी होती है. इसके बाद टिकट पर यात्री का नाम काटकर उस सदस्य का नाम डाल दिया जाता है जिसके नाम पर टिकट को ट्रांसफर किया गया है।
अगर यात्री कोई सरकारी कर्मचारी है और अपनी ड्यूटी के लिए जा रहा है तो वो ट्रेन छूटने के 24 घंटे पहले रिक्वेस्ट दे सकता है, ये टिकट उस व्यक्ति के नाम ट्रांसफर कर दिया जाएगा जिसके लिए रिक्वेस्ट की गई है. अगर किसी शादी में जाने वाले लोगों के सामने ऐसी स्थिति आती है तो शादी और पार्टी के आयोजक को 48 घंटे पहले जरूरी दस्तावेजों के साथ आवेदन करना होता है. ये सुविधा आपको ऑनलाइन भी मिल सकती है. यही सुविधा एन सीसी कैडेट्स को भी मिलती है।
भारतीय रेलवे के अनुसार टिकटों का ट्रांसफर सिर्फ एक बार ही किया जा सकता है, यानी अगर यात्री ने अपना टिकट एक बार किसी दूसरे व्यक्ति को ट्रांसफर कर दिया तो अब वो इसे नहीं बदल सकता, यानी अब किसी और को ये टिकट ट्रांसफर नहीं की जा सकती है। यहां हम बता रहे हैं कि किस तरह टिकट किसी और को ट्रांसफर कर सकते हैं।
कैसे करें रेल टिकिट ट्रांसफर?
1. टिकट का प्रिंट आउट निकालें।
2. निकटतम रेलवे स्टेशन के रिजर्वेशन काउंटर पर जाएं।
3. जिसके नाम पर टिकट ट्रांसफर करना है, उसका ID प्रूफ जैसे आधार या वोटिंग आईडी कार्ड लेकर जाना होगा।
4. काउंटर पर टिकट ट्रांसफर के लिए आवेदन करें।