खास खबरें: हरिद्वार जनपद की जन समस्याएं, यहां देखें

Listen to this article

सबसे पुराने बाजार की सडकें चढी गंदगी की भेंट

हरिद्वार। ज्वालापुर के सबसे पुराने बाजार की सडको पर नालियो का गंदा पानी भरने की समस्या से व्यापारियो को निजात नही मिल पा रही है। स्थिति यह है कि कटहरा बाजार व झण्डा चौक बाजार के व्यापारी दुकाने खोलने से पहले नालियो के गंदे पानी का निस्तारण करते है। नालियो में प्लास्टिक की बोतलें,पॉलीथीन व कचरा आदि कूडा फॅसने के कारण सड़कों पर गंदा भरने की यह समस्या काफी विकराल रूप ले चुकी है। आये दिन बाजार की मुख्य सडक गंदे पानी से भरी रहती है। व्यापारी इस समस्या से हताष हो चले है। जबकि सफाई कर्मचारी नियमित रूप से सुबह के समय नालियो मे फंसे कूडे को निकालते है। सडक नीची होने के कारण नालियां ओवरफ्लो हो जाने से गंदा पानी सडक पर भर जाता है। जिससे व्यापारी सडन बदबू से परेषान रहते है। व्यापारियों द्वारा नगर निगम के अधिकारियो को कई बार समस्या से अवगत कराया गया। लेकिन हल नही होने से व्यापारियों में रोष है। व्यापारियो का कहना है कि नालियो का निर्माण सही नही होने के कारण इसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड रहा है। वर्षो से जारी इस समस्या का समाधान आज तक नही हुआ। जबकि कटहरा बाजार काफी व्यस्तम बाजारो मे षुमार है और इसे पुराने व प्रसि़द्ध बाजारो मे जाना पहचाना जाता है। बाजार मे सभी ग्राहको के हिसाब के सामान आसानी से मिल जाता है। कटहरा बाजार मे शहर व ग्रामीण क्षेत्रो से उपभोक्ता खरीदारी करने के लिए बडी संख्या मे आते है। सडको पर गंदा पानी भरने से ग्राहको को भी असुविधाओ का सामना करना पडता है। व्यापारी विपिन गुप्ता ने बताया कि नगर निगम के अधिकारियो को बाजार की सडको पर भर रहे नालियो के गंदे पानी की सुध लेनी चाहिए। गंदे पानी के निस्तारण के उपाय किए जाना नितांत जरूरी है।

महीनों से बंद है ऋषिकुल तिराहे की ट्रैफिक सिग्नल लाइट

हरिद्वार:  शहर के मध्य में स्थित हाईवे से शहर के मुख्यमार्ग को जोडने वाली ऋषिकुल तिराहे पर महीनो से ट्रैफिक लाइट बंद पड़ी है। ट्रैफिक लाईट बंद होने से यातायात व्यवस्था बाधित हो रही है। ऋषिकुल तिराहे पर बड़ी संख्या में वाहनों की आवाजाही होती है। बंद पड़ी ट्रैफिक सिग्नल लाइटों से वाहन चालकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कई बार वाहनों की भिड़ंत भी हो चुकी है। लेकिन सिग्नल लाइटों को संचालित करने वाली कार्यदाई संस्था के कर्मचारियों व अधिकारियों की नजर बंद पड़ी सिग्नल लाइटों पर नहीं पड़ रही है। ऋषिकुल तिराहे की यातायात व्यवस्था बाधित हो रही है। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि कई महीनो से यातायात लाइट बंद है। जिस कारण वाहनों की दुर्घटना लगातार हो रही है। 24 घंटे तिराहे से छोटे-बड़े वाहन संचालित होते हैं। कई बार तो वाहन चालक जल-बुझ रही सिग्नल लाइटों से भ्रमित हो जाते हैं। जिससे वहां टकराने का जोखिम अधिक हो जाता है। ऋषिकुल तिराहे से शासन प्रशासन के वाहन भी गुजरते हैं। लेकिन महीनों से बंद पड़ी सिग्नल लाइट सुचारू नहीं हो पा रही है। रात्रि में तिराहे से निकलने वाले वाहन चालक दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। लेकिन शासन प्रशासन की नींद नहीं खुल पा रही है। तिराहे पर बड़ी दुर्घटना का इंतजार किया जा रहा है। लोगों में भी नाराजगी बनी हुई है।औऔऔऔ

खाली सडको के किनारे वाहनो से पटे बने विवाद का केन्द्र

हरिद्वार। यातायात पुलिस के तमाम दावों के बाद भी शहर में खाली सडको पर वाहन खडे करने वालो का कब्जा जारी है। शहर के व्यस्तम बाजारों,मार्गो पर चौपहिया वाहन स्वामी खाली सडको पर अपने वाहनो को अनाधिकृत रूप से पार्क कर रहे है। सडको के किनारे पर दर्जनो वाहन खडे करने से यातायात पर प्रतिकुल असर पड रहा है। आये दिन लोगो की नोकझोक वाहन खडे करने को लेकर होना आम बात हो रही है। निजी वाहनो की बढती संख्या और पार्किग स्थल ना होना ज्वालापुर उपनगरी एंव हरिद्वार की सडको की सबसे बडी समस्या बनती जा रही है। खाली सडके वाहन पार्किग के रूप मे इस्तेमाल किये जाने के चक्कर मे आये दिन ऐसे स्थल विवाद का केन्द्र बनते जा रहे है। कुछ वाहन स्वामी खाली सडको पर जबरदस्ती घंटो के हिसाब से अपने वाहनो को सडको के किनारे लगा जाते है। चंदाचार्य चौक,भगत सिंह चौक,सिटी हॉस्पिटल,पुराना रानीपुर मोड़,शंकर आश्रम,कटहरा बाजार, चौक बाजार,झंडा चौक,जुमा मस्जिद आदि इलाकों में अनाधिकृत रूप से दर्जनो चौपहिया वाहन घंटो के हिसाब से सड़कों पर खडे रहते है। कुछ वाहन चालक तो खाली सडको के किनारो को वाहनो की पार्किंग स्थल के रूप मे इस्तेमाल कर रहे है। सामान को लाने ले जानी की बुकिंग सडकों के किनारो से ही संचालित की जा रही है। पुलिस प्रशासन का ध्यान इस ओर नही जा रहा है। सडको के यातायात को सुचारू रूप प्रदान करने मे जुटी सीपीयू पुलिस भी ऐसे वाहन चालको व वाहान स्वामियो पर कोई कार्यवाही नही कर रहीे है। अनाधिकृत रूप से वाहन सडको पर खडे करने वालो की संख्या बढती ही जा रही है। सडको के किनारो पर लगाये जा रहे वाहनो से व्यापारी भी तंग आ चुके है। यातायात भी प्रभावित हो रहा है। गौरतलब यह भी है कि धर्मनगरी मे वाहन पार्किग स्थल ना होना सबसे बडी समस्या बनता जा रहा है। जनप्रतिनिधियो को वाहन पार्किग स्थल ना होने की परेषानियो के हल तलाशने होगे,वरना कभी भी बडा विवाद उत्पन्न हो सकता है।

ठेली वालों के लिए मुसीबत बना ज्वालापुर रेल फाटक अंडरपास

हरिद्वार। ज्वालापुर रेलवे फाटक पर बना अंडरपास सब्जी,ठेली,रेहड़ा,रिक्शा,बुग्गी आदि ले जाने वालों के लिए अंडरपास खतरे की घंटी बन गया है। कई बार सब्जी की ठेलीयां पलट जाती हैं। अंडरपास के दोनों और से निकलने वाले मार्ग काफी गहरे हैं। जिन कारणों से सब्जी ठेली ले जाने वाले लघु व्यापारियों के सामने दिक्कतें हो जाती हैं। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि अंडरपास निर्माण से पूर्व इन बातों का भी विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए था। क्योंकि रेहड़ा रिक्शा,सब्जी की ठेली आदि पुलिया से नहीं गुजर पाती हैं। जबकि आर्यनगर चौक पर सब्जी की ठेलीयां ले जाने वाले लघु व्यापारी अंडरपास का उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। कांग्रेस पूर्व प्रवक्ता सुनील अरोड़ा ने कहा कि अंडरपास के दोनों और से निकलने वाले मार्गो पर काफी ढलान है। सब्जी की ठेलीयों वालों को असुविधाओं का सामना भी करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि अंडरपास मार्ग में पथ प्रकाश की व्यवस्था को भी जनहित में लागू किया जाना चाहिए। जिससे मार्ग पर लोगों को असुविधाओं का सामना ना करना पड़ा।