हरिद्वार। कनखल पुलिस ने क्षेत्र में हुई चोरी की घटनाओं का पर्दाफाश करते हुए एक युवक को गिरफ्तार किया है। आरोपी के कब्जे से चोरी किया गया सामान और दोपहिया वाहन बरामद हुआ है। आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेजने की तैयारी में पुलिस जुट गई है। पिछले दिनों लक्सर मार्ग पर डीलाइट मोटर वर्क्स में चोरी की वारदात को अंजाम दिया गया था। पूरा घटनाक्रम सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया था। वर्कशॉप स्वामी सरबजीत सिंह निवासी निर्मला छावनी ने इस संबंध में मुकदमा दर्ज करया था। वहीं महामंडलेश्वर पायलट बाबा के आश्रम में घुसकर भी दानपात्र एवं मंदिर से दीये चोरी कर लिए गए थे। सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में आरोपी की तस्वीर कैद हुई थी। पुलिस की पड़ताल में सामने आया कि एक ही व्यक्ति ने दोनों घटनाओं को अंजाम दिया है। नगर पुलिस अधीक्षक स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि जगजीतपुर चौकी प्रभारी खेमेंद्र गंगवार की अगुवाई में पुलिस टीम गठित की गई थी। पुलिस टीम ने आरोपी अंश भीम पुत्र रघुवीर सिंह निवासी इंद्राबस्ती की झोपड़ी से चोरी किया गया सामान बरामद कर लिया। बताया कि आरोपी पूर्व में भी चोरी की घटनाओं को अंजाम देने के आरोप में जेल जा चुका है। बताया कि आरोपी के कब्जे से एक स्कूटी भी बरामद की गई, जिसे उसने चुराया था। पुलिस टीम में एसआई खेमेंद्र गंगवार, एसआई उपेंद्र कुमार, कांस्टेबल बलवंत व उम्मेद सिंह शामिल रहे।
पतंजलि का कर्मचारी बनकर रकम ठगी का मामला,मुकदमा दर्ज
हरिद्वार। योगगुरु रामदेव के पतंजलि उत्पाद के स्टोर संचालक एवं डिस्ट्रीब्यूटर से पतंजलि कर्मचारी बनकर रकम ठग लेने का मामला सामने आया है। यह जानकारी सामने आने के बाद पतंजलि योगपीठ के कर्मचारी ने इस संबंध में थाना कनखल में मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने मामले की गहनता से जांच शुरू कर दी है। पुलिस को दी गई शिकायत में रमन पंवार पुत्र वीरसैन निवासी सतीकुंड कालोनी ने बताया कि वह पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट में कार्यरत है। बताया कि पतंजलि योगपीठ के देश भर में आयुर्वेदिक उत्पाद के स्टोर खुले हुए हैं और डिस्ट्रीब्यूटर भी हैं। स्टोर संचालक या डिस्ट्रीब्यूटर सीधे ही संस्था से संपर्क करते हैं, जिसके लिए ई मेल या फिर मोबाइल फोन नंबर जारी किया गया है। आरोप है कि कुछ समय पूर्व सामने आया कि कुछ लोग खुद को पतंजलि संस्था का कर्मचारी बताकर स्टोर या डिस्ट्रीटयूटरों से संपर्क साध रहे हैं। आरोप है कि उन्होंने कुछ लोगों से रकम भी हड़प ली है। यही नहीं स्टोर संचालकों एवं डिस्ट्रीब्यूटरों से केवाईसी अपडेट करने के नाम पर जरूरी दस्तावेजों की मांग भी की जा रही है। यही नहीं कुछ लोगों से उपचार के नाम पर भी रकम ठग ली गई है। मांग की गई है कि मोबाइल फोन नंबरों के धारकों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। कोतवाली प्रभारी मुकेश चौहान ने बताया कि इस संबंध में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी समेत प्रभावी धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।