हरिद्वार में आयोजित पतंजलि गुरुकुलम में ‘एजुकेशन फॉर लीडरशिप’ थीम पर जोर दिया गया। स्वामी रामदेव ने कहा कि जीवन में विचार और उन विचारों को जीना दोनों ही महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि पतंजलि गुरुकुलम में विद्यार्थियों को आधुनिक शिक्षा के साथ-साथ वेद, दर्शन, व्याकरण जैसी प्राचीन शिक्षा भी दी जाती है।
विद्यार्थियों में नेतृत्व गुण विकसित करने पर जोर
स्वामी रामदेव ने कहा कि उनका लक्ष्य विद्यार्थियों में ऐसा सामर्थ्य विकसित करना है जिससे वे विश्व के विभिन्न क्षेत्रों में नेतृत्व कर सकें। उन्होंने राजा कृष्णदेव राय और उनके गुरु विद्यारण्य स्वामी के उदाहरण देते हुए कहा कि वे विद्यार्थियों में भी ऐसा ही सामर्थ्य विकसित करना चाहते हैं।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने मन मोहा
वार्षिकोत्सव में विद्यार्थियों ने श्रीराम, बिरसा मुंडा, रानी लक्ष्मीबाई जैसे महापुरुषों के जीवन पर आधारित नाटक प्रस्तुत किए। इन नाटकों के माध्यम से विद्यार्थियों ने अध्यात्मवाद और राष्ट्रवाद का संदेश दिया।
उपस्थित गणमान्य व्यक्ति
इस कार्यक्रम में माता गुलाब देवी, एन.पी.सिंह, बहन ऋतम्भरा शास्त्री, स्वामी ईशदेव, साध्वी देववरण्या और पतंजलि गुरुकुलम से जुड़े सभी संन्यासी और छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
पतंजलि गुरुकुलम का वार्षिकोत्सव एक भव्य आयोजन रहा जिसमें शिक्षा के माध्यम से नेतृत्व विकसित करने पर जोर दिया गया। विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने सभी का मन मोह लिया।