हरिद्वार: आज रामनवमी के पावन अवसर पर महायोगी पायलट बाबा आश्रम में श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत संगम देखने को मिला। आश्रम में सैकड़ों कन्याओं का पूजन किया गया, जिसके बाद विशाल भंडारे का आयोजन हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। इसके साथ ही आश्रम में गौ माता की सेवा भी की गई, जो भारतीय संस्कृति में विशेष महत्व रखती है।
नवरात्र साधना के अंतिम दिन आश्रम का वातावरण और भी अधिक भक्तिमय हो गया था। देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं के साथ-साथ महामंडलेश्वर चेतना माता और महामंडलेश्वर श्रद्धा माता ने माँ दुर्गा के नौ रूपों की विशेष पूजा अर्चना की। नौ दिनों तक चलने वाली इस नवरात्र साधना के दौरान आश्रम में लगातार देवी के विभिन्न स्वरूपों की आराधना और हवन यज्ञ का आयोजन किया गया, जिसमें भक्तों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
इस अवसर पर महामंडलेश्वर श्रद्धा माता और महामंडलेश्वर रईस चेतना माता ने अपने आशीर्वचन देते हुए कहा कि नवरात्र में देवी माँ के नौ रूपों की सच्चे मन से पूजा अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। उन्होंने कहा कि माँ दुर्गा अपने भक्तों पर सदैव कृपा बरसाती हैं और उनकी आराधना से भक्तों का कल्याण होता है।
आज के कार्यक्रम में कन्या पूजन का विशेष महत्व रहा। छोटी-छोटी कन्याओं को देवी का रूप मानकर उनका पूजन किया गया, उन्हें उपहार दिए गए और उनका आशीर्वाद प्राप्त किया गया। इसके पश्चात आयोजित भंडारे में सभी श्रद्धालुओं ने पंक्तिबद्ध होकर प्रसाद ग्रहण किया। आश्रम में गौ सेवा का भी आयोजन किया गया, जिसमें संतों और श्रद्धालुओं ने मिलकर गौ माता की देखभाल की और उन्हें चारा खिलाया।
महायोगी पायलट बाबा आश्रम में रामनवमी और नवरात्र के समापन पर आयोजित यह कार्यक्रम श्रद्धा, भक्ति और सेवा का एक अनुपम उदाहरण प्रस्तुत करता है। देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं ने इस आध्यात्मिक और सांस्कृतिक आयोजन में भाग लेकर धन्य महसूस किया।