जिलाधिकारी श्री सी रविशंकर ने कोविड 19 की स्थिति पर जनपद के नोडल अधिकारियों की एक बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में ली। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्री सौरभ गहवार, अपर जिलाधिकारी श्री केके मिश्र, श्री बीके मिश्र, मुख्य चिकित्साधिकारी एसके झा सहित समस्त नोडल अधिकारी उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी ने कोविड संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के दौरान अधिकारियों को अधिक सक्रियता व पोजिटिव लोगों के प्रति मानवीय संवेदना से कार्य करते हुए अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन करने के निर्देश दिये।
डीएम ने स्वास्थ्य सेवाओं के सम्बंध में मिल रही शिकायतों को गम्भीरता से लेते हुए सभी अधिकारियों को प्रत्येक समस्या का एसेसमेंट कर मरीजों का फीड बैक प्राप्त कर 24 घंटे के अंदर समाधान किये जाने के कड़े आदेश दिये। डेडिकेट कोविड हाॅस्पिटल में उपलब्ध शय्याओं का पूर्ण और सही प्रयोग मरीजों के उपचार मे किया जाये। बेवजह मरीजों को अन्य चिकित्सालयों के लिए भागना न पड़े। जो सुविधायें और संसाधन जनपद स्तर पर प्रशासन के पास हैं उनका पूरा लाभ मरीजों को मिले। पेशंेट भर्ती के लिए नोडल आॅफिसर डाॅ हेमंत बुदियाल ( हरिद्वार जोन 9761895871) को कहा कि चिकित्सालयों द्वारा मरीजों को भर्ती न किये जाने के मामले संज्ञान में आने पर चिकित्सालय से संज्ञान लिया जाये और औचित्यपूर्ण कारण लिया जाये कि भर्ती क्यों नहीं किया जा रहा।
जांच होने के बाद मरीज को 24 घंटे के अंदर रिजल्ट की जानकारी दी जाये। सरकारी अथवा निजि लैब द्वारा सैम्पलिंग के समय दर्ज मोबाइल नम्बर पर रिजल्ट प्रेषित किया जाये। इसके लिए कोविड कंट्रोल रूम में एक डेडिकेटड नम्बर रखा जायेगा, जिस पर जांच कर्ता को निधार्रित अवधि में विशेष रूप्प से पाॅजिटिव आने वाले मरीजों को व्यवहार कुशल और प्रशिक्षित व्यक्ति फोन कर उसकी स्थ्तिि की जानकारी लेंगेे। सीसीसी या होम आइसालेशन के सम्बंध में समझाये और पाॅजिटिव आने पर प्रोटोकाल का पालन करने क ेलिए प्रेरित करे। लैब से दैनिक आधार पर आ रही पाॅजिटिव और नेगटिव रिपोर्ट को जिला प्रशासन की वेबसाईट हरिद्वार डाॅट एनआईसी डाॅट इन पर डिस्पले किया जायेगा। साइट पर कोविड के सम्बंध में बने पेज पर जाकर केाई भी इस जानकारी को चैक कर सके।
होम आईसोलशन के सम्बंध में नोडल अधिकारी डाॅ विकास ठाकुर 8630142392 कंट्रोल रूम से व्यक्ति के पाॅजिटिव की सूचना मिलते ही उनसे सम्पर्क करने उसकी स्थिति की जानकारी लेने तथा चार पैरामिटर जो होम आइसोलेशन के लिए गाइड लाइन में हैं उनको पूछ कर होम आइसोलेशन या सीसीसी की सलाह देंगे। मरीज की स्वास्थ्य की स्थिति जानने के लिए फील्ड विजिट करेंगे। जो लोग होम आइसोलेशन में है उनको होम आइसोलेशन किट 24 घंटे के भीतर वितरित करेंगे। आईवीआरएस सुविधा के माध्यम से होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों का फीड बैक रिर्पोट डेली जिलाधिकारी को साझा करेंगे। प्रतिदिन काॅलिंग कर उनके लक्षण और उपचार की निगरानी करेंगे।
डीसीएचसी में आने वाले मरीजों को भर्ती के समय ही परामर्श पर्ची के साथ ही उसकी स्वास्थ्य हिस्ट्री की जानकारी दर्ज करेंगे। उसको कब से समस्या है, कब से लक्षण है।
सीसीसी में मरीजों को दी जा रही सुविधा के लिए भी प्रतिदिन मरीजो का फीड बैक लेकर जानकारी दी जायेगी। यदि कोई भी समस्या है तो उसका अगले दिन सुधार सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने मुख्य नगर आयुक्तों नगर निकायों को सीसीसी में सफाई व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए कहा। कोई भी लापरवाही इसमें बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
सरकारी व निजि चिकित्सालयों के फ्लू क्लिनिक, कैमिस्ट से दैनिक आधार पर डाटा प्राप्त किया जाये। सभी फ्लू क्लिनिक पर प्र्याप्त रेपिड एंटिजन किट और जांच की जाये। जो क्लिनिक ऐसा नहीं कर रहे है उन पर कार्रवाई की जाये।
डीएम ने सीएओ को समस्त सरकारी कोविड चिकित्सालयों में स्वास्थ्य पीआरओ की तैनाती तत्काल किये जाने के भी निर्देश दिये। जिन चिकित्सकों, स्वास्थ्य कर्मियों का एक्सेंटेंशन कोरोना संकट के दौरान होना आवश्यक है उसकी कार्रवाई स्वास्थ्य विभाग समय से करे।
अस्पतालों में प्र्याप्त आॅक्सीजन सप्लाई तथा दैनिक उत्पादन और आपूर्ति की जानकारी की निगरानी के निर्देश नोडल अधिकारी पल्लवी गुप्ता 7300837740 को दिये।
डीएम ने शीघ्र ही कोविड मरीजों और चिकित्सकों के बीच सोशल मीडिया और फेसबुक लाइव के जरिये संवाद स्थापित किये जाने तथा उचित चिकित्सकीय परामर्श देने के लिए एक टीम गठित किये जाने के निर्देश सीएमओ दिये। ये चिकित्सक समय सारणी वार रोगियों से संवाद स्थापित कर सकेंगे।