15 अगस्त 1947 का दिन भारत के इतिहास और हर भारतीय नागरिक के लिए अहम जब लोगों ने एक आजाद देश में ली सांस – महंत रवींद्रपुरी महाराज

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रामानंद इंस्टीट्यूट ऑफ़ फार्मेसी एंड मैनेजमेंट प्रांगण में 77वां स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया गया। कॉलेज प्रांगण में पारंपरिक तरीके से देश भक्ति गीतों के साथ मुख्य अतिथि के रूप में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष एवं इंस्टिट्यूट के चेयरमैन श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज, निदेशक वैभव शर्मा ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया। सभी छात्र-छात्राओं और स्टाफ को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं और बधाई दी। छात्र-छात्राओं ने कार्यक्रम प्रस्तुत कर सभी को देशभक्ति का संदेश दिया।
कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि 15 अगस्त 1947 का दिन भारत के इतिहास और हर भारतीय नागरिक के लिए सबसे अहम दिन है। यही वो दिन है जब पहली बार भारत के लोगों ने एक आजाद देश में सांस लेना शुरू किया था। आज हमारे देश को अंग्रेजों की 200 सालों की गुलामी से मुक्ति मिले हुए 76 बरस पूरे हो गए हैं। देश की आजादी के लिए लाखों हिंदुस्तानियों ने देश की मिट्टी को अपने खून से सींचा था। इस देश को आजाद कराने वाले सच्चे देशभक्तों के संघर्ष, हौसले और जुनून की जितनी तारीफ की जाए, वो हमेशा कम ही रहेगी।
डायरेक्टर वैभव शर्मा ने बताया कि भारत में अंग्रेजों की हुकूमत साल 1858 में शुरू हुई और 1947 तक चली। इससे पहले, 1757 से लेकर 1857 तक भारत पर ब्रिटेन की ईस्ट इंडिया कंपनी का कंट्रोल था। देश के वीर स्वतंत्रता सेनानियों के साहस और बलिदान के आगे आखिरकार अंग्रेजों ने घुटने टेक दिए और करीब 200 साल तक अंग्रेजों की गुलामी करने के बाद भारत को 15 अगस्त, 1947 के दिन आजादी मिली। इस अवसर
निदेशक वैभव शर्मा,,डॉ मयंक गुप्ता, आर ए शर्मा,मनुज उनियाल,सूरज राजपूत,कुसुम लता,सचिनविश्नोई,कुसुम ,प्रियंकाशिल्पा, अश्वनी ,नवीन,साक्षी,अंकित,अमित,हिमानी ,हिमांशु,कविता,कोमल,रक्षिता,रोहित,विवेक,संदीप संगीता,शिव,श्वेता,मंजीत
अनुराधा,कनिष्का,प्रज्वल,शगुन, विश्वजीत,पवन,निशि
संजय,सौरभ,शिखा,रबिता,शिवांगी
दीपल,तुबा,प्रज्ञा,सुशील
कृतिका,भाग्यलक्ष्मी,तरन्नुम,निकिता,पूजा, आशु,सचिन,राहुल,श्रुति,बलराम आदि मौजूद रहे।