युवाओं को शिक्षा और संस्कारों से जोड़ते हुए नशा मुक्त समाज का निर्माण कर रहे है ललित जोशी
देहरादून: सीआईएमएस एंड यूआईएचएमटी ग्रुप ऑफ कॉलेज देहरादून में आज उत्तराखंड हाईकोर्ट के जज विवेक भारती शर्मा ने कॉलेज के विद्यार्थियों से कानून एवं नशे के खिलाफ जन-जागरूकता को लेकर संवाद किया। कार्यक्रम में संस्थान के अध्यक्ष एडवोकेट ललित मोहन जोशी ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कॉलेज में संचालित विभिन्न पाठ्यक्रमों एवं सजग इंडिया के माध्यम से नशे के खिलाफ चलाए जा रहे जन जागरूकता अभियान के बारे में अवगत कराया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जस्टिस विवेक भारती शर्मा ने प्राचीन भारतीय कानून पर प्रस्तुतिकरण दिया। उन्होंने कहा कि, भारत में कानून कोई अंग्रेजों के आने से ही नहीं बने हैं बल्कि यह हमारे प्राचीन काल से चले आ रहे हैं। जिनका उल्लेख हमारे वेदों में भी मिलता है। समयनुसार विभिन्न विषयों पर कानून हमारी न्यायप्रणाली द्वारा कानून बनते रहे हैं। लेकिन जब किसी विषय पर कोई कानून नहीं बनाता है तो हमारे समाज में लंबे समय में चली आ रही व्यवस्थाऐं ही कानून का रूप धारण कर लेती है। उन्होंने संस्थान के चेयरमैन एडवोकेट ललित मोहन जोशी द्वारा नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान की काफी सराहना की। उन्होंने कहा कि, नशा जीवन तो बर्बाद कर ही देता है और सामरिक दृष्टि से भी बहुत परेशानीया उत्पन्न करता है। नशे में लिप्त व्यक्ति के पकड़े जाने पर उसे न्यूनतम 10 साल की सजा और 1लाख रुपये जुर्माने का प्रावधान है। इसलिए आप सब लोगों को ध्यान रखना है कि ना नशे का सेवन करें ना ही नशे के काम में लिप्त रहे। और नशे से दूर रहने के लिए अपने मित्रों को भी जागरूक करें। कार्यक्रम के बाद जस्टिस विवेक भारती एवं अन्य अतिथियों द्वारा संस्थान में ही युवाओं के लिए फिटनेस क्लब जिमेनेजियम का उद्घाटन किया तथा चंदन का पोधारोपण करते हुए युवाओं को पर्यावरण संरक्षण हेतु भी प्रोत्साहित किया।
इन कार्यक्रम में यूसर्क की डायरेक्टर अनीता रावत, राज्य लोकसेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर जे.एम.एस.राणा, रेरा के सदस्य सुरेश मठपाल, कैलाश अस्पताल निदेशक पवन शर्मा, केयर कॉलेज ऑफ नर्सिंग के चेयरमैन संदीप केडिया, डीएफओ नीरज कुमार, ओहो रेडियो के संस्थापक आर. जे. काव्य, सीआईएमएस की प्रधानाचार्या डॉ. सुमन वशिष्ठ, उपप्रधानाचार्य रबीन्द्र कुमार झा, शिवानी बिष्ट, मेघा पंत, गौरव मित्तल , नीतिका भट्ट सहित शिक्षक कर्मचारी एवं 300 छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।