नगर कोतवाली पुलिस का सत्यापन अभियान की सफलता

Listen to this article

बांग्लादेशी महिला और उसके बेटे,पति को पुलिस ने किया गिरफ्तार

हरिद्वार: संदिग्धों की तलाश के लिए जिले भर में चलाए जा रहे सत्यापन अभियान के दौरान पुलिस ने एक बांग्लादेशी महिला और उसके नाबालिक बेटे को गिरफ्तार किया है। महिला करीब दस वर्ष पहले सीमा पार कर भारत में दाखिल हुई थी और पीलीभीत बरेली के व्यक्ति से दूसरी शादी करने बाद भारत में रह रही थी।दूसरे पति से महिला की एक 3साल की बेटी भी है। आरोपित महिला के कब्जे से 1मोबाईल फोन,2आधार कार्ड मूल,आधार कार्ड की 4 छायाप्रति,पैन कार्ड की 2छायाप्रति व 1प्रार्थना पत्र बरामद हुआ है।महिला के पीलीभीत निवासी पति ने ही उसका आधार कार्ड और पैन कार्ड बनवाया था। महिला के पति को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के निर्देशों पर पूरे जिले में चलाए जा रहे सत्यापन अभियान के तहत शहर कोतवाली पुलिस एवं अभिसूचना ईकाई ने शुक्रवार को रोड़ीबेलवाला क्षेत्र में सत्यापन अभियान चलाते हुए झुग्गी झोंपड़ी में रह रहे एक दंपत्ति से पूछताछ की तो महिला की भाषा स्थानीय नहीं लगी।सख्ती से पूछताछ करने पर सामने आया कि महिला मूल रूप से बांग्लादेश की रहने वाली है।कई वर्ष पूर्व महिला अपने पांच साल के बेटे को लेकर बॉर्डर पार कर भारत में आ गई थी। महिला के बांग्लादेशी होने की जानकारी सामने आने पर पुलिस ने महिला, उसके बेटे और पति को गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी ने बताया कि रूबीना से रूबी बनी बांग्लादेशी महिला अपने 5वर्षीय बेटे को लेकर करीब 10वर्ष पहले अवैध रूप से भारत में दाखिल हुई थी।कई जगह रहने के बाद हरिद्वार पहुंचने पर उसने संतोष दुबे निवासी बमरोली बिलगंज पीलीभीत यूपी से शादी कर ली थी।जिससे उसकी तीन वर्ष की एक बेटी भी है। एसएसपी ने बताया कि महिला का असली नाम रुबीना अख्तर निवासी मुरादपुर रोड श्यामपुर मॉडल स्टेशन ढाका बांग्लादेश है।उसके पति की मौत हो चुकी है। महिला यहां रूबी देवी बनकर रह रही थी। महिला के पास से दो आधार कार्ड और पैन कार्ड बरामद हुए है।एक आधार कार्ड पर पता ब्रह्मपुरी का लिखा है और पैन कार्ड पर उसका नाम रूबी देवी पुत्री श्रीकांत लिखा है।महिला के पति संतोष दुबे ने उसका फर्जी आधार कार्ड बनवाया था,जिसमें उसने उसका पता अपने गांव का लिखवाया है।महिला भारत कैसे पहुंची इस संबंध में जानकारी की जा रही है। दंपति फिलहाल दिहाड़ी मजदूरी कर रहा था।महिला के पहला पति से पैदा बेटा करीब 13वर्ष का है।उसे भी उसके बांग्लादेशी नागरिक होने की जानकारी थी।उसका भी फर्जी आधार कार्ड बनाया गया है।एसएसपी ने बताया कि फर्जी आधार कार्ड बनाने वालों की भी तलाश की जा रही है।उनके खिलाफ भी कार्रवाई होना तय है। बताया कि दंपति के अलावा किशोर को किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया जाएगा। जबकि 3साल की मासूम जेल में ही मां के साथ रहेगी।एसएसपी ने बताया कि महिला के मोबाईल फोन की जांच से पता चला है कि महिला बांग्लादेश में रह रहे अपने पिता और भाई के संपर्क में भी थी। घुसपैठ से जुड़ा मामला होने के चलते गहराई से जांच की जा रही है।