महान समाज सुधारक थे गुरु अमरदास जी-महंत रंजय सिंह
हरिद्वार। सिक्खों के तीसरे गुरु अमरदास जी का 544वां प्रकाश पर्व तीजी पातशाही तपस्थान, सतीघाट ,कनखल में सौल्लासपूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर श्रीगुरु ग्रंथ साहिब जी का अखंड पाठ का भोग लगाया गया अरदास की गई तथा अटूट लंगर का आयोजन किया गया जिसमें बड़ी तादाद में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। इस अवसर पर शब्द कीर्तन आयोजित किया गया। समस्त देशवासियों को गुरु अमरदास जी के प्रकाश पर्व की शुभकामनाएं देते हुए तीजी पातशाही तपस्थान के महंत रंजय सिंह महाराज ने कहा कि गुरु अमरदास जी एक महान समाज सुधारक और तपस्वी थे। उन्होंने पर्दा प्रथा के साथ-साथ सती प्रथा का भी विरोध किया और इन कुरीतियों को समाप्त कराने की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य किया। कनखल के सतीघाट में उन्होंने सती प्रथा को समाप्त करवाया और समाज में जात-पात और ऊंच-नीच का भेदभाव मिटाने के लिए लंगर प्रथा का व्यापक प्रचार प्रसार किया। तप स्थान की संचालिका श्रीमती बिन्निंदर कौर सोढ़ी ने कहा कि गुरु अमरदास जी सती घाट कनखल में 21बार गृहस्थ के रूप में तथा एक बार गुरु गद्दी प्राप्त होने के बाद गुरु के रूप में आए थे। उन्हें 73 साल की उम्र में 1552 में गुरु गद्दी प्राप्त हुई और वे 1574 तक 22 साल तक गुरु गद्दी पर विराजमान रहे। गुरु अमरदास का 95 साल की उम्र में पंजाब के गोइंदवाल में 1574 में निधन हुआ। इस अवसर पर ग्रंथी देवेंदर सिंह ने अरदास की और अखंड पाठ का भोग चढ़ाया। महंत रंजय सिंह,श्रीमती बिन्निंदर कौर सोढ़ी,इंद्रजीत सिंह,ग्रंथी देवेंदर सिंह,सरदार गजेंद्र सिंह ओबरॉय,सरदार मनजीत सिंह ओबरॉय, हरविंदर सिंह रिंकू, अवतार सिंह,परमिंदर सिंह गिल,मनमीत सिंह शेरे पंजाब वाले,कुलदीप सिंह,जगजीत सिंह शिव डेरी श्रीमती सरनजीत कौर,श्रीमती सरबजीत कौर, श्रीमती रविंदर कौर और साध संगत ने भाग लिया।
6 मई को गोष्ठी का आयोजन होगा
हरिद्वार। रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम कनखल, एम्स ऋषिकेश एवं आईएमए देहरादून के संयुक्त तत्वावधान में कल 6 मई को एक गोष्ठी का आयोजन करने जा रहा है, जिसमें एविडेंस बेस्ड इंटीग्रेटिव मेडिसिन पर विशेषज्ञ चर्चा करेंगे।.देशभर में चल रहे जी-20 और यूथ-20 कार्यक्रमों की श्रृंखला में इस गोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में डॉ बी एन गंगाधर,अध्यक्ष एमएआरबी, एनएमसी भारत सरकार पतंजलि रिसर्च इंस्टीट्यूट के उपाध्यक्ष और मुख्य वैज्ञानिक डॉ अनुराग वाषर्््णेय अपना उद्बोधन देंगे.। रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम के मेडिकल सुपरिटेंडेंट स्वामी डॉ दयाधिपानंद महाराज ने बताया कि एम्स ऋषिकेश एवं दिल्ली के डायरेक्टर डॉक्टर मीनू सिंह एवं डॉक्टर एम श्रीनिवास,समाजसेवी विकास गर्ग सहित जनपद के जिलाधिकारी भी मौजूद रहेंगे। रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम के सचिव स्वामी विश्वेशानंद ने बताया कि इस गोष्ठी में भारतीय पारंपरिक चिकित्सा पद्धति एवं आधुनिक एलोपैथिक मेडिसिन किस तरह संयुक्त रूप से मनुष्य के लिए स्वास्थ्य लाभ में सहायक हो सकते हैं इस विषय पर चर्चा की जाएगी। जिसमें विशेषज्ञ प्रमाण के साथ में दोनों के सदस्य के प्रभाव को सिद्ध करेंगे।
पतंजलि विश्वविद्यालय तथा पतंजलि आयुर्वेद महाविद्यालय का वार्षिकोत्सव कार्यक्रम
हरिद्वार। पतंजलि विश्वविद्यालय एवं पतंजलि आयुर्वेद महाविद्यालय के संयुत्त तत्वावधान में अभ्युदय वार्षिकोत्सव-2023 का आयोजन विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम में सांस्कृतिक महोत्सव के रूप में किया गया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय कुलपति आचार्य बालकृष्ण ने अपने आर्शीवचन में कहा कि विद्यार्थी जीवन का अभ्युदय आध्यात्मिकता और भौतिकता के समन्वय सेे ही सम्भव है। सभी विद्यार्थियों को अपनी संस्कृति पर गर्व करना चाहिए एवं इसको आगे बढ़ाने में अऽण्ड, प्रचण्ड पुरुषार्थ करते रहना चाहिए। प्रति-कुलपति ने अपने उद्बोधन में कहा कि-विश्वविद्यालय राष्ट्र उत्थान में सदैव तत्पर है और विद्यार्थी संस्कृति के अग्रदूत हैं। इस अवसर पर पतंजलि विश्वविद्यालय की कुलानुशासिका एवं संकायाध्यक्षा-मानविकी एवं प्राच्य विद्या संकाय साध्वी देवप्रिया ने छात्र-छात्राओं को उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि सफल विद्यार्थी जीवन की कुंजी अऽण्ड पुरूषार्थ तथा गुरू के प्रति निष्ठा व पूर्व समर्पण है। कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलन व मन्त्रपाठ के साथ विश्वविद्यालय के प्रति-कुलपति प्रो0महावीर अग्रवाल,डॉ-अनिल,साध्वी देवसुमना,स्वामी परमार्थदेव आदि उपस्थित महानुभावों ने किया। उपस्थित अतिथिगणों का पुष्पगुच्छ के साथ स्वागत एवं अभिनन्दन किया गया। कार्यक्रम में विभिन्न प्रतियोगिताओं यथा समूह गायन, समूह नृत्य, नाटक, युगल गीत, रंगोली आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में नाटक प्रतियोगिता में बी.ए.एम.एस.के.,समूह गायन में बी.ए. योग विज्ञान द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों ने प्रथम प्राप्त किया। पतंजलि आयुर्वेद महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ-अनिल,साध्वी देवसुमना,स्वामी परमार्थ देव, कुलानुशासक स्वामी आर्षदेव,कुलसचिव डॉ-प्रवीण पुनिया,उपकुलसचिव डॉ-निर्विकार एवं समस्त संकायाध्यक्ष,अधिकारी एवं प्राध्यापकगण,कर्मयोगी,बी.एन.वाई.एस.,बी.ए.एम.एस-के छात्र- छात्राएं एवं शोधार्थी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में भारतीय शिक्षा बोर्ड के कार्यकारी अध्यक्ष एनपी सिंह,पतंजलि विश्वविद्यालय की कुलसचिव बहन प्रवीण पूनिया,पतंजलि आयुर्वेद महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर अनिल यादव ने विजेता प्रतिभागियों को मेडल एवं प्रमाण पत्र प्रदान किए। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ-नरेन्द्र सिंह द्वारा किया गया।
आज देश में खेल और खिलाड़ियों का सम्मान बढ़ा है–संदीप गोयल
हरिद्वार। जिला भाजपा कार्यालय पर उज्बेकिस्तान के ताशकंद में 30अप्रैल को आयोजित हुई 5वी यूथ एथलेटिक चैंम्पियनशिप में देश का गौरव बढ़ाने वाले ग्राम-केहड़ा(हरिद्वार) के निवासी प्रियांशु के द्वारा रिकॉर्ड टाइम 3ः57ः26 में 1500मीटर दौड़ में गोल्ड मेडल जीतने पर भाजपा जिला अध्यक्ष संदीप गोयल के नेतृत्व में पुष्पगुच्छ भेट कर एवं मिष्ठान खिलाकर अभिनंदन करते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की। इस अवसर पर साथ पहुंचे प्रियांशु के कोच लोकेश कुमार का भी सभी कार्यकर्ताओं ने स्वागत अभिनंदन किया। इस अवसर पर जिला अध्यक्ष संदीप गोयल ने कहा कि जो उपलब्धि प्रियांशु ने हासिल की है उससे हरिद्वार ही नहीं अपितु प्रदेश एवं देश का नाम रोशन कर एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। आज देश में खेल और खिलाड़ियों का सम्मान बढ़ा है देश के विभिन्न विभिन्न क्षेत्रों से खेल प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने का काम किया जा रहा है जिसके फलस्वरूप हमारे देश के खिलाड़ी विश्व स्तर पर अपना एवं देश का मान बढ़ा रहे हैं। उत्तराखंड की सरकार के द्वारा भी राज्य के छात्रों को खेलों के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना की शुरुआत की गई है। पिछले कुछ वर्षों से केंद्र सरकार द्वारा खेलों के प्रति बड़ा जोर दिया जा रहा है। इसी क्रम में उत्तराखंड सरकार द्वारा भी खेलों के प्रति प्रोत्साहन के लिए इस योजना की शुरुआत की गई है राज्य सरकार द्वारा इस योजना के तहत 8 वर्ष से 14 वर्ष के चयनित खिलाड़ियों को प्रतिमाह 1500 रुपये पेंशन दी जा रही है इससे बच्चों में खेल के प्रति काफी उत्सुकता बढ़ी है। सरकार द्वारा प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन, स्पोर्ट कॉलेज, विभिन्न खेल पुरस्कार,खेल संघों को प्रतिपूर्ति, एवं खेल अवस्थापना सुविधाओं का निर्माण के साथ-साथ देव भूमि उत्तराखंड खेल रत्न पुरस्कार, हिमालयन खेल पुरस्कार,देवभूमि उत्तराखंड द्रोणाचार्य पुरस्कार एवं लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार आदि दिए जा रहे हैं। इस अवसर पर लक्सर विधानसभा किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष मनीष कुमार, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य निपेंद्र चौधरी,जिला उपाध्यक्ष लव शर्मा, मोहित वर्मा,नकली राम सैनी,विकास खटाना,संजय शर्मा,अमित नामदेव,विजयपाल, सचिन, अनुराग, मोनू, राजपाल, मोहित, दीपक, नितेश, अनिल,नरेंद्र,हेतराम,बंटी,संजीव,उज्जवल,रंजीत शामिल रहे।
विश्व भर के चौबीस लाख घरों में गायत्री यज्ञ सम्पन्न
हरिद्वार। विश्व कल्याण एवं वसुधैव कुटुंबकम के भाव से अखिल विश्व गायत्री परिवार का आध्यात्मिक प्रयोग के अंतर्गत गृहे-गृहे गायत्री महायज्ञ का आयोजन बुद्ध पूर्णिमा को सम्पन्न हुआ। वैश्विक स्तर पर चौबीस लाख से अधिक घरों में औषधीय जड़ी-बूटी के साथ गायत्री यज्ञ में आहुतियाँ डाली गयी। यह कार्यक्रम प्रातः नौ बजे से एक साथ-एक समय में शुभारंभ हुआ। इसका शुभारंभ अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुखद्वय डॉ.प्रणव पण्ड्या एवं श्रद्धेया शैलदीदी के गायत्री तीर्थ में दीप प्रज्वलन से हुआ। अपने संदेश में अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख डॉ.प्रणव पण्ड्या ने कहा कि इन दिनों वैश्विक स्तर पर पर्यावरण संकट सहित अनेक समस्याएँ हैं। उन्होंने कहा कि विश्व शांति एवं विश्व कल्याण के लिए देश-विदेश के गायत्री साधकों ने अपने-अपने घरों में एक साथ-एक समय में गायत्री यज्ञ सम्पन्न किया। यज्ञ के माध्यम से हम अपनी आहुति ब्रह्माण्ड को देते हैं। सामूहिक रूप से किये गये आध्यात्मिक अनुष्ठान प्राणी मात्र के लिए संजीवनी की तरह होती है। संस्था की अधिष्ठात्री श्रद्धेया शैलदीदी ने कहा कि भारतीय संस्कृति की मूल आधार यज्ञ पिता(सत्कर्म) और गायत्री माता(सद्ज्ञान) है। युगऋषि पूज्य आचार्यश्री ने इन्हें जीवन जीने की शैली के रूप में स्थापित किया है। उन्होंने यज्ञीय आयोजन को सर्वश्रेष्ठ कर्म बताते हुए कहा कि सम्पूर्ण मानवता के कष्ट का समूल नाश करना है, तो यज्ञीय जीवन जीना होगा। इस आयोजन के समन्वयक केपी दुबे ने बताया कि देश-विदेश के 24 लाख से अधिक घरों में एक साथ-एक समय में गायत्री यज्ञ का आयोजन हुआ। इसमें से बहुसंख्य लोग शांतिकुंज से आनलाइन संचालित हुए यज्ञीय प्रक्रिया से जुड़े। तो वहीं अनेक लोगों ने यज्ञ का संचालन स्वयं अथवा स्थानीय प्रज्ञा संस्थानों से जुड़े पुरोहितों से सम्पन्न करवाया। इस यज्ञ का सजीव प्रसारण यूट्यूब चौनल-शांतिकुंज वीडियो एवं फेसबुक आईडी-एडल्ब्यूजीपीआफिसियल में किया गया। उन्होंने बताया कि वैश्विक स्तर पर आसन्न संकट से उबरने हेतु विशेष आहुतियाँ प्रदान की गयी। इस आयोजन में गुजरात,दिल्ली, झारखंड,बिहार,पंजाब,छत्तीसगढ़,महाराष्ट्र,हरियाणा,जम्मू कश्मीर आदि राज्यों सहित आस्ट्रेलिया ,अमेरिका,कनाडा,दक्षिण अफ्रीका आदि देशों के गायत्री परिजनों ने अपने-अपने घरों में औषधीय जड़ी-बूटियों से हवन किया। इसी तरह का सामूहिक आयोजन ७मई रविवार को भी होगा।
व्यक्ति की पहचान धर्म से, धार्मिक होने पर गर्व की भावना: स्वामी रामभजन वन
हरिद्वार। पूरे विश्व में सनातन धर्म का प्रचार-प्रसार करने के साथ ही सनातन धर्म को छोड़ चुके हजारों लोगों को दोबारा सनातन धर्म से जोड़ने वाले श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी के अंतरराष्ट्रीय संत स्वामी रामभजन वन महाराज ने कहा कि सनातन धर्म दुनिया सर्वश्रेष्ठ प्राचीन और सर्वश्रेष्ठ धर्म बताते हुए लोगों को सनातन धर्म में आस्था और विश्वास कायम रखते हुए संरक्षण और संवर्धन की अपील की है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म दुनियां का सबसे पुराना और महानतम धर्म है। उन्होंने कहा सनातन धर्म की रक्षा के लिए समय-समय पर राम और कृष्ण जैसे महापुरुषों का अवतरण हुआ। आज पूरे विश्व में सनातन धर्म का डंका बज रहा है। ऐसे में सनातन धर्म को छोड़ चुके लोग दोबारा सनातन धर्म में लौटने का प्रयास कर रहे हैं। इसी से पता चलता है कि भटके हुए लोगों को सही मार्गदर्शन सनातन धर्म में ही मिलता है। स्वामी रामभजन वन महाराज ने कहा कि दुनिया को गीता का ज्ञान देने वाले सनातन धर्म में ही सभी वर्गों का हित सुरक्षित है। शिव उपासना चौरिटेबल ट्रस्ट हरिद्वार और शिवोपासना संस्थान, डरबन साउथ के संस्थापक स्वामी रामभजन वन महाराज ने बुद्ध पूर्णिमा पर दिये संदेश में कहा कि धर्म मनुष्य को जोड़ने का कार्य करता है। धर्म से बढ़कर कुछ भी नहीं है और धर्म ही हमारी पहचान है। मनुष्य को किसी भी परिस्थिति में अपने धर्म का त्याग नहीं करना चाहिए। धर्म की रक्षा के लिए जान जोखिम में डालने से पीछे नहीं हटना चाहिए।
वरिष्ठ अधिवक्ता राजेश रस्तोगी अदालत में करेंगे राहुल गांधी की पैरवी
हरिद्वार। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ सीजेएम कोर्ट में दर्ज परिवाद में कांग्रेस सेवादल के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और वरिष्ठ अधिवक्ता राजेश रस्तोगी राहुल गांधी की तरफ से पैरवी करेंगे। राजेश रस्तोगी ने बताया कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करण माहरा द्वारा राहुल गांधी की और मुकद्मे की पैरवी की जिम्मेदारी उन्हें सौंपी गयी है। ग्रामीण कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजीव चौधरी और महानगर कांग्रेस अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी के साथ विचार विमर्श कर अधिवक्ताओं का पैनल तैयार कर अदालत में राहुल गांधी की तरफ से मजबूती से पैरवी की जाएगी। सतपाल ब्रह्मचारी व राजीव चौधरी ने कहा कि विपक्ष पर दबाव बनाकर परेशान करने का काम किया जा रहा है। राहुल गांधी जनता की आवाज को लगातार उठा रहे हैं। जनहित के मुद्दों पर जनता उनकी राय को सराह भी रही है। लेकिन षड़यंत्र के तहत सत्ताधारी पार्टी विपक्ष पर दबाव बनाकर लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को प्रभावित करने का काम कर रही है।
संत महापुरूषों के सानिध्य में ही भक्तों का कल्याण होता-श्रीमहंत रविंद्रपुरी
हरिद्वार। चंडीघाट स्थित श्री संकल्प सिद्ध हनुमान मंदिर गौरीशंकर गौशाला आश्रम में आश्रम के परमाध्यक्ष बाबा बलराम दास हठयोगी के संयोजन में आयोजित श्रीराम यज्ञ की पूर्णाहूति पर संत सम्मेलन का आयोजन किया गया। संत सम्मेलन के दौरान उपस्थित श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष एवं श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि परमार्थ के लिए जीवन समर्पित करने वाले संत महापुरूषों के सानिध्य में ही भक्तों का कल्याण होता है। सभी को संतों के सानिध्य में प्राप्त ज्ञान का अनुसरण करते हुए और जन-जन के आराध्य भगवान श्रीराम के जीवन चरित्र को आत्मसात कर आदर्श समाज बनाने में सहयोग करना चाहिए। महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी एवं महंत जसविंदर सिंह ने कहा कि प्राचीन ऋषि मुनियों द्वारा प्रतिपादित संत परंपरा का पालन करते हुए संत महापुरूष समाज को ज्ञान व अध्यात्म की प्रेरणा देकर सद्मार्ग पर अग्रसर करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि संत समाज के अथक प्रयासों से ही अयोध्या में भव्य व दिव्य श्रीराम मंदिर आकार ले रहा है। बाबा बलराम दास हठयोगी ने सभी संत महापुरूषों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सनातन धर्म संस्कृति विश्व में अद्वितीय है। संत महापुरूषों द्वारा प्रसारित अध्यात्मिक संदेशों से पूरी दुनिया को मार्गदर्शन मिलता है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में बन रहा प्रभु श्रीराम का भव्य व दिव्य मंदिर सनातन धर्म व संस्कृति का प्रमुख केंद्र होगा। संत महापुरूषों के सानिध्य में भारत विश्व गुरू की पदवी पर आसीन होकर अध्यात्मिक रूप से पूरे संसार का मार्गदर्शन करेगा। संत सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे जगतगुरू रामानंदाचार्य स्वामी अयोध्याचार्य महाराज ने कहा कि मानव कल्याण के लिए जीवन समर्पित करने वाले संतों के जप तप से ही संसार फल फूल रहा है। विधायक सहदेव पुण्डीर,ग्राम प्रधान पिंकी,देशराज,राजेश तिवारी,भीमसिंह पुण्डीर आदि ने सभी संत महापुरूषों का स्वागत किया। इस अवसर पर महंत रघुवीर दास, महंत देवेंद्र तोमर,स्वामी सत्यव्रतानंद,महंत गोविंददास,महंत बिहारी शरण, महंत नारायण दास पटवारी,महंत सतीश गिरी,महंत कृष्ण देव,सतपाल ब्रह्मचारी,स्वामी ऋषिश्वरानंद,स्वामी रविदेव शास्त्री,महंत सियाराम दास,महंत दिनेश दास,महंत हितेश दास,महंत महेश दास,महंत दुर्गादास, शिवेंद्र प्रकाश मित्तल,जगदीशलाल पाहवा,समाजसेवी डा.विशाल गर्ग,अश्विनी सैनी आदि मौजूद रहे।
फोटो नं.9-अखाड़ा परिषद अध्यक्ष का स्वागत करती जय मां मिशन की साध्वियां
जय मां मिशन की साध्वियों ने किया अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी का स्वागत
सेवा ही सच्ची साधुता है-साध्वी शरण ज्योति मां
हरिद्वार। जय मां मिशन की परमाध्यक्ष साध्वी शरण ज्योति मां के नेतृत्व में मिशन की साध्वियों जीवन ज्योति मां व पूजा ज्योति मां ने कनखल स्थित श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज का फूलमाला पहनाकर स्वागत किया। इस दौरान अखाड़ा परिषद अध्यक्ष एवं महानिर्वाणी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि संत महापुरूषों को जीवन सदैव राष्ट्र कल्याण के लिए समर्पित होता है। उन्होंने कहा कि ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर उषा माता महाराज द्वारा स्थापित जय मां मिशन को सेवा का प्रमुख केंद्र बनाने में ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर स्वामी महादेव महाराज का योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा। जय मां मिशन की परमाध्यक्ष साध्वी शरण ज्योति मां ने कहा कि ब्रह्मलीन उषा माता एवं ब्रह्मलीन स्वामी महादेव महाराज द्वारा स्थापित सेवा परंपरा का पालन करते हुए जय मां मिशन दीन दुखियों व जरूरतमंदों की सेवा में निरंतर योगदान कर रहा है। उन्होंने कहा कि सेवा ही सच्ची साधुता है। सभी को संत महापुरूषों के सानिध्य में मानव कल्याण में योगदान के लिए तत्पर रहना चाहिए। साध्वी जीवन ज्योति मां ने कहा कि गुरू ही परमात्मा का दूसरा स्वरूप हैं। गुरू के बताए मार्ग पर चलने से ही शिष्य का कल्याण होता है। पूर्व विधायक संजय गुप्ता ने जय मां मिशन की साध्वियों का स्वागत करते हुए कहा कि परमार्थ और सेवा सनातन धर्म की विशेषता है। संत समाज के सानिध्य में सनातन धर्म का पूरे विश्व में विस्तार हो रहा है। इस अवसर पर महंत सूर्यमोहन गिरी, महंत कृष्णानंद, स्वामी रविदेव शास्त्री,स्वामी हरिहरानंद,स्वामी दिनेश दास,जगदीश चावला,सोनू महाराज आदि उपस्थित रहे।