खास खबर: 2.8 साल के बच्चे पर सफलतापूर्वक कॉक्लियर इम्प्लांट सर्जरी

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देहरादून के मैक्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल ने 2.8 साल के एक बच्चे पर सफलतापूर्वक कॉक्लियर इम्प्लांट सर्जरी की। यह बच्चा जन्म से ही बधिर था। जटिल सर्जरी डॉ. इरम खान के नेतृत्व में की गई। जांच में बच्चे के कान (कॉक्लियर) में जन्मजात विकृति पाई गई। उसकी सेमी-सर्कुलर कैनाल नहीं थी। सर्जरी के दौरान चेहरे की नसों को नुकसान पहुंचने का खतरा था। कॉक्लियर इम्प्लांट सर्जरी 5 साल की उम्र से पहले कर लेनी चाहिए। सर्जरी में कान के पीछे एक छोटा चीरा लगाया गया और इम्प्लांट स्थापित किया गया। सर्जरी के बाद, बच्चे ने स्पीच थेरेपी और ऑडिटरी ट्रेनिंग ली। कॉक्लियर इम्प्लांट एक सर्जरी द्वारा लगाया जाने वाला उपकरण है जो कान के क्षतिग्रस्त हिस्सों को बायपास कर सीधे ऑडिटरी नर्व को संचालित करता है। इससे गंभीर श्रवण हानि वाले व्यक्ति ध्वनि को महसूस कर सकते हैं। यह प्रक्रिया उन रोगियों के लिए एक प्रभावी समाधान है जिन्हें हियरिंग एड से लाभ नहीं मिलता है। मैक्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, देहरादून हमेशा नवीनतम चिकित्सा तकनीकों को अपनाने की दिशा में अग्रसर रहा है। मैक्स हेल्थकेयर अपने ब्रांड मैक्स/होम और मैक्स लैब्स के तहत होमकेयर और पैथोलॉजी बिजनेस का संचालन भी करता है।