आगरा/हरिद्वार: राधा स्वामी मत के अनुयायियों ने फाल्गुन मास की होली को हर्षोल्लास और भक्ति के साथ मनाया। “होली खेल है जाने सांवरिया सतगुरु से सर्व-रंग मिलाई” के भाव के साथ, इस पावन अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
सुबह की शुरुआत: होली के दिन, सुबह 3 बजे से ही सतसंगी भाई-बहन और बच्चे आरती पाठ, सत्संग और खेतों में सेवा कार्य के लिए एकत्र हुए। उन्होंने पूर्व नियोजित लेदर वर्किंग (एक्सटर्नरी) पर चने की कटाई और कृषि कार्य में भाग लिया।
परम पूज्य हुजूर प्रो. प्रेम सरन सतसंगी साहब और परम आदरणीय रानी साहिबा जी के खेतों में आगमन के बाद, उन्होंने परमपुरुष पूरन धनी स्वामी जी महाराज और परम गुरु हुजूर एम. बी. लाल साहब के पावन स्वरूपों पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इसके बाद, विभिन्न समूहों द्वारा होली पर विशेष पाठ और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिसमें संत परह्यूमन के बच्चों ने मनमोहक प्रस्तुतियाँ दीं।
दोपहर का सेवा कार्य: दोपहर 2 बजे, सतसंगी भाई-बहन और बच्चे सिकंदरपुर में खेतों की सेवा के लिए पहुंचे, जहाँ उन्होंने सरसों की कटाई में सहयोग किया। इस दौरान, संयुक्त समूहों ने होली के विशेष पाठ प्रस्तुत किए। शाम को, खेतों में उपस्थित सतसंगियों को सेवा कार्य के लिए प्रेरित किया गया।
सुबह और शाम, खेतों से कोठी लौटते समय, परम पूज्य हुजूर प्रो. प्रेम सरन सतसंगी साहब ने सभी भक्तों को अपनी दिव्य दृष्टि से भाव-विभोर किया। होली के पावन दिन, संत परह्यूमन के बच्चों ने सुबह और शाम खेतों में कृषि कार्य के बाद परम पूज्य गुरु महाराज के निवास पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए।
होली पर आयोजित सभी कार्यक्रमों का 550 से अधिक केंद्रों पर सीधा प्रसारण किया गया।
यह उत्सव भक्ति, सेवा और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का एक अनूठा संगम था, जिसने सभी उपस्थित लोगों को आनंद और उल्लास से भर दिया।
2025-03-15