हरिद्वार: होली दिलों को जोड़ने का पर्व, बुराई छोड़कर अच्छाई की राह पर चलें – श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज

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अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने देशवासियों को होली की हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि होली केवल रंगों का त्योहार नहीं है, बल्कि यह दिलों को जोड़ने का महापर्व है। होली के अवसर पर हमें अपने मन के सभी गिले-शिकवे भुलाकर एक-दूसरे को रंग-गुलाल लगाकर गले मिलना चाहिए। इससे समाज में भाईचारा और एकता मजबूत होती है।
श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि होली का त्योहार हमें बुराईयों को छोड़कर अच्छाई की राह पर चलने की शिक्षा भी देता है। यह पर्व हमें यह याद दिलाता है कि अंत में सत्य की ही जीत होती है। हमें अपने जीवन में हमेशा सत्य और धर्म के मार्ग पर चलना चाहिए।
उन्होंने कहा कि भारतीय परंपराओं में पर्वों का विशेष महत्व है। सभी पर्व समाज को एक सार्थक संदेश देते हैं। भारत विभिन्न धर्मों और संप्रदायों का देश है, जहां सभी लोग मिल-जुलकर एक-दूसरे के त्योहारों में शामिल होते हैं। यह हमारी एकता और अखंडता को मजबूत करता है।
श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने सभी देशवासियों से अपील की कि वे प्रेमपूर्वक और सौहार्दपूर्ण ढंग से होली का त्योहार मनाएं। होली मनाते समय किसी की भावनाओं को ठेस न पहुंचाएं। परंपरागत तरीके से होली मनाएं और इस खुशी में समाज के कमजोर वर्ग को भी शामिल करें।
उन्होंने यह भी बताया कि प्रयागराज महाकुंभ मेला सकुशल संपन्न होने के बाद सभी सन्यासी अखाड़े भगवान शिव की नगरी काशी में होली मनाएंगे और देश की उन्नति और प्रगति के लिए प्रार्थना करेंगे।