ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन में ग्लोबल इंटरफेथ वॉश एलायंस और यूनिसेफ के सहयोग से देश की पहली राष्ट्रीय बहुधर्मी समन्वय समिति की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य विभिन्न धर्मों के प्रतिनिधियों को एक मंच पर लाकर जल, स्वच्छता, स्वास्थ्य, पोषण, बाल संरक्षण, शिक्षा और जलवायु परिवर्तन जैसे महत्वपूर्ण सामाजिक विषयों पर सामूहिक दृष्टिकोण विकसित करना था।
बैठक में स्वास्थ्य, पोषण, वॉश (जल, स्वच्छता और स्वास्थ्य), बाल संरक्षण और शिक्षा पर गहन चर्चा हुई. प्रतिभागियों ने इस बात पर जोर दिया कि धर्म के माध्यम से इन क्षेत्रों में सकारात्मक संदेश और व्यवहार परिवर्तन लाया जा सकता है। एक सहभागी, सतत संवाद पर आधारित और क्रियाशील समिति के निर्माण पर सहमति बनी।
परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि यह यात्रा ‘यूनाइटेड नेशंस’ से ‘यूनाइटेड क्रिएशन’ की ओर बढ़ रही है। उन्होंने विविधता में एकता को भारत की शक्ति बताया और बच्चों की मुस्कान, नारियों की गरिमा और प्रकृति के संरक्षण के लिए सामूहिक प्रयास का आह्वान किया।
बैठक में कुल 34 प्रतिष्ठित प्रतिनिधियों ने भाग लिया। प्रमुख प्रतिभागियों में स्वामी चिदानन्द सरस्वती (हिंदू), सरदार परमजीत सिंह चण्डोक (सिख), मुफ्ती शमून कासमी (मुस्लिम), स्वामी विवेक मुनि (जैन), अनिल कुमार जैन (बौद्ध), फादर थुम्मा (ईसाई), ए.के. मर्चेंट (बहाई) और डॉ. शंकर कुमार सन्याल (अनुसूचित जाति) शामिल थे। यूनिसेफ इंडिया से डेनिस लार्सन और अन्य प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
सभी प्रतिभागियों ने सामाजिक कल्याण के लिए सामूहिक संकल्प लिया। बैठक का समापन पावन गंगा आरती में सहभागिता के साथ हुआ, जहाँ जल संरक्षण, महिला सशक्तिकरण और पर्यावरण सुरक्षा हेतु प्रार्थना और संकल्प किए गए ।
2025-05-29