जिस ध्वजदंड पर झंडा लगाया गया था, वह काफी कमजोर था
हरिद्वार में एक कार्यक्रम में बाबा रामदेव के ध्वजारोहण के दौरान झंडे का ध्वजदंड टूट गया। बाद में टूटे हुए हिस्से को उठाकर हाथ से रस्सी खोलनी पडी। यह वाका बहादराबाद के मुस्लिम बाहुल्य बोड्डाहेड़ी गांव के मदरसे में घटित हुआ।
पतंजलि योगपीठ में ध्वजारोहण के बाद बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय और मदरसा छात्रों के साथ बाबा रामदेव ने तिरंगा यात्रा निकाली। कई गांवों से गुजरने के बाद तिरंगा यात्रा बोड्डाहेड़ी गांव स्थित मदरसा पहुंची जहां बाबा रामदेव की ध्वजारोहण करना था। बाबा रामदेव ने झंडे की रस्सी खींची, लेकिन गलत गिरह लगने के कारण ध्वज नहीं खुला। बाबा रामदेव ने जोर से झटका मारा तो ध्वजदंड टूट गया। ध्वज रस्सी और आधे डंडे समेत नीचे आ गिरा। जिससे बाबा रामदेव सहित मौजूद सभी लोगों को असहज स्थिति का सामना करना पड़ा।
दरअसल, जिस ध्वजदंड पर झंडा लगाया गया था, वह काफी कमजोर था। इसलिए भी गिरह नहीं खुली और ध्वजदंड टूट गया। जिस समय हादसा हुआ, आसपास भारी संख्या में लोग मौजूद थे।(GS)