हरिद्वार में होटल व्यवसायी पर गोली चलाने के मामले में दो गिरफ्तार, विदेश से मिली थी ‘सुपारी’

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हरिद्वार: हरिद्वार पुलिस ने होटल व्यवसायी अरुण को गोली मारने के मामले में बड़ी सफलता हासिल की है। लगभग 1000 सीसीटीवी फुटेज खंगालने और गहन जांच के बाद पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस हत्याकांड के प्रयास का खुलासा करते हुए हरिद्वार के एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोभाल ने बताया कि पीड़ित को मारने की सुपारी विदेश से दी गई थी और यह मामला दो गैंगों के बीच पुरानी रंजिश का परिणाम है।
घटना और पुलिस कार्रवाई
2 जून को रोहतक, हरियाणा के होटल व्यवसायी अरुण (25) को कोतवाली क्षेत्र के खड़खड़ी सूखी नदी पुल के पास अज्ञात बाइक सवार व्यक्तियों ने गोली मार दी थी। उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया। घायल के पिता सत्यवान की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। एसएसपी ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए सिटी कोतवाली और सीआईयू हरिद्वार की एक संयुक्त टीम का गठन किया।
व्यापक सीसीटीवी जांच और गिरफ्तारी
पुलिस टीम ने आरोपियों की तलाश में हरिद्वार से लेकर मुजफ्फरनगर, शामली, सहारनपुर (उत्तर प्रदेश), अंबाला, यमुनानगर (हरियाणा), लुधियाना और फगवाड़ा (पंजाब) तक लगभग 1000 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने आरोपी मानव हंस और गौरव कुमार को फगवाड़ा, पंजाब के खोखड़ा रोड से गिरफ्तार कर लिया।
गैंगवार और सुपारी का खुलासा
एसएसपी डोभाल ने बताया कि पूछताछ में सामने आया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी मानव हंस, गौरव कुमार, और फरार हिमांशु सूद, बॉबी, तथा शम्मी खान नंदू उर्फ कपिल सागवान गैंग के सदस्य हैं। नंदू उर्फ कपिल इस समय लंदन में है। नंदू और मंजीत महल गैंग के बीच पुरानी दुश्मनी है। वर्ष 2016 में मंजीत महल ने नंदू उर्फ कपिल सागवान के जीजा डॉक्टर उर्फ सुनील की हत्या कर दी थी, जिसके बाद से दोनों गैंगों के बीच लगातार गैंगवार चल रही है।
मंजीत महल गैंग का सदस्य गौरव उर्फ लकी, जो वर्तमान में झज्जर हरियाणा जेल में बंद है, उसके मामा का लड़का अरुण उर्फ सुखा (पीड़ित) इस केस में गौरव की कोर्ट में पैरवी कर रहा था। इसी रंजिश के चलते नंदू ने विदेश से अरुण को मारने की सुपारी अपने गैंग सदस्य हिमांशु सूद को दी थी। हिमांशु सूद पर पंजाब में पहले से ही कई मुकदमे दर्ज हैं।
हत्या की साजिश और अंजाम
पुलिस ने बताया कि हिमांशु को हत्या की योजना के तहत पिस्टल, वाहन आदि उपलब्ध कराए गए थे। हिमांशु, बॉबी, गौरव, मानव और शम्मी खान ने मिलकर अरुण के बारे में जानकारी जुटाई। हिमांशु, बॉबी और गौरव लुधियाना से दो पिस्टल लेकर आए थे।
1 जून की रात मानव हंस और शम्मी खान पंजाब से बाइक पर हरिद्वार आए थे। हिमांशु ने पहले ही होटल सन व्यू की फोटो भेजकर बताया था कि वहीं कमरा लेना है। कुछ समय बाद हिमांशु, बॉबी और गौरव टाटा नेक्सन कार से रुड़की तक आए। रुड़की से शम्मी खान बाइक से हिमांशु और बॉबी को होटल सन व्यू ले आया। ये पांचों लोग आपस में “जंगी एप्प” का उपयोग करके संपर्क में थे ताकि उनकी कॉल ट्रेस न हो सके।
2 जून को हिमांशु, बॉबी और मानव बाइक से अरुण की रेकी कर रहे थे, जबकि शम्मी खान पैदल रेकी कर रहा था। घटना के दिन हिमांशु ने अपनी पिस्टल से अरुण पर फायर किया, जो मिसफायर हो गया। इसके बाद बॉबी ने अरुण पर गोली मारी। गोली मारने के बाद शम्मी खान ट्रेन से और मानव हंस, हिमांशु, बॉबी उसी बाइक से वापस चले गए।
गिरफ्तार आरोपियों का आपराधिक इतिहास
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान मानव हंस (21) पुत्र अजय कुमार निवासी हरगोविंद नगर, थाना सिटी फगवाड़ा, जिला कपूरथला, पंजाब और गौरव कुमार (28) पुत्र लक्ष्मी दास निवासी बीडीओ बहराय, नवांशहर, पंजाब के रूप में हुई है। मानव हंस पर तीन और गौरव कुमार पर एक मुकदमा दर्ज है। वहीं, वांछित हिमांशु सूद पर छह और शम्मी खान पर दो मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने दोनों गिरफ्तार आरोपियों का चालान कर दिया है और फरार आरोपियों की तलाश में जुटी है।