उत्पीड़न के खिलाफ मुखर हुए राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क में लगे आउटसोर्स कर्मचारी

Listen to this article

चीला

राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क में लगे आउटसोर्स कर्मचारी

उत्पीड़न के खिलाफ मुखर हो गए हैं। उत्पीड़न से परेशान होकर कर्मचारियों ने अपने ही विभाग के खिलाफ आंदोलन शुरू कर दिया है। धरना प्रदर्शन करते हुए अपने ही विभाग के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया।
मंगलवार को राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क के गौहरी रेंज कार्यालय परिसर में संविदा कर्मियों ने अपने ही विभाग के खिलाफ नारेबाजी कर धरना प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि कई महीनों से उनका पीएफ फण्ड उनके खाते में जमा नहीं किया जा रहा है। यही नहीं वन मंत्री के निर्देश के बावजूद राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क के निदेशक उन्हें उपनल में समायोजित करने में लेट लतीफी कर रहे हैं। ऐसे में कर्मचारियों का भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है। इन सभी समस्याओं से जूझते हुए मजबूरी में कर्मचारियों ने विभाग के खिलाफ आंदोलन का मन बनाया है। कर्मचारियों का कहना है कि यदि जल्दी ही उनकी मांगों का समाधान नहीं किया गया तो उनका आन्दोलन विभाग के खिलाफ और अधिक उग्र होगा। जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी विभाग व राजाजी के निदेशक की होगी। संविदा कर्मियों के समर्थन में धरना स्थल पहुँची जिला पंचायत सदस्य आरती गौड़ ने कर्मचारियों की समस्याओं के निदान को उन्होंने वन मंत्री हरक सिंह रावत को फोन पर मामले की पूरी जानकारी देकर अवगत कराया और आन्दोलनरत संविदा वनकर्मियों की मांगें पूरी करवाने को कहा। वन मंत्री से वार्ता के बाद आरती गौड़ ने बताया कि संविदा कर्मचारियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा उनकी जायज मांगे पूरी करवाई जाएगी। उन्होंने बताया कि मामले में वनमंत्री से वार्ता के लिए बुधवार के समय मिला है।उन्होंने राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क के निदेशक से भी फोन पर बात की है। पार्क निदेशक ने सकारात्मक कार्रवाई का भरोसा दिलाया है। धरना देने वालों में प्रमोद कुमार, दीपक सिंह, कृष्ण कुमार, अमन, विनोद, रामप्रसाद कुकरेती, दीपक, अजय, इंतजार अहमद, साहिल, अनिल सिंह, गुलाम रसूल, महेंद्र प्रसाद, विपिन, उत्तम सिंह, बलवंत सिंह, मयंक शर्मा, राहुल नौटियाल, आशीष भट्ट, आशीष गौड़ आदि थे।