हरिद्वार: समग्र स्वास्थ्य और भारतीय ज्ञान परंपरा को बढ़ावा देने के लिए पतंजलि विश्वविद्यालय और बंगाल इंजीनियरिंग ग्रुप एवं केंद्र (रूड़की) के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता हुआ है। इस समझौते का उद्देश्य सेवारत और सेवानिवृत्त सैनिकों और उनके परिवारों को योग, आयुर्वेद और एक बेहतर जीवनशैली के जरिए लाभ पहुंचाना है।
आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि आधुनिक जीवनशैली से उत्पन्न तनाव और अवसाद से प्रभावित सैनिकों के लिए योग और आयुर्वेद एक सकारात्मक समाधान है। उन्होंने यह भी कहा कि सेवानिवृत्त सैनिकों को उनके कौशल के आधार पर पतंजलि में रोजगार के अवसर दिए जाएंगे, ताकि वे समाज की सेवा जारी रख सकें।
बंगाल इंजीनियरिंग ग्रुप के कमांडेंट, ब्रिगेडियर करुण प्रताप सिंह, ने बताया कि यह समझौता सैनिकों के शारीरिक और मानसिक कल्याण के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इस समझौते के तहत, पतंजलि विश्वविद्यालय और अनुसंधान संस्थान बंगाल इंजीनियरिंग ग्रुप के कर्मियों के लिए योग और आयुर्वेद पर आधारित ऑनलाइन कोर्स चलाएगा। इसमें सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम शामिल हैं, साथ ही सेमिनार और कार्यशालाओं का भी आयोजन किया जाएगा।
2025-07-26