धर्म-कर्म: बद्रीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए जल्द होंगे बंद, देखें दिन-समय और दिनांक

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यह खबर उन सभी श्रद्धालुओं के लिए महत्वपूर्ण है जो बद्रीनाथ धाम के दर्शन करना चाहते हैं

उत्तराखंड:  उत्तराखंड के प्रसिद्ध तीर्थस्थल बद्रीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए जल्द ही बंद होने जा रहे हैं। धार्मिक अनुष्ठानों के अनुसार, 13 नवंबर से पंच पूजाओं का आयोजन शुरू होगा और इसी क्रम में 17 नवंबर को बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद कर दिए जाएंगे।
पंच पूजाओं का आयोजन: 13 नवंबर को गणेश पूजा के साथ पंच पूजाओं की शुरुआत होगी और गणेश मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाएंगे। अगले दिन, 14 नवंबर को आदि केदारेश्वर और शंकराचार्य मंदिर के कपाट बंद किए जाएंगे।
अन्य धार्मिक अनुष्ठान: 15 नवंबर को खड़क पुस्तक पूजा और वेद ऋचाओं का वाचन बंद कर दिया जाएगा। 16 नवंबर को मां लक्ष्मी को कढ़ाई भोग चढ़ाया जाएगा।
कपाट बंद होने का समय: बद्रीनाथ धाम के कपाट 17 नवंबर की रात 9:07 बजे शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे।
तैयारी शुरू: कपाट बंद होने की प्रक्रिया के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। स्थानीय प्रशासन और धार्मिक संगठन मिलकर इस आयोजन को सफल बनाने के लिए प्रयास कर रहे हैं।
अन्य धाम भी बंद: उत्तराखंड में स्थित अन्य धामों के कपाट पहले ही बंद कर दिए गए हैं और अब बद्रीनाथ धाम के कपाट भी शीतकाल के लिए बंद होने जा रहे हैं।
धार्मिक महत्व: बद्रीनाथ धाम हिंदुओं का एक प्रमुख तीर्थस्थल है और यहां भगवान विष्णु को बद्रीनाथ के रूप में पूजा जाता है। हर साल लाखों श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए आते हैं। शीतकाल में यहां मौसम प्रतिकूल होने के कारण मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाते हैं।