मुख्यमंत्री धामी ने नए स्मार्ट रूम का किया लोकार्पण, शिक्षा क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की सराहना

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हरिद्वार: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज, हरिद्वार में नवनिर्मित भवन और अत्याधुनिक स्मार्ट रूम का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने विद्यालय के प्रतिभावान विद्यार्थियों और उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों को सम्मानित भी किया।
मुख्यमंत्री धामी ने विद्या भारती द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे महत्वपूर्ण कार्यों की सराहना की। उन्होंने बताया कि विद्या भारती देशभर में 12 हजार से अधिक विद्यालयों का सफलतापूर्वक संचालन कर रही है, जो शिक्षा के प्रसार में एक महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। उत्तराखंड में विद्या भारती के 500 से अधिक विद्यालयों में एक लाख से अधिक विद्यार्थी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।
राज्य सरकार की शिक्षा नीति पर प्रकाश डालते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षा व्यवस्था में निरंतर सुधार के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में नई शिक्षा नीति को लागू कर दिया गया है, जिसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं। इसके अतिरिक्त, पीएमश्री योजना के अंतर्गत राज्य में 141 नए विद्यालय बनाए जा रहे हैं, जो शिक्षा के बुनियादी ढांचे को मजबूत करेंगे।
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को सुलभ बनाने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश के 13 जनपदों के 500 विद्यालयों में वर्चुअल क्लास रूम की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। साथ ही, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से एनसीईआरटी की पाठ्य पुस्तकों को अनिवार्य कर दिया गया है। विज्ञान विषय को छात्रों के लिए और अधिक रुचिकर और सरल बनाने के लिए राज्य में ‘लैब ऑन व्हील्स’ (मोबाइल साइंस लैब) की शुरुआत की गई है, जो दूरस्थ क्षेत्रों के छात्रों तक भी विज्ञान की शिक्षा पहुंचाएगी।
मुख्यमंत्री ने छात्रों को शिक्षा सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित करने की दिशा में सरकार के प्रयासों को भी रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि कक्षा 01 से 12 तक के सभी विद्यार्थियों को निशुल्क पाठ्य पुस्तकें प्रदान की जा रही हैं, और कक्षा एक से आठ तक के बच्चों को जूते और बैग भी मुफ्त में दिए जा रहे हैं।
उच्च शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए सरकार की योजनाओं का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में मॉडल कॉलेज, महाविद्यालय, छात्रावास और आधुनिक आईटी लैब स्थापित किए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि शिक्षकों और असिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति प्रक्रिया तेजी से चल रही है, जिससे शिक्षण संस्थानों में योग्य शिक्षकों की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके।
युवाओं के सर्वांगीण विकास पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए राज्य में स्टेडियम और अन्य खेल सुविधाओं का विकास किया जा रहा है। उन्होंने यह भी घोषणा की कि प्रतिभावान खिलाड़ियों को छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी और उन्हें सरकारी नौकरियों में भी प्राथमिकता दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने राज्य के युवाओं से समय का सदुपयोग करने और पूरी निष्ठा के साथ अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रयास करने का आह्वान किया। उन्होंने पिछली भर्तियों में हुई अनियमितताओं का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने नकल माफिया पर लगाम लगाने के लिए सख्त कानून लागू किया है, जिसके परिणामस्वरूप 22 हजार से अधिक युवाओं को पारदर्शी तरीके से सरकारी नौकरी मिली है।
अंत में, मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों से मन लगाकर पढ़ने और विद्यालय का नाम रोशन करने का आग्रह किया। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे इन प्रयासों से उत्तराखंड शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को प्राप्त करेगा।

इस अवसर पर अध्यक्ष शिवशंकर जायसवाल, शेर सिंह रावत, कोषाध्यक्ष रोहित भाटिया, महापौर किरण जैसल, विधायक प्रदीप बत्रा, राज्यमंत्री देशराराज कर्णवाल ,भाजपा जिलाध्यक्ष आशुतोष शर्मा, पूर्व विधायक संजय गुप्ता, पूर्व जिलाध्यक्ष संदीप गोयल, जिला उपाध्यक्ष लव शर्मा,जिला महामंत्री आशु चौधरी, विक्रम भुल्लर,जिलाधिकारी कर्मेंन्द्र सिंह, एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोभाल, एचआरडीए उपाध्याय अंशुल सिंह, मुख्य नगर आयुक्त नंदन सिंह, उपाध्यक्ष उत्तराखंड पारिस्थितिकीय पर्यटन सलाहकार परिषद ओम प्रकाश जमदग्नि, अपर जिलाधिकारी दीपेंद्र सिंह नेगी,सीएमओ आरके सिंह,मुख्य शिक्षा अधिकारी केके गुप्ता, एचआरडीए सचिव मनीष कुमार सिंह,एसडीएम जितेंद्र कुमार, एसपी जितेंद्र मेहरा, पंकज गैरोला, सिटी मजिस्ट्रेट कुश्म चौहान, तहसीलदार प्रियंका रानी सहित स्कूल के छात्र छात्राएं आदि उपस्थित थे।
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