चंडी देवी मंदिर का प्रबंधन अब बीकेटीसी संभालेगी, हाईकोर्ट को हर हफ्ते भेजी जाएगी रिपोर्ट

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हरिद्वार : तीर्थनगरी हरिद्वार में नील पर्वत पर स्थित प्रसिद्ध चंडी देवी मंदिर का संचालन अब बदरी-केदार मंदिर समिति (बीकेटीसी) करेगी। बीकेटीसी ने आज औपचारिक रूप से चंडी देवी मंदिर का प्रबंधन अपने हाथ में ले लिया।बीकेटीसी के सीईओ विजय थपलियाल अपनी टीम के साथ चंडी देवी मंदिर पहुंचे और सबसे पहले देवी के दर्शन किए। इसके बाद उन्होंने मंदिर का प्रबंधन अपने जिम्मे लिया। इस अवसर पर सीईओ विजय थपलियाल ने बताया कि यह कार्रवाई उत्तराखंड हाईकोर्ट के आदेशों के अनुपालन में की गई है। उन्होंने यह भी बताया कि बीकेटीसी ने अपना स्टाफ मंदिर में तैनात कर दिया है, जो हर दिन की रिपोर्ट तैयार करेगा और साप्ताहिक रूप से यह रिपोर्ट सीधे हाईकोर्ट को भेजी जाएगी। फिलहाल, मंदिर में चार स्टाफ सदस्यों की टीम तैनात की गई है।

मंदिर के ट्रस्टी ने इस कदम का स्वागत करते हुए कहा कि हाईकोर्ट द्वारा बीकेटीसी को संरक्षक के रूप में नियुक्त किए जाने से श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी और मंदिर का संचालन अधिक सुव्यवस्थित तरीके से होगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि इससे मंदिर में नई व्यवस्थाओं की भी शुरुआत होगी। उल्लेखनीय है कि यह मामला चंडी देवी मंदिर के तत्कालीन महंत रोहित गिरी से जुड़ा है। उन पर बिना तलाक लिए दूसरी शादी करने का आरोप था। इसके अतिरिक्त, महंत ने अपनी पहली पत्नी पर मंदिर में चोरी का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था।

इस मामले की सुनवाई करते हुए न्यायमूर्ति राकेश थपलियाल की एकलपीठ ने महंत की पहली पत्नी को अग्रिम जमानत दे दी थी। मामले की अगली सुनवाई के लिए 13 अगस्त की तारीख तय की गई है। महंत की पहली पत्नी ने अग्रिम जमानत के लिए हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। याचिका में उन्होंने बताया था कि उनका विवाह महंत के साथ मंदिर में हुआ था, लेकिन महंत ने उन्हें बिना बताए दूसरी शादी कर ली और वर्तमान में लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहे हैं। जब उन्हें इस बात का पता चला तो उन्होंने एक प्राथमिकी दर्ज कराई, जिसके बाद महंत ने उनके खिलाफ मंदिर में चोरी का मुकदमा दर्ज करा दिया।इसी आधार पर उन्होंने हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया था, जिस पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने उन्हें राहत प्रदान की। कोर्ट ने यह भी आदेश दिया कि अग्रिम आदेश तक मंदिर का संचालन बदरी-केदार मंदिर समिति कमेटी करेगी। इस आदेश के तहत आज समिति के पदाधिकारियों ने मंदिर का प्रभार ग्रहण कर लिया ।