नेपाल की प्राचीन परंपरा है वन भोज-स्वामी रामेश्वरानंद सरस्वती
हरिद्वार। भारत एवं नेपाल की संस्कृति एवं मैत्री संदेश को दर्शाने के उद्देश्य से नेपाली विद्यार्थी संघ की और से रविवार को वन भोज एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। बैरागी कैंप में आयोजित कार्यक्रम में बड़ी संख्या में नेपाली मूल के परिवार शामिल हुए। इस दौरान नेपाली गीत संगीत पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। कार्यक्रम का शुभारंभ विशिष्ट अतिथि महामंडलेश्वर स्वामी रामेश्वरानंद सरस्वती,स्वामी रविदेव शास्त्री, स्वामी निर्मल दास,स्वामी कपिल मुनि,स्वामी दिनेश दास,महंत सूरज दास,स्वामी सुतिक्ष्ण मुनि, स्वामी जोगेंद्र शास्त्री,स्वामी शिवम महाराज,महंत गोविंददास,डा.पदम प्रसाद सुवेदी,नेपाल हिन्दू राष्ट्र पुनःस्थापना मंच के संस्थापक विष्णु प्रसाद बराल,नेपाली विद्यार्थी संघ के अध्यक्ष नरेंद्र राज उपाध्याय,महामंत्री कमल ओझा,कोषाध्यक्ष चूड़ामणी शर्मा,समाजसेवी कमल खड़का, उज्जवल पंडित ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। संचालन लोकनाथ सुवेदी ने किया। महामंडलेश्वर स्वामी रामेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि वन भोज नेपाल की प्राचीन परम्परा है। नेपाली विद्यार्थी संघ द्वारा इस परंपरा को जीवंत रखते हुए प्रतिवर्ष आयोजन किया जा रहा है। जिसके लिए संघ के सभी पदाधिकारी साधुवाद के पात्र है। उन्होंने कहा कि पारिवारिक वातावरण में आयोजित किए जाने वाले वन भोज कार्यक्रम के माध्यम से नेपाली समाज के लोगों के बीच आपसी स्नेह का वातावरण बनता है। पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण महाराज ने भी अपने संदेश में सभी को वन भोज कार्यक्रम की शुभकामनाएं दी और कहा कि भारत शीघ्र ही विश्व गुरू की पदवी पर आसीन होगा। स्वामी रविदेव शास्त्री महाराज एवं स्वामी निर्मल दास महाराज ने कहा कि भारत और नेपाल सांस्कृतिक रूप से एक दूसरे के बेहद करीब हैं। प्राचीन काल से ही दोनों देशों के बीच घनिष्ठ संबंध रहे हैं। पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण की प्रेरणा से नेपाली विद्याथी संघ दोनों देशों के आपसी संबंधों को मजबूती प्रदान करने में योगदान कर रहा है। उन्होंने सभी को अयोध्या में श्रीराम मंदिर में राम लला के विराजमान होने की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि श्रीराम मंदिर का निर्माण होने से भारत में राम राज युग का आरंभ हुआ है। जिसका पूरे विश्व पर बेहद सकारात्मक असर होगा और भारत विश्व गुरू के रूप में दुनिया का मार्गदर्शन करेगा। नेपाली विद्याथी संघ के अध्यक्ष नरेंद्र राज उपाध्याय, महामंत्री कमल ओझा व कोषाध्यक्ष चूड़ामणि शर्मा ने सभी संतों व अतिथीयों का स्वागत करते हुए कहा कि संघ के सरंक्षक डा.पदम प्रसाद सुवेदी द्वारा हरिद्वार में शुरू की गयी वन भोज की परंपरा को आगे बढ़ाया जा रहा है। इस कार्यक्रम के माध्यम से स्थानीय लोगों को नेपाली संस्कृति को जानने समझने का अवसर मिलता है और हरिद्वार में रह रहे नेपाली मूल के लोग एक दूसरे के और करीब आते हैं। नेपाल हिंदू राष्ट्र पुनःस्थापना मंच के संस्थापक विष्णु प्रसाद बराल ने सभी को वन भोज कार्यक्रम की शुभकामनाएं देते हुए नेपाल को पुनःहिंदू राष्ट्र बनाने की मांग की।