हरिद्वार। थाना सिडकुल पुलिस ने दो अधिवक्ताओं के खिलाफ महिला अधिवक्ता की शिकायत पर नामजद मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार जिला एवं सत्र न्यायालय परिसर की महिला अधिवक्ता ने अपने सीनियर समेत दो अधिवक्ताओं पर व्हाट्सएप ग्रुप में गाली-गलौज और अभद्र टिप्पणी करने का आरोप लगाया है। पीड़ित महिला अधिवक्ता का कहना है कि बीते शनिवार को रोशनाबाद कोर्ट कैम्पस में किसी काम से आई थीं। आरोप है कि जब उन्होंने व्हाट्सएप ग्रुप खोला तो देखा कि अधिवक्ता विरेन्द्र प्रताप सिंह और उनकी जुनियर अधिवक्ता कविता वैभव ने ग्रुप पर उनके लिए भद्दे-भद्दे मैसेज किए हुए हैं। बताया कि ग्रुप में लगभग ढाई सौ सदस्य जुड़े हुए हैं। आरोप है कि विरेन्द्र प्रताप ने ग्रुप में सबके सामने अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया है जिससे मानसिक रूप से वह आहत हुई हैं। आरोप है कि पिछले पांच वर्षों से लगातार अधिवक्ता शारीरिक और मानसिक शोषण कर रहे थे। घर आते जाते पीछा किया जाता है। कार के सामने अपनी कार खड़ी कर दी जाती है। आरोप लगाया कि अधिवक्ता जबरन उनकी गाडी में बैठने की कोशिश करते हैं। जबकि अधिवक्ता का मोबाइल नंबर उसने ब्लाक किया हुआ है। आरोप है कि मैसेन्जर पर लगातार अलग-अलग आईडी से उसे और परिवार को अभद्र टिप्पणी की जाती है। अधिवक्ता की महिला साथी अधिवक्ता ने भी कई बार कोर्ट परिसर में अभद्र भाषा का प्रयोग किया। यह भी आरोप है कि वीडियो कॉल करके दोनों अधिवक्ता परेशान करते हैं। थाना प्रभारी एलएस बुटोला ने बताया कि अधिवक्ता विरेन्द्र प्रताप सिंह और उनकी जुनियर अधिवक्ता कविता वैभव के खिलाफ संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर लिया है।
2021-08-30