हरिद्वार में 23 मार्च को शहीद दिवस के अवसर पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भगत सिंह चौक पर भगत सिंह की प्रतिमा पर फूलमालाएं चढ़ाकर सरदार भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को श्रद्धांजलि दी।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता मनोज सैनी और अनिल भास्कर ने कहा कि ब्रिटिश शासन के दौरान अन्याय और अत्याचार के खिलाफ उनका निडर संघर्ष और बलिदान हर भारतीय के लिए एक प्रेरणा है। भगत सिंह और उनके साथी सुखदेव और राजगुरु का संघर्ष केवल ब्रिटिश शासन के खिलाफ नहीं था, बल्कि जातिवाद और सामाजिक भेदभाव के खिलाफ भी था। उनके समानता और भाईचारे के विचार हमें हमेशा प्रेरित करते रहेंगे। उन्होंने युवाओं से शहीदों के जीवन से प्रेरणा लेने का आह्वान किया और कहा कि आज हमें फिर से काले अंग्रेजों से लड़ने का समय आ गया है। आज भाजपा सरकार देश के शहीदों के सपनों को तोड़ रही है और देश में सांप्रदायिकता और नफरत का माहौल बना रही है, जिससे देश में भाईचारे की संस्कृति को खतरा है।
कनखल ब्लॉक अध्यक्ष जतिन हांडा और ओबीसी मोर्चा के अध्यक्ष राजेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि शहीद भगत सिंह, सुखदेव थापर और शिवराम हरि राजगुरु का योगदान देश की आजादी में अविस्मरणीय है और देशवासी हमेशा इन शहीदों के ऋणी रहेंगे। कैलाश प्रधान और सूरजपाल सिंह ने कहा कि इन महान क्रांतिकारियों ने अपने जीवन से यह साबित किया कि राष्ट्रप्रेम से बड़ा कोई कर्तव्य नहीं है। भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु का बलिदान, जिन्होंने अपनी वीरता और जोशीले विचारों से युवाओं में देशभक्ति का संचार किया और राष्ट्रव्यापी स्वतंत्रता आंदोलन की शुरुआत की, पीढ़ियों तक देशवासियों को राष्ट्रहित को सबसे ऊपर रखने के लिए प्रेरित करता रहेगा।
ज्वालापुर के पूर्व नगर अध्यक्ष यशवंत सैनी और गौरव चौहान ने बताया कि 23 मार्च 1931 को भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु ने देश के लिए हंसते-हंसते अपने प्राणों की आहुति दे दी। आज का दिन हमें उन वीर बलिदानियों की याद दिलाता है जिन्होंने स्वतंत्र भारत का सपना देखा और उसे साकार करने के लिए खुद को कुर्बान कर दिया।
इस अवसर पर श्रमिक नेता विकास सिंह, हरिद्वारी लाल, नवाब अली, दिनेश कुमार, कुलदीप असवाल, दीपक कपूर, सौरभ सैनी, प्रदीप पाल, प्रह्लाद चौहान, इरशाद अली, राजीव कुमार, संजय सिंह सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे।
2025-03-23