सुरक्षा और सुविधा पर जोर: धार्मिक स्थलों का मास्टर प्लान बनाने के आदेश जारी, पर्यटन विभाग बनाएगा मास्टर प्लान
हरिद्वार: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु ने सचिव पर्यटन को सभी धार्मिक स्थलों के लिए मास्टर प्लानp तैयार करने के आदेश दिए हैं। इस प्लान में भीड़ नियंत्रण, प्रवेश-निकास व्यवस्था और अन्य आवश्यक सुविधाओं को जुटाने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। यह कदम 27 जुलाई को हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में हुई दुखद दुर्घटना के बाद उठाया गया है, जिसमें नौ लोगों की मौत हो गई थी। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए विस्तृत योजना बनाने को कहा था। पर्यटन विभाग को जल्द से जल्द इस दिशा में कार्रवाई शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं, खासकर उन तीर्थ स्थलों पर जहां अत्यधिक संख्या में श्रद्धालु आते हैं। मास्टर प्लान के निर्माण और क्रियान्वयन में दोनों मंडलों के मंडलायुक्तों का सहयोग लिया जाएगा। साथ ही, तीर्थ स्थलों के मार्गों पर हुए अवैध अतिक्रमण को प्राथमिकता के आधार पर हटाने के भी स्पष्ट आदेश दिए गए हैं।
मनसा देवी मंदिर भगदड़ में मृतकों की संख्या 9 हुई
हरिद्वार। 27 जुलाई को मनसा देवी मंदिर मार्ग पर हुई भगदड़ में मरने वालों की संख्या बढ़कर नौ हो गई है। बुधवार को ऋषिकेश एम्स में इलाजरत बाराबंकी निवासी 55 वर्षीय फूलमती ने दम तोड़ दिया, जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से घायल मरीजों का इलाज जारी है। इस दुखद घटना में रविवार सुबह आठ लोगों की मौत हो गई थी और 29 लोग घायल हुए थे।
अतिक्रमण के विरुद्ध गरजी जेसीबी, 3130 वर्ग मीटर से अधिक भूमि कब्जामुक्त
हरिद्वार। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के अतिक्रमण विरोधी आदेशों का पालन करते हुए, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के निर्देशन में बुधवार को जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में अतिक्रमण मुक्त अभियान चलाया गया। रुड़की तहसील के लंढौरा मार्ग पर 2510 वर्ग मीटर भूमि कब्जामुक्त कराकर सरकारी भूमि का बोर्ड लगाया गया। भगवानपुर तहसील के झीड़ियांनग्रंट गांव में अंबेडकर पार्क की 620 वर्ग मीटर भूमि को भी अतिक्रमण मुक्त कराकर ग्राम प्रधान और ग्रामसभा को सौंप दिया गया। नौकराग्रांट गांव में अवैध रूप से किए गए पक्के निर्माण को जेसीबी से ध्वस्त कर भूमि कब्जामुक्त कराई गई।
कार्य पूरी पारदर्शिता व गुणवत्ता से पूरे किए जाएं: जिलाधिकारी मयूर दीक्षित
हरिद्वार। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने आपदा प्रबंधन कार्यालय सभागार में विभिन्न विकास योजनाओं की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को ग्रामीण क्षेत्रों में अवस्थापना विकास और आजीविका संसाधनों में वृद्धि हेतु प्रभावी कार्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने मनरेगा कार्यों की समीक्षा के दौरान गरीब और निःसहाय व्यक्तियों की सहूलियतों को ध्यान में रखते हुए कार्ययोजनाएं बनाने और ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार हेतु मैनडेज़ बढ़ाने को कहा। उन्होंने लखपति दीदी योजना की भी समीक्षा की और खंड विकास अधिकारियों को साप्ताहिक रूप से लाभार्थियों से मिलकर उन्हें सरकारी योजनाओं की जानकारी देने के निर्देश दिए। रीप के अंतर्गत संचालित कार्यों की समीक्षा में बड़े स्तर पर प्रभावशाली ग्रुप बनाने और ग्रामीण क्षेत्रों में कलस्टर आधारित कार्यों को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया, जिससे पोल्ट्री फार्म्स को प्रोत्साहित कर राज्य की चिकन की मांग जनपद से पूरी की जा सके। प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत चल रहे सर्वेक्षण कार्यों में एक भी अपात्र व्यक्ति को शामिल न करने के स्पष्ट निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने कांवड़ मेले में स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाए गए स्टॉल्स की प्रशंसा की और आगामी कांवड़ यात्रा में अधिक से अधिक स्टॉल लगवाने के निर्देश दिए।
देश का विकास तब होगा जब सबसे पिछली सीट पर बैठे व्यक्ति को विकास का लाभ मिलेगा
हरिद्वार: जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, जिला पंचायत अध्यक्ष किरण सिंह चौधरी, विधायक रानीपुर आदेश चौहान और मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोंडे ने विकास भवन सभागार में संपूर्णता अभियान सम्मान समारोह का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम में विभिन्न संकेतांकों से संबंधित विभागों के जिला व ब्लॉकस्तरीय 22 अधिकारियों को सम्मानित किया गया। जनप्रतिनिधियों ने कहा कि देश का विकास तभी संभव है जब अंतिम व्यक्ति तक विकास का लाभ पहुंचे। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने आकांक्षी ब्लॉकों में शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, आधारभूत संरचना, कौशल विकास और सामाजिक विकास जैसे क्षेत्रों में अधिकारियों और कार्मिकों के अच्छे कार्य की सराहना की और उन्हें विकसित ब्लॉकों की श्रेणी में लाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने जनप्रतिनिधियों को प्रत्येक कार्यक्रम में आमंत्रित करने और ग्राम प्रधानों व जिला पंचायत सदस्यों को प्रशिक्षण देने की बात भी कही।
सैनी सभा (रजि.) और समाज की आम सभा की बैठक सम्पन्न कराने को डीएम को सौंपा पत्र
हरिद्वार। आगामी 3 अगस्त को सैनी आश्रम, ज्वालापुर को संचालित कर रही सैनी सभा (रजि.) और समाज की आम सभा की बैठक को शांतिपूर्ण और सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए सैनी सभा के पदाधिकारियों और सैनी आश्रम बचाओ संघर्ष समिति के सदस्यों ने जिलाधिकारी मयूर दीक्षित और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र डोभाल से मुलाकात कर एक पत्र सौंपा। पत्र में बताया गया है कि सैनी आश्रम का प्रबंधन और देखरेख सैनी सभा (रजि.) द्वारा किया जा रहा है, लेकिन संस्था के नियमानुसार 18 जनवरी 2025 को चुनाव होने थे जो नहीं कराए गए। सदस्यों ने आरोप लगाया कि सैनी आश्रम को हड़पने की नीयत से फर्जी दस्तावेज तैयार कर और सैनी समाज के कुछ लोगों के फर्जी हस्ताक्षर करके ‘प्रबंध समिति, सैनी आश्रम, ज्वालापुर’ नाम से एक फर्जी संस्था पंजीकृत करा ली गई है। समाज में इस फर्जी पंजीकरण को लेकर रोष है और निष्पक्ष चुनाव की मांग की जा रही है। 3 अगस्त को होने वाली आम सभा में भारी संख्या में लोगों के पहुंचने की संभावना है और कुछ अराजक तत्वों द्वारा माहौल खराब करने की आशंका भी जताई गई है। इसलिए कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कार्यक्रम स्थल पर उचित पुलिस बल और सक्षम उच्च अधिकारियों की तैनाती की मांग की गई है। जिलाधिकारी ने उचित पुलिस बल तैनात करने का आश्वासन दिया है।
चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने की चिकित्सालय परिसर में आ रहे गुलदार को रोकने की मांग
हरिद्वार। चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाएं के पदाधिकारियों ने वन्यजीव प्रतिपालक को ज्ञापन सौंपकर मेला चिकित्सालय परिसर में आ रहे गुलदार को रोकने के लिए कदम उठाने और पेड़ों की लॉपिंग कराने की मांग की है। कर्मचारियों ने जल्द कार्रवाई न होने पर परिवार सहित धरने पर बैठने की चेतावनी दी है। उन्होंने बताया कि गुलदार और अन्य जानवरों के आने की घटनाएं लगातार हो रही हैं, जिससे अस्पताल परिसर में रहने वाले कर्मचारियों के परिवार भयभीत हैं। वन विभाग को कई बार अवगत कराने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई है।