हरिद्वार में सफलतापूर्वक संचालित कांवड़ यात्रा, यातायात व्यवस्था सुगम

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हरिद्वार में चल रही कांवड़ यात्रा जिलाधिकारी मयूर दीक्षित और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह डोभाल के कुशल नेतृत्व में सुव्यवस्थित और सुरक्षित ढंग से संचालित हो रही है। अधिकारियों द्वारा कांवड़ पटरी का निरंतर निरीक्षण किया जा रहा है और श्रद्धालुओं से मिलकर उनकी कुशलक्षेम पूछी जा रही है। यातायात पुलिस अधीक्षक जितेंद्र मेहरा के नेतृत्व में यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए लगातार कार्य किया जा रहा है। देर रात शंकराचार्य चौक से हरीलोक और टोल प्लाजा तक सड़क पर खड़े वाहनों और कांवड़ियों द्वारा सड़क पर रखी कांवड़ों को हटाकर यातायात सुचारू किया गया, साथ ही पैदल कांवड़ियों को नहर पटरी पर चलने के लिए निर्देशित किया गया। जिला प्रशासन और पुलिस बल के अधिकारी व जवान चौबीसों घंटे अपनी सेवाएँ दे रहे हैं ताकि कांवड़ यात्रा निर्बाध रूप से संपन्न हो सके।

बीईजी आर्मी तैराक दल कांवड़ियों की सुरक्षा में तत्पर, बचाए 22 जीवन

जिलाधिकारी मयूर दीक्षित और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक परमेन्द्र डोबाल के निर्देशन में, बीईजी आर्मी के तैराक दल गंगा के विभिन्न घाटों पर तैनात होकर कांवड़ियों की सुरक्षा में अहम भूमिका निभा रहे हैं। लाखों की संख्या में कांवड़िये हरिद्वार से जल लेकर अपने गंतव्य स्थानों की ओर प्रस्थान कर रहे हैं, और गंगा स्नान के दौरान गहराई में जाने से डूबने की घटनाएं सामने आती हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए, बीईजी आर्मी के कमांडेंट ब्रिगेडियर के.पी. सिंह के नेतृत्व में सूबेदार लखबीर सिंह और उनकी टीम हरकी पैड़ी के आसपास के सभी घाटों, रुड़की गंग नहर के क्षेत्रों तक लगातार निगरानी कर रही है। सूचना मिलने या देखने पर, आर्मी तैराक दल तुरंत मोटर बोट से मौके पर पहुंचकर कांवड़ियों की जान बचा रहे हैं। अब तक 22 शिवभक्त कांवड़ियों को डूबने से बचाया गया है, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद सुरक्षित रूप से उनके गंतव्य स्थानों पर भेजा गया है। बीईजी आर्मी, इंडियन रेड क्रॉस और जिला प्रशासन के इस कार्य की कांवड़ियों और उनके परिवारों द्वारा सराहना की जा रही है। इस वर्ष कांवड़ियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने जल पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के साथ बीईजी आर्मी तैराक दलों को भी संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात कराया है।