हरिद्वार में कर्मचारियों ने हड़ताल कर रोष जताया
विभिन्न सरकारी बैंकों के निजीकरण के विरोध में बैंककर्मियों की ओर से आहूत दो दिवसीय हड़ताल के पहले दिन हरिद्वार में कर्मचारियों ने हड़ताल कर रोष जाहिर किया। इस दौरान बैंक कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने ऐलान किया कि किसी भी हाल में बैंकों का निजीकरण नहीं होने दिया जाएगा। जिलेभर की नौ बैंक यूनियनों के बैनर तले कर्मचारियों ने हड़ताल की। हड़ताल के चलते बैंकों में कामकाज ठप रहे। वहीं हड़ताल की जानकारी न होने के अभाव में बैंक पहुंचे ग्राहकों को निराश लौटना पड़ा। गुरुवार को बैंक कर्मचारियों ने हड़ताल कर चंद्राचार्य चैक के समीप पंजाब नेशनल बैंक की अहमदपुर ब्रांच के बाहर एकत्र होकर यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के बैनर तले विरोध प्रदर्शन किया। यूएफबीयू के जिला संयोजक राजकुमार सक्सेना ने दावा किया कि सरकार संसद के इसी सत्र में ऐसा कानून ला रही है, जिससे भविष्य में किसी भी सरकारी बैंक के निजीकरण का रास्ता साफ हो जाएगा। निजीकरण होने से सबसे अधिक दिक्कतें कर्मचारियों को ही होंगी। ऐसे में बैंक कर्मचारी और तमाम अधिकारी सरकार के खिलाफ लामबंद हैं। किसी भी हाल में बैंकों का निजीकरण नहीं होने दिया जाएगा। इसके लिए चाहे सड़कों पर उतरकर ही क्यों न आंदोलन करना पड़े। उन्होंने कहा कि दो दिवसीय देशव्यापी हड़ताल को सफल बनाने के लिए बैंक कर्मियों ने पूरा सहयोग किया है। हरिद्वार से सटे देहात व आसपास के बैंक कर्मचारियों ने हड़ताल करने के बाद चंद्राचार्य चैक पर पहुंचकर प्रदर्शन किया। अध्यक्षता गुंजन मिश्रा और संचालन राजकुमार सक्सेना ने किया।