गुरुद्वारा सन्त सागर बाउली साहिब गैंडीखाता में गुरु नानक देव के प्रकाश पर्व को समर्पित गुरुमत समागम का आयोजन किया गया। जिसमें सिक्ख पंथ के प्रसिद्ध कवि, कथा वाचकों ने गुरु महिमा और सिक्ख इतिहास से रूबरू कराया। साथ ही अमृतसर पंजाब से आये भाई बलदेव सिंह के सहयोगी कविशर जत्थे ने गुरु नानक देव की जीवनी और सिद्धांतों के बारे में प्रकाश डाला। हजूरी ज्ञानी गुरमीत सिंह के जत्थे ने गुरुबाणी कीर्तन से संगतों को निहाल किया। इस अवसर पर कारसेवा संत भूरीवाले बाबा कश्मीर सिंह और बाबा सुखविंदर सिंह द्वारा गुरु का लंगर लगाया गया। लंगर में दूर दराज से आये सिख श्रद्धालुओं ने सेवा कार्य किया। गुरमत समागम में सैकड़ों सिख संगतों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इस अवसर पर चंचल सिंह, गुरविंदर सिंह, अमरीक सिंह,अमरजीत सिंह, कर्म सिंह, गुरदेव सिंह सहित प्रबंधक कमेटी के सदस्य उपस्थित रहे।