अंडरवर्ल्ड के जाल में फंसता पंजाब

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अंडरवर्ल्ड के जाल में फंसता पंजाब*

– सुभाष आनंद

पंजाब में जिस प्रकार अराजकता फैल रही है। दिन दहाड़े कत्ल, अपहरण, स्नैचिंग इत्यादि की वारदातें हो रही हैं, उससे लगता है कि पंजाब की कानून व्यवस्था चरमरा गई है। लोगों को कानून का कोई भय नहीं है। शरारती तत्वों द्वारा बाजारों में लोगों को तलवारों से काटा जा रहा है पंजाब में पुन: गैंगस्टरों की सभ्यता पनपने लगी है। व्यापारियों से भारी फिरौतियां मांगी जा रही हैं ।कई लोग पलायन करने के लिए मजबूर हो रहे हैं। सरेआम गोलियों से लोगों को भूना जा रहा है। पंजाब में प्रत्येक दिन 10 हत्याएं हो रही हैं। अपराधी तत्वों के हौसले लगातार बढ़ रहे हैं पंजाब में आम आदमी की सरकार में छोटे-मोटे अपराधी बड़े अपराध करने लगे हैं। दिन-दहाड़े चोरियों और डाके की घटनाओं में वृद्धि हो रही है। अंडर वर्ल्ड गिरोहों के आका खाड़ी देशों में या फिर विदेशों में बैठकर अपने गुर्गों की सहायता से राजधानी दिल्ली, पंजाब, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्यप्रदेश, तमिलनाडु के प्रमुख शहरों में फिरौती के लिए अपहरण और अवैध वसूली जैसे संगीन अपराधों को अंजाम दे रहे हैं। लेकिन पुलिस घटना हो जाने के पश्चात लकीर पीटती रहती है। पिछले दिनों पंजाब में गैंगस्टरों के गुर्गों ने जो रहस्य उजागर किए वह काफी चिंताजनक हैं। जिस प्रकार पंजाब में अपहरण, फिरौती, किलिंग इत्यादि की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है उससे पुलिस की कार्यप्रणाली पर प्रश्न उठ रहा है। कई क्षेत्रों में गैंगस्टरों ने अपनी गिरफ्त मजबूत बना ली है। सीबीआई के एक बड़े अधिकारी ने माना है कि पंजाब पुलिस की मदद से अपराधियों पर रोक लगाने के लिए एक बड़ा आपरेशन चलाने की जरूरत है। पंजाब के नामी गैंग स्टरों के बीच मतभेद बढऩे के कारण आपसी लड़ाई बढ़ती जा रही है। पिछले समय पंजाब के कई नामी गैंगस्टर मारे जा चुके हैं और उनके परिवार बुरी स्थिति में जीवन व्यतीत कर रहे हैं।

अंडर वर्ल्ड गिरोहों के बीच रोजाना होने वाले समझौते और अपराधियों के एक गिरोह से दूसरे गिरोह में शामिल होने की वजह से केंद्रीय एजेंसियां और पंजाब पुलिस बुरी उलझन में है। इन गिरोहों के सरगना और उनके साथी एक गिरोह को छोड़कर दूसरे गिरोह में चले जाते हैं जिसके कारण पुलिस की सूचनाएं पुरानी पड़ जाती हैं, पुलिस को यह नहीं पता होता है कि किस गिरोह ने वारदात को अंजाम दिया है। पंजाब पुलिस के बड़े अफसरों का कहना है कि पिछले दिनों कई पुरानें गुर्गे अपने आका के पास चले गए हैं। अंडर वर्ल्ड के मुखिया अपने दुश्मनों को ठिकाने लगाने के लिए नए-नए षड्यंत्र रच रहे हैं। रोज-रोज के बिगडते सुधरते सभी कारणों से गुप्तचर एजेंसियों और पंजाब पुलिस को सफलता नहीं मिल रही है। फिर भी सुरक्षा एजेंसियां दावा कर रही है कि गैंगस्टरों और अपराधी प्रवृति वाले लोगों पर पैनी नजर रखी जा रही है।

उधर सूत्रों से पता चला है कि कुख्यात गैंगस्टर विश्नोई की नजदीकियां सऊदी अरब में बैठे बड़े डानों से बढ़ रही हैं। इस समय विश्नोई गैंग के गुर्गें पंजाब को अपना निशाना बनाने के भरसक प्रयास कर रहे हैं। पंजाब में कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। एक दिन में 10-10 कत्ल हो रहे हैं। चोरियों, डकैतियों की घटनाएं बढ़ रही हैं । पंजाब पुलिस के अधिकारी मानते है कि हमारे पास मैनपॉवर की कमी है। पिछले कुछ समय से पंजाब के सीमावर्ती क्षेत्रों में नशीले पदार्थों की तस्करी के साथ-साथ हथियार और जाली करंसी की वारदातें बढ़ रही हैं। पुलिस ने पिछले दिनों 66 ऐसे लोगों को नामजद किया है जो अंतराष्ट्रीय तस्करों से जुड़े हुए हैं और पाकिस्तान में बैठे तस्करों के साथ मिलकर नापाक करतूतों को अंजाम दे रहे हैं। तस्करी के इस नेटवर्क को खाद्य-पानी पाकिस्तान से मिल रहा है। पंजाब पुलिस ने बड़े तस्करों को नामजद जरूर कर लिया है। यह लोग विदेशी तस्करों से मिलकर युवा पीढ़ी को खोखला कर रहे हैं। विश्नोई की जेल में भेंटवार्ता को लेकर पंजाब सरकार ने जो लिस्ट बनाई थी उन्होंने हाईकोर्ट में माना है कि यह भेंटवार्ता पंजाब की किसी जेल में हुई है। सऊदी अरब में बैठे पाकिस्तानी आकाओं ने भी अपनी भूमिका और सक्रिय कर दी है ।पाकिस्तानी अंडर वर्ल्ड और भारतीय अंडर वर्ल्ड की बातचीत यह सिद्ध कर देती है कि उनका नेटवर्क हमारी पुलिस के नेटवर्क से बढिय़ा है। पंजाब के मुख्यमंत्री कदम-कदम पर झूठ बोल रहे हैं और वह देश को बचाने की बजाए सरकार को बचाने में लगे हुए हैं। पंजाब के बड़े शहरों में व्यापारियों को विदेशों से काल आ रहे हैं और लाखों की डिमांड की जा रही है जिसके कारण लोगों में भय का वातावरण पैदा हो रहा है। बड़े-बड़े व्यापारी पंजाब छोड़ कर अन्य राज्यों की तरफ कूच कर रहे हैं। औद्योगिक घराने भी अब पंजाब को सुरक्षित नहीं मानते। गलत लोग पुन: उभरने लगे हैं। पंजाब का बड़ा गैंगस्टर कुलदीप विश्नोई अभी जेल में है। लेकिन उसके गुर्गों की गतिविधियां पंजाब में बढ़ रही है। पंजाब को पुन: आतंकवाद की लहर में धकेलने के लिए कुछ लोग मुख्य भूमिका निभा रहे हैं। उन काले दिनों को याद करके दिल दहल उठता है। परंतु सत्य पर पर्दा नहीं डाला जा सकता। सोशल मीडिया द्वारा जिस प्रकार का प्रचार किया जा रहा है वह न केवल देश द्रोही है बल्कि चिंताजनक भी है। सूत्रों से पता चला है कि 66 गिरोहों में से 10 बड़े अंतराष्ट्रीय गिरोहों का सम्पर्क अंडर वर्ल्ड और पाकिस्तान की गुप्तचर एजेंसी आईएसआई से भी है, पिछले दिनों भारत की गुप्तचर एजेंसी रॉ ने पाकिस्तान के भीतर प्रवेश करके 27 आतंकवादियों का सफाया किया है उससे पाक परस्त आतंकवादियों के भीतर डर का वातावरण पैदा हो रहा है। स्थिति को भयानक होते देख गृह विभाग ने फैसला लिया है कि जेल में बंद बड़े गैंगस्टरों का सफाया किया जाए ताकि जनता के मन में फैला भय कम हो सके। सरकार ने 21 बड़े गैंगस्टरों के नाम शार्ट लिस्ट कर लिए गए हैं जिन्हें किसी भी समय लुप्त किया जा सकता है। उनमें से 9 पंजाब से संबंधित हैं। दो हरियाणा से दो, दिल्ली, दो उत्तरप्रदेश, तीन महाराष्ट्र से हैं। एक तैलंगाना, एक हिमाचल और एक उत्तराखंड से है। पंजाब पुलिस ने नशे को लेकर जो अभियान चलाया है उसे अपार सफलता मिल रही है। अब जेलों में नशेडिय़ों को नशा उपलब्ध नहीं हो रहा है जिसके कारण वे परेशान हो रहे हैं। पंजाब में रोजाना लारेंस बिश्नोई के गुर्गे पकड़े जा रहे हैं जिससे भारी मात्रा में हथियार भी बरामद हुए हैं जो स्मगल करके पंजाब में लाए गए थे। यह वरिष्ठ लेखक के पंजाब की वर्तमान स्थिति पर विचार है।(विफी)