हरिद्वार: सतर्कता विभाग (विजिलेंस) की एक ट्रैप टीम ने हरिद्वार तहसील में बड़ी कार्रवाई करते हुए एक महिला पटवारी के निजी सहायक को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान अनुज कुमार के रूप में हुई है, जो तहसील में तैनात महिला पटवारी मोनू भारती उर्फ मोनिका का निजी सहायक है। उसे शिकायतकर्ता से दाखिल-खारिज की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के एवज में 4,500 रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया।
जानकारी के अनुसार, शिकायतकर्ता पिछले साल से यानी वर्ष 2023 से अपने प्लाट के दाखिल-खारिज की प्रक्रिया पूरी कराने के लिए तहसील के चक्कर काट रहा था। शिकायतकर्ता ने बताया कि पटवारी मोनू भारती द्वारा उसे लगातार आश्वासन दिया जा रहा था, लेकिन उसकी प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ रही थी। इसी बीच, 9 अप्रैल को पटवारी के निजी सहायक अनुज कुमार ने इस काम को कराने के बदले में रिश्वत की मांग की।
रिश्वत देने के इच्छुक न होने पर शिकायतकर्ता ने आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का निर्णय लिया और सतर्कता अधिष्ठान से संपर्क किया। सतर्कता अधिष्ठान की देहरादून सेक्टर की ट्रैप टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए जाल बिछाया। टीम ने योजनाबद्ध तरीके से तहसील परिसर में ही आरोपी अनुज कुमार को शिकायतकर्ता से 4,500 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया।
इस सफल कार्रवाई के बाद सतर्कता अधिष्ठान की टीम आरोपी अनुज कुमार से पूछताछ कर रही है, जिसके बाद आगे की कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। सतर्कता निदेशक डॉ. वी. मुरूगेसन ने इस सफल ऑपरेशन को अंजाम देने वाली ट्रैप टीम को नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है। इस कार्रवाई से तहसील कार्यालयों में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक कड़ा संदेश गया है।
2025-04-09