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पूर्व मंत्री स्व.रामशरण दास की प्रतिमा लगाने की मांग

हरिद्वार। सपा नेता महंत शुभम गिरी ने प्रैस को बयान जारी कर रोशनाबाद स्थित कलेक्ट्रेट भवन के बाहर उत्तर प्रदेश सरकार में पूर्व कैबिनेट मंत्री सपा के संस्थापक सदस्य व प्रदेश अध्यक्ष रहे गुर्जर नेता स्वर्गीय चैधरी रामशरण दास की प्रतिमा लगाने की मांग की है। महंत शुभम गिरी ने कहा कि समाजवादी पार्टी के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष व सरकार में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे चैधरी रामशरण दास के प्रयासों से ही रोशनाबाद में कलेक्ट्रेट भवन की स्थापना हुई थी। 28 दिसंबर 1988 को हरिद्वार के जिला घोषित होने के बाद रोशनाबाद में जिला मुख्यालय की स्थापना का शिलान्यास तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव व तत्कालीन राजस्व मंत्री चैधरी रामशरण दास ने किया था। हरिद्वार को शानदार कलेक्ट्रेट भवन समाजवादी पार्टी सरकार की देन है। महंत शुभम गिरी ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, यूपी के नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव, जिले सभी विधायकों, नगर निगम मेयर, नगर पालिका एवं नगर पंचायतों से अध्यक्षों से मिलकर जल्द से जल्द कलेक्ट्रेट भवन के समक्ष स्व.चैाधरी रामशरण दास की प्रतिमा स्थापित करने की मांग करेंगे।

पुलिस ने किया बाइक चोर गिरोह का खुलासा,चोरी की दस बाइके बरामद

हरिद्वार।बहादराबाद पुलिस ने बाइक चोर गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर अलग-अलग स्थानों से चोरी की गयी दस बाईक बरामद की हैं। इस सम्बन्ध मे थाना परिसर मे पत्रकारों को जानकारी देते हुए एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार ने बताया कि खड़खड़ी निवासी विष्णु शर्मा ने बहादराबाद पीठ बाजार से उनकी बाईक चोरी कर लिए जाने के संबंध में मुकद्मा दर्ज कराया था। मुकद्मा दर्ज करने के बाद चोरी की गयी बाईक की बरामदगी व अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए गठित पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना पर पथरी पावर हाउस के समीप चेकिंग के दौरान दो लोगों तैय्यब निवासी ग्राम जमालपुर थाना रूड़की हाल निवासी ग्राम सराय कोतवाली ज्वालापुर व शाहबान निवासी ग्राम इक्कड़ कला थाना पथरी को चोरी की एक बाईक समेत गिरफ्तार कर उनकी निशानदेही पर पथरी पावर हाउस के पास ही झाड़ियों में छिपाकर रखी गयी हरिद्वार, ज्वालापुर, सिडकुल, यूपी के मेरठ व हरियाणा से चोरी की गयी 9 बाईक बरामद की। पूछताछ में उन्होंने बताया कि मोटरसाईकिल चोरी करने के बाद वे सस्ते दामों पर बेच देते थे। आरोपियों के खिलाफ हरिद्वार जनपद व यूपी के मेरठ जनपद में चोरी के कई मुकद्मे दर्ज हैं। पुलिस टीम में थानाध्यक्ष रितेश शर्मा,एसआई गजेंद्र सिंह रावत,हेमदत्त भारद्वाज, कांस्टेबल बलवीर सिंह,सुनील चैाहान,सुभाष राणा, सुशील चैाहान, हरजिन्दर सिंह आदि शामिल रहे।

केलाखेड़ा नगर पंचायत अध्यक्ष पद पर जीत पर सपाईयो ने जताई खुशी

हरिद्वार। उधमसिंह नगर जनपद की केलाखेड़ा नगर पंचायत अध्यक्ष सीट पर हुए उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी अकरम पठान की जीत पर ज्वालापुर पुल जटवाड़ा स्थित कार्यालय पर एकत्र हुए सपा कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दी। इस अवसर पर सपा युवजन सभा के राष्ट्रीय सचिव आशीष कुमार यादव ने कहा कि यह जीत समाजवादी पार्टी के लिए ऐतिहासिक साबित होगी। साथ ही चंपावत उपचुनाव में भी सपा पूरे दमखम के साथ अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के हाथों को मजबूत करेगी। आशीष यादव ने कहा कि उत्तराखण्ड में समाजवादी पार्टी को मजबूती प्रदान करने के लिए जल्द ही सदस्यता अभियान की शुरूआत की जाएगी। इस अवसरपर लोहिया वाहिनी के पूर्व राष्ट्रीय अध्हयक्ष चन्द्रशेखर यादव ने कहा कि केलाखेड़ा नगर पंचायत अध्यक्ष सीट पर सपा की विजय पार्टी के लिए मील का पत्थर साबित होगी। प्रदेश महासचिव राजन राठौर ने कहा कि यह उत्तराखण्ड के आम जनमानस की जीत है। इससे पार्टी का आधार मजबूत होगा। इस अवसर पर युवजन सभा के राष्ट्रीय सचिव आशीष यादव, चंद्रशेखर यादव, युवजन सभा के प्रदेश प्रवक्ता विजय यादव,प्रदेश महासचिव राजन राठौर,प्रदेश सचिव शिवकुमार कश्यप, प्रिंस यादव,आदेश उपाध्याय,रिंकू,बंटी,आदित्य यादव,कार्यालय प्रभारी मंगता हसन,मनोज कुमार,श्रेयांश चैहान,उज्जवल यादव,विकास यादव,अंकित कुमार, रज्जू, रामसागर, शिवेंद्र,रवि,नीटू सैनी,कमल,हर्ष आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।

पेंटागाॅन माॅल के कैप्टन बार में आग लगने से लाखों का सामान जला

हरिद्वार। सिडकुल स्थित पेंटागन मॉल के कैप्टन बार में आग लगने से हड़कंप मच गया। आग लगने से मॉल की दुकान में रखा लाखों का सामान जलकर राख हो गया। माॅल में आग लगने की सूचना पर मौके पर पहुंचे दमकल कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। गनीमत रही कि दमकल कर्मियों द्वारा समय रहते आग पर काबू पा लेने से कोई जनहानि नहीं हुई। रविवार सवेरे सिडकुल स्थित पेंटागाॅन माॅल की बिल्डिंग में कैप्टन बार में आग लग गई। आग लगने से माॅल में मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया। कैप्टन बार के कर्मचारियों ने इसकी सूचना दमकल विभाग को दी। सूचना पर दमकल विभाग की तीन गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया। लेकिन आग बुझने तक लाखों रूपए कीमत का सामान जलकर राख हो गया। सीएफओ नरेंद्र सिंह कुंवर ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है। किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है। आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है। बिल्डिंग में लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से आग लगने के कारण का पता लगाया जाएगा।

महान तपस्वी संत थे ब्रह्मलीन बौधप्रकाश महाराज-स्वामी परमात्मदेव

ब्रह्मलीन बौधप्रकाश महाराज को संतो ने दी श्रद्वांजलि

हरिद्वार। ब्रह्मलीन स्वामी बौधप्रकाश महाराज की 23वीं पुण्यतिथि भूतपवाला स्थित ब्रह्मनिवास आश्रम में समारोहपूर्वक मनायी गयी। श्रद्धालु संगत को संबोधित करते हुए आश्रम के परमाध्यक्ष महामण्डलेश्वर स्वामी परमात्मदेव महाराज ने कहा कि निर्मल जल के समान जीवन व्यतीत करने वाले महान तपस्वी संत ब्रह्मलीन स्वामी बौद्धप्रकाश महाराज ने जीवन पर्यन्त भक्तों को ज्ञान की प्रेरणा देकर उनके कल्याण का मार्ग प्रशस्त करने के साथ सनातन धर्म संस्कृति के प्रचार प्रसार में अहम योगदान दिया। उनके द्वारा प्रदत्त शिक्षाओं व ज्ञान का अनुसरण करते हुए आश्रम की सेवा परंपरांओं को निरन्तर आगे बढ़ाया जा रहा है। श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के अध्यक्ष श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन स्वामी बौधप्रकाश महाराज संत समाज के प्ररेणा स्रोत थे। धर्म संस्कृति के प्रति उनका ज्ञान विलक्षण था। युवा संतों को उनके जीवन से प्रेरणा लेते हुए सनातन धर्म संस्कृति के उत्थान में अपना योगदान प्रदान करना चाहिए। स्वामी कृष्णदेव महाराज ने कहा कि संत महापुरूष केवल शरीर त्यागते हैं। उनकी शिक्षाएं अनंतकाल तक समाज का मार्ग दर्शन करती हैं। महामण्डलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन स्वामी बौधप्रकाश महाराज ने समाज से जात पात ऊंच नीच का भेदभाव मिटाकर समरसता का संदेश दिया और विश्व भर में सनातन धर्म एवं भारतीय संस्कृति की पताका को फहराया। स्वामी रविदेव शास्त्री ने कहा कि संतों का जीवन सदैव परमार्थ को समर्पित रहता है और ब्रह्मलीन स्वामी बौधप्रकाश महाराज तो साक्षात परोपकार एवं करूणा की प्रतिमूर्ति थे। स्वामी ऋषिश्वरानन्द महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन स्वामी बौद्धप्रकाश महाराज ज्ञान एवं वैराग्य की प्रतिमूर्ति थे। उन्होंने सदैव भावी पीढ़ी को संस्कारवान बनाने के लिए युवाओं को प्रेरणा दी और उन्हें धर्म व संस्कृति के प्रति जागृत किया। इस अवसर पर स्वामी रविदेव शास्त्री,महंत सुतीक्ष्ण मुनि,स्वामी हरिहरानंद,महंत दामोदर दास, महंत प्रह्लाद दास,महंत रघुवीर दास, महंत बिहारी शरण, महंत सूरजदास,महंत गोविंद दास,महंत अगस्त दास,महंत मोहनसिंह,महंत तीरथ सिंह,महंत गुरमीत सिंह,स्वामी ऋषि रामकृष्ण सहित कई संत महापुरुष उपस्थित रहे।

भगवान श्रीकृष्ण की लीलाएं अपरंपार हैं-श्रीमहंत रघुमुनि

हरिद्वार।श्री राम शंकर आश्रम में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के पांचवे दिन भव्य शोभायात्रा के साथ रुकमणी विवाह का दर्शन चित्रित किया गया। इस दौरान श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के श्रीमहंत रघु मुनि महाराज ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण की लीलाएं अपरंपार हैं। जो श्रद्धालु भक्त श्रीमद् भागवत कथा का रसपान कर लेता है। उसका जीवन भवसागर से पार हो जाता है। उन्होंने कहा कि संतों के सानिध्य में कथा श्रवण का अवसर सौभाग्यशाली व्यक्ति को ही प्राप्त होता है। महामंडलेश्वर स्वामी वेदानंद महाराज ने कहा कि रानी रुक्मणी भाग्य की देवी लक्ष्मी का अवतार मानी जाती हैं। जिनका गुण चरित्र आकर्षण और महानता सर्वाधिक लोकप्रिय था। वह श्री कृष्ण भगवान की इकलौती पत्नी हैं। इसलिए उन्हें लक्ष्मी माता के समान ही दिव्य लक्षण प्राप्त होने पर लक्ष्मी स्वरूपा कहा जाता है। भगवान श्री कृष्ण अलौकिक हंै। जो अपने भक्तों पर कृपा बरसा कर उनका कल्याण करते हैं। महंत श्रवण मुनि महाराज द्वारा भव्य शोभायात्रा के पश्चात सभी संत महापुरुषों का आभार व्यक्त किया गया। श्रद्धालु भक्तों को कथा का सार समझाते हुए उन्होंने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा के श्रवण से राजा परीक्षित को मोक्ष की प्राप्ति हुई थी और कलयुग में भी इसके साक्षात प्रमाण देखने को मिलते हैं। श्रीमद् भागवत ज्ञान, साधना, भक्ति और मर्यादा के साथ प्रेरणादाई उपाख्यानो का अद्भुत संग्रह है। इसलिए कथा का श्रवण सभी के लिए सर्वदा हितकारी है। इस दौरान स्वामी रविदेव शास्त्री,महंत निर्मलदास,स्वामी हरिहरानंद,महंत दिनेशदास,महंत सूरजदास,महंत सुतीक्ष्ण मुनि,महंत श्यामप्रकाश,महंत गुरमीत सिंह,महंत प्रह्लाद दास,महंत रघुवीर दास,महंत दामोदर दास आदि संत महापुरुष उपस्थित रहे।

श्रीमद्भागवत कथा से होती है सभी इच्छाओं की पूर्ति-स्वामी अंकित दास

हरिद्वार। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के पूर्व अध्यक्ष श्रीमहंत ज्ञानदास महाराज के शिष्य बाल स्वामी महंत अंकित दास महाराज ने कहा है कि श्रीमद् भागवत कथा में सभी ग्रंथों का सार निहित है। जिससे सभी इच्छाओं की पूर्ति की जा सकती है। फल की दृष्टि से श्रीमद्भागवत कथा के समान पुष्कर प्रयाग कोई तीर्थ नहीं है। इसलिए सभी सनातन प्रेमियों को श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण अवश्य करना चाहिए। बैरागी कैंप स्थित श्री परशुराम ब्राह्मण धर्मशाला समिति के तत्वाधान में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए कथा व्यास महंत अंकित दास महाराज ने कहा कि कथा की सार्थकता तभी है। जब हम इसमें निहित उपदेशों को अपने जीवन दर्शन में शामिल कर उसे अपने व्यवहार में लाएं और अपने माता पिता और गुरुजनों का सम्मान करें। श्रीमद् भागवत कथा के श्रवण से प्रत्येक व्यक्ति में धार्मिक भावना का संचार होता है और उसके तन के साथ-साथ मन का भी शुद्धीकरण हो जाता है। श्री ज्ञान गंगा गौशाला के अध्यक्ष महंत रामदास महाराज ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा मोक्षदायक ग्रंथ है। जिसके श्रवण से व्यक्ति के कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है। इससे संशय दूर होता है और शांति एवं मुक्ति मिलती है। श्री परशुराम ब्राह्मण धर्मशाला समिति के अध्यक्ष पवन शर्मा ने कथा में पधारे सभी संत महापुरुषों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि श्रीमद् भागवत कथा के श्रवण से जन्म जन्मांतर के विकार नष्ट होकर प्राणी मात्र का अलौकिक, आध्यात्मिक विकास होता है। इस अवसर पर स्वामी रविदेव शास्त्री, महंत सुतीक्ष्ण मुनि, स्वामी हरिहरानंद,महंत प्रह्लाद दास,महंत रघुवीर दास,महंत बिहारी शरण,महंत सूरजदास,महंत गोविंद दास,महंत अगस्त दास,महंत निर्मल दास,समाजसेवी जयभगवान सहित कई संत महापुरुष उपस्थित रहे।

विलक्षण प्रतिभा की धनी संत थी माता गुरदीस कौर-श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह

हरिद्वार। श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के अध्यक्ष श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह महाराज ने कहा है कि संत परंपरा सनातन संस्कृति की वाहक है और महापुरुषों ने सदैव ही समाज को नई दिशा प्रदान की है। भूपतवाला स्थित नानकपुरा आश्रम में ब्रह्मलीन माता गुरदीस कौर महाराज की प्रथम पुण्यतिथि पर आयोजित संत समागम को संबोधित करते हुए श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह महाराज ने कहा कि माता गुरदीस कौर एक महान और विलक्षण प्रतिभा की धनी संत थी। जिनका सादा जीवन और उच्च विचार हमेशा समाज को लाभान्वित करते रहेंगे। युवा संतो को उनके जीवन से प्रेरणा लेकर राष्ट्र निर्माण में अपना सहयोग प्रदान करना चाहिए। कोठारी महंत जसविंदर सिंह महाराज ने कहा कि संतों का जीवन निर्मल जल के समान होता है। ब्रह्मलीन माता गुरदीस कौर महाराज ने अपना संपूर्ण जीवन सनातन धर्म और भारतीय संस्कृति की रक्षा के लिए समर्पित किया। नानकपुरा आश्रम की अध्यक्ष महंत सुखबीर कौर महाराज ने कहा कि संतों का जीवन सदैव ही सेवा को समर्पित रहता है। महापुरुष केवल शरीर त्यागते हैं। उनकी शिक्षाएं अनंतकाल तक समाज का मार्गदर्शन करती रहती हैं। संत निर्मल सिंह भूरीवाले महाराज ने कहा कि युवा संत भारतीय संस्कृति की रीढ़ हैं। जिनके कंधे पर धर्म एवं संस्कृति को संरक्षण संवर्धन करने का भार टिका है। हम सभी को एक मंच पर आकर राष्ट्र की एकता अखंडता बनाए रखने के लिए प्रयास करने होंगे। तभी एक सशक्त राष्ट्र का निर्माण किया जा सकता है। इस अवसर पर बाबा अमरजीत सिंह,बाबा महेंद्र सिंह, बाबा गुरविंदर सिंह, रामस्वरूप सिंह,महामंडलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद,महंत देवानंद सरस्वती,स्वामी ऋषिश्वरानंद, महंत प्रह्लाद दास,श्रीमहंत विष्णु दास, बाबा हठयोगी, महंत दुर्गादास, महंत अरुण दास,स्वामी ललितानंद गिरी, महंत निर्भय सिंह,स्वामी केशवानंद,महंत सूरज दास, महंत मोहन सिंह,महंत तीरथ सिंह,महंत शिवानंद, महामंडलेश्वर स्वामी दामोदर शरण दास सहित बड़ी संख्या में संत महंत उपस्थित रहे।

भारत को महान बनाती है गुरू शिष्य परंपरा-आचार्य म.म.स्वामी विश्वात्मानंद सरस्वती

हरिद्वार। अटल पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी विश्वात्मानंद सरस्वती महाराज ने कहा है कि गुरु शिष्य परंपरा भारतीय संस्कृति की एक अनूठी पहचान है। जो संपूर्ण विश्व में भारत को महान बनाती है और इसी के बल पर आज भारत संपूर्ण विश्व का मार्गदर्शन कर रहा है। भूपतवाला स्थित जगदीश स्वरूप आश्रम में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के विश्राम अवसर पर संत सम्मेलन के दौरान श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए स्वामी विश्वात्मानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि महामंडलेश्वर स्वामी अमृतानंद महाराज एक विद्वान एवं तपस्वी संत हैं। जो वयोवृद्ध अवस्था में भी भारतीय संस्कृति एवं सनातन धर्म के प्रचार प्रसार के लिए अपना जीवन समर्पित कर रहे हैं। निर्मल पीठाधीश्वर श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह महाराज ने कहा कि राष्ट्र को एकता के सूत्र में पिरोने के लिए महापुरुषों ने हमेशा ही अनूठे प्रयास किए हैं। संत समाज अपने तप और विद्वत्ता के माध्यम से समाज का मार्गदर्शन करता चला आ रहा है। सभी को महापुरुषों के आदर्शो को अपनाकर राष्ट्र निर्माण में अपना सहयोग करना चाहिए। चेतन ज्योति आश्रम के अध्यक्ष स्वामी ऋषिश्वरानंद महाराज एवं महामंडलेश्वर स्वामी हरि चेतनानंद महाराज ने कहा कि गुरु ही परमात्मा का दूसरा स्वरूप है। व्यक्ति को प्रत्येक क्षेत्र में सफलता के लिए गुरु की शरण में आना ही पड़ता है। वयोवृद्ध स्वामी अमृतानंद महाराज एक तपस्वी महापुरुष हैं और उनके कृपा पात्र शिष्य स्वामी अनंतानंद राम महाराज उनके द्वारा संचालित कार्य को पूर्ण करते हुए उनमें निरंतर बढ़ोतरी कर रहे हैं। यही एक गुरु की अभिलाषा और शिष्य का कर्तव्य होता है। महामंडलेश्वर स्वामी अमृतानंद महाराज सहज और सरल संत है। जिनका निर्मल व्यवहार सभी को आकर्षित करता है। ऐसे ज्ञानी महापुरुष समाज और राष्ट्र के लिए एक प्रेरणा का स्रोत है। कार्यक्रम में पधारे सभी संत महापुरुषों का आभार व्यक्त करते हुए स्वामी अनंतानंद राम महाराज ने कहा कि गुरुजनों का आदर सम्मान सभी को करना चाहिए। गुरु अपने शिष्य का संरक्षण कर उसके कल्याण का मार्ग प्रशस्त करते हैं। जो अपने गुरु की शरण में आ जाता है। उसका जीवन हमेशा उन्नति की ओर अग्रसर रहता है। उन्होंने कहा कि गुरुजनों द्वारा संचालित सेवा प्रकल्पों में निरंतर बढ़ोतरी करते हुए गौ सेवा, गंगा सेवा एवं संत सेवा करना ही उनके जीवन का मूल उद्देश्य है। इस दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने भी कार्यक्रम में पहुंचकर संत महापुरुषों से आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर महामंडलेश्वर स्वामी अनंतानंद, महामंडलेश्वर स्वामी दामोदर शरण दास, महंत सुतीक्ष्ण मुनि, महंत अरुण दास,बाबा हठयोगी,स्वामी ऋषिश्वरानंदमहंत शिवानंद,महंत सूरजदास,महंत प्रह्लाद दास, श्रीमहंत विष्णु दास, महंत रघुवीर दास, स्वामी ज्ञानानंद शास्त्री, स्वामी योगेंद्रानंद शास्त्री, महंत निर्मल दास, स्वामी कल्याण देव, स्वामी रविदेव शास्त्री, स्वामी हरिहरानंद, स्वामी दिनेश दास,स्वामी ऋषि रामकिशन,संत गुरमीत सिंह, महंत मोहन सिंह, महंत तीरथ सिंह,सहित कई संत महापुरुष उपस्थित रहे।

संतो ने दी ब्रह्मलीन स्वामी क्षत्रपति दास को श्रद्वांजलि

हरिद्वार। मनोज कुमार खन्ना। गुरु निवास आश्रम के ब्रह्मलीन स्वामी क्षत्रपति दास के सत्रहवीं पूण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि छत्रपति दास जी एक उच्च कोटि के संत थे। वे न केवल संस्कृत के विद्वान व्याकरणाचार्य थे बल्कि सभी संस्कृत के छात्रों के लिए सदैव सुलभ विद्वान थे। उनके पढ़ाये हुए एक से एक विद्वान संत और महात्मा हैं जो उनके ही जैसे क्रोध न करने वाले,सत्यनिष्ठ,उनके बताए मार्ग का अनुकरण करने वाले हैं। रविवार को कनखल स्थित गुरु निवास आश्रम में ब्रह्मलीन छत्रपति दास के शिष्य स्वामी देवानंद ने कहा कि संत हमेशा से समाज और देश के कल्याण के लिए चिंतन करता है। संत समाज मनुष्य को हमेशा सत्कर्म की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित करता है। कहा कि वे अपने गुरू द्वारा शुरू किये कार्यो को आगे बढ़ाने का प्रयास कर रहे है। श्रद्धांजलि समारोह में बड़ी संख्या मे संतों ने शामिल होकर ब्रहमलीन छत्रपति दास को श्रद्धासुमन अर्पित किए। समारोह मे हरियाणा ,उत्तर प्रदेश, दिल्ली,पंजाब ,हिमाचल प्रदेश, मध्यप्रदेश से आये श्रद्वालुओं ने बड़ी संख्या मे श्रद्धांजलि समारोह में भाग लिया और भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया। श्रद्धांजलि समारोह में मंच संचालक अरुण दास, महामंडलेश्वर स्वामी भगवत स्वरूप ,महामंडलेश्वर स्वामी शिवानंद,पंचायती उदासीन बड़ा अखाड़ा कोठारी दामोदर दास, महंत कृष्ण दास, हरिहरानंद सहित अन्य पूजनीय संत शामिल हुए।

10 मीटर एयर राइफल उत्तराखण्ड प्रदेश प्रतिस्पर्धा में रोहन सूद ने किया नाम रोशन

हरिद्वार। डीएवी स्कूल कक्षा 9वीं के हरिद्वार निवासी होनहार छात्र रोहन सूद ने 10 मीटर एयर राइफल उत्तराखंड प्रदेश प्रतिस्पर्धा में अपने वर्ग 15 वर्ष सर्वाधिक स्कोर 400 में से 383 मारकर प्रथम स्थान पाकर गोल्ड मेडल जीत कर तीर्थनगरी हरिद्वार का नाम रोशन किया है। इसके साथ ही रोहन सूद ने अपने ही वर्ग में टीम अण्डर 15 सर्वाधिक स्कोर में भी प्रथम स्थान पाकर देवभूमि एकेडमी व अपने कोच योगेन्द्र यादव का नाम रोशन करने का काम किया है। रोहन सूद ने अपने इस कामयाबी का श्रेय अपने माता-पिता व देवभूमि एकेडमी के अपने कोच योगेन्द्र यादव को दिया है। उन्हांेने कहा कि कड़ी परिश्रम से ही सफलता हासिल की जाती है। इस अवसर पर देवभूमि एकेडमी के कोच योगेन्द्र यादव ने रोहन सूद के इस सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए बताया कि रोहन सूद पिछले एक वर्ष से एयर राइफल में कड़ी परिश्रम कर रहे थे। उसी का परिणाम है कि आज रोहन ने 10 मीटर एयर राइफल उत्तराखण्ड प्रदेश प्रतिस्पर्धा मंे प्रथम स्थान में आकर गोल्ड मेडल प्राप्त किया इसके साथ ही रोहन ने अपने ही वर्ग में टीम अण्डर 15 सर्वाधिक स्कोर में भी प्रथम स्थान हासिल किया है। कोच योगेन्द्र यादव ने रोहन सूद की उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए आगे भी उसे इसी प्रकार से एयर राइफल में अच्छा प्रदर्शन का आशीर्वाद दिया

खेलों से जीवन में अनुशासन एवं परिश्रम की शिक्षा मिलती है-म0म0रूपेन्द्र प्रकाश

हरिद्वार। टेनिस बाॅल क्रिकेट फेडरेशन आॅफ इण्डिया के तत्वावधान में आयोजित हो रहे राष्ट्रीय अम्पायर प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन सैनी आश्रम ज्वालापुर में मुख्य अतिथि स्वामी रूपेन्द्र प्रकाश ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व विधायक एवं उत्तराखण्ड टेनिस बाॅल क्रिकेट फेडरेशन के अध्यक्ष देशराज कर्णवाल एवं संचालन अमजद उस्मानी ने किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि स्वामी रूपेन्द्र प्रकाश महाराज प्रबंधक प्राचीन अवधूत मण्डल आश्रम ने अपने सम्बोधन में कहा कि खेलों से जीवन में अनुशासन एवं परिश्रम की शिक्षा मिलती है। लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सच्ची लगन एवं समर्पण का भावना का विकास होता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए झबरेड़ा के पूर्व विधायक एवं उत्तराखण्ड टेनिस बाॅल क्रिकेट फेडरेशन के अध्यक्ष देशराज कर्णवाल ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि पर्वतीय राज्यांे में इस खेल की अपार संभावनाएं है, इसके लिए मैं पर्वतीय राज्यों में इस खेल को बढ़ावा देने के लिए भरसक प्रयास करूंगा साथ ही मैं आज इस मंच के माध्यम से प्रदेश की सरकार से भी मांग करता हूं कि 2016 से अन्य खेलों की तरह जो सुविधाएं प्रदेश सरकार द्वारा खिलाड़ियों को दी जा रही थी वह बंद है उसे फिर से शुरू की जाये और केन्द्र सरकार टेनिस बाॅल क्रिकेट को खेलों इण्डिया एवं एनआईएफ में शामिल कर इस खेल को दूसरे खेलों की भांति प्रोत्साहित करे। प्रशिक्षण शिविर में अरूणाचल प्रदेश, सिक्किम, केरल, दमन-दीव, राजस्थान, छतीसगढ़, दिल्ली, हरियाणा, महाराष्ट्र, विदर्भ, आंध्र प्रदेश, यूपी, उत्तराखण्ड सहित विभिन्न प्रान्तों के 85 अम्पायर प्रतिभाग कर रहे हैं। उद्घाटन समारोह में विभिन्न राज्यों के प्रदेशीय पदाधिकारी लोकेश शर्मा हि.प्र.,नीलेश नायक गोवा,सलीम खान राजस्थान,रिंगा सारा अरूणाचल प्रदेश,अवतार सिंह चैाधरी,अरूण महाजन,अमित ध्यानी,सौरव बिट्ठल,भारत भूषण, बालेश्वर शर्मा,मुनेन्द्र शर्मा, आदित्य कोठारी आदि उपस्थित रहे।