हरिद्वार में संत समाज ने ब्रह्मलीन स्वामी वागीश्वरानंद महाराज को दी श्रद्धांजलि और पहलगाम आतंकी हमले पर किया रोष व्यक्त

Listen to this article

हरिद्वार: भूपतवाला स्थित श्रीचेतन ज्योति आश्रम में आज एक भावपूर्ण गुरुजन स्मृति समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें संत समाज ने आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी ऋषिश्वरानंद महाराज के संयोजन में ब्रह्मलीन स्वामी वागीश्वरानंद महाराज का स्मरण करते हुए उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस अवसर पर उपस्थित संत महापुरुषों ने हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर गहरा दुख और आक्रोश व्यक्त करते हुए केंद्र सरकार से पाकिस्तान को कड़ा सबक सिखाने की मांग की।
समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हरिद्वार को धर्म और संतों की नगरी बताते हुए कहा कि ब्रह्मलीन स्वामी वागीश्वरानंद महाराज संत समाज की एक दिव्य विभूति थे। उन्होंने समाज को धर्म और अध्यात्म के मार्ग पर आगे बढ़ाने में जो योगदान दिया है, वह सदैव स्मरणीय रहेगा। उन्होंने सभी से ब्रह्मलीन स्वामी वागीश्वरानंद महाराज के दिखाए मार्ग का अनुसरण करने का आह्वान किया।
समारोह की अध्यक्षता कर रहे बाबा हठयोगी ने ब्रह्मलीन स्वामी वागीश्वरानंद महाराज को त्याग, तपस्या और सेवा की प्रतिमूर्ति बताया। उन्होंने कहा कि स्वामी वागीश्वरानंद महाराज द्वारा शुरू की गई सेवा परंपरा को महंत ऋषिश्वरानंद महाराज निरंतर आगे बढ़ा रहे हैं, जो अत्यंत सराहनीय है।
महंत ऋषिश्वरानंद महाराज ने इस अवसर पर उपस्थित सभी संत महापुरुषों और अतिथियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि उनके जीवन का उद्देश्य पूज्य गुरुजनों के दिखाए मार्ग और उनकी शिक्षाओं का अनुसरण करते हुए आश्रम की सेवा परंपरा का विस्तार करना और उनके अधूरे कार्यों को पूरा करना है। उन्होंने जानकारी दी कि आश्रम मानव कल्याण में अपना योगदान देने के साथ-साथ शिक्षा केंद्रों का भी संचालन कर रहा है, जिससे क्षेत्र के बच्चों को लाभ मिल रहा है।
महामंडलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद महाराज ने अपने संबोधन में कहा कि जो शिष्य अपने गुरुजनों की शिक्षा और उनकी आज्ञा का पालन करते हैं, उन पर ईश्वरीय कृपा सदैव बनी रहती है। उन्होंने स्वामी ऋषिश्वरानंद महाराज की उनके गुरुजनों के प्रति अगाध श्रद्धा को सभी के लिए प्रेरणादायी बताया।
महामंडलेश्वर स्वामी गर्व गिरी महाराज ने ब्रह्मलीन स्वामी वागीश्वरानंद महाराज को संत समाज का प्रेरणा स्रोत और एक विद्वान संत बताया। उन्होंने कहा कि स्वामी वागीश्वरानंद महाराज जैसे महापुरुष का सानिध्य मिलना बड़े सौभाग्य की बात है और सभी को उनके दिखाए मार्ग पर चलते हुए मानव सेवा का संकल्प लेना चाहिए।
इस अवसर पर महंत दुर्गादास, महंत विष्णु दास, महंत प्रह्लाद दास, स्वामी ऋषि रामकृष्ण, स्वामी शिवानंद, महंत राधवेंद्र दास, महंत गोविंददास, महंत रघुवीर दास, महंत कपिल मुनि, जगद्गुरू द्वाराचार्य, महंत विनोद महाराज, स्वामी रविदेव शास्त्री, महंत भूपेंद्र गिरी, स्वामी राममुनि, स्वामी हहिरानंद, स्वामी शिवम महंत, स्वामी दिनेश दास, स्वामी सुतिक्ष्ण मुनि, स्वामी ज्योर्तिमयानंद, स्वामी निर्मलदास, पार्षद आकाश भाटी, संजय महेश्वरी, मनोज महंत, राजेश रस्तोगी, अजय ठाकुर, अतुल शर्मा सहित बड़ी संख्या में संत महंत और श्रद्धालु भक्त उपस्थित थे। सभी ने ब्रह्मलीन स्वामी वागीश्वरानंद महाराज को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके आदर्शों को अपने जीवन में अपनाने का संकल्प लिया।