गंगा से जुडी विभिन्न समस्याओ के निदान हेतु पाच सदस्यीय कमेटी गठित

Listen to this article

जिलाधिकारी सी0 रविशंकर ने शनिवार को कैम्प कार्यालय से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जिला गंगा संरक्षण समिति की बैठक ली। बैठक में सर्वप्रथम पन्तदीप पार्किंग में अवैध दुकानें लगाने का मामला सामने आया, जिसकी वजह से उन दुकानों से निकलने वाली गन्दगी बहकर गंगाजी में चली जाती है। ऐसे अवैध दुकानों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात सामने आयी। इस पर मुख्यनगर आयुक्त ने कहा कि ऐसे अवैध दुकानों पर कार्रवाई की जायेगी। जिलाधिकारी ने अतिक्रमण के सम्बन्ध में सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे अतिक्रमण होने से पूर्व सक्रिय रहें ताकि बाद में अतिक्रमण होने की समस्या ही पैदा न हो। उन्होंने कहा कि अतिक्रमण का कोई न कोई स्थायी हल जरूर निकालना पड़ेगा। उन्होंने सिंचाई विभाग व नगर निगम के अधिकारियों से कहा कि अतिक्रमण होने की स्थिति में अधिकारियों की जिम्मेदारी भी तय की जायेगी। बैठक में प्रमुख नालों में सी0सी0टी0वी0 कैमरा लगाने के सम्बन्ध में भी चर्चा हुई, जिस पर नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि इसका प्रस्ताव भेजा गया है। इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि जैसे ही प्रस्ताव प्राप्त होता है, बजट की स्वीकृति कर दी जायेगी। जो लोग बाहर से आते हैं, वे अपनी पूजन सामग्री को गंगाजी में बने पुलों से गंगाजी में विसर्जित करते है, इसके लिये इन पुलों में जाली लगाने, गंगाजी के प्रमुख स्थानों पर सी0सी0टी0वी0 लगाने ताकि ऐसे लोगों को चिह्नित करके उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सके, जगह-जगह सूचनाओं के बोर्ड लगाने, गंगा के किनारे जो झुग्गी-झोपड़ियों बसी हुई हैं, उनका सीवर गंगा नदी में जाने, भू समाधि के लिये जमीन चिह्नित करने, पन्तदीप, चमकादड़ टापू आदि से अतिक्रमण हटाने तथा उन्हें नोटिस देने, हरिपुरकला में सीवर लाइन का ढाल ठीक न होने से गन्दा पानी गंगा में मिलने, गंगा नदी में विसर्जित की हुई खण्डित मूर्तियों की समस्या, गंगा नदी में नाव चलाने की सम्भावनाओं आदि के सम्बन्ध में विस्तृत चर्चा हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने गंगाजी से जुड़ी हुई विभिन्न समस्याओं के निदान के लिये सिटी मजिस्ट्रेट की अध्यक्षता में एक पांच सदस्यीय कमेटी गठित करने के निर्देश दिये, जो अतिक्रमण समेत विभिन्न मामलों का अध्ययन करके समस्याओं के निदान के सम्बन्ध में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। वीडियो कांफ्रेंसिंग में डीएफओ नीरज कुमार, मुख्य नगर आयुक्त जय भारत सिंह, क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण नियंत्रण राजेन्द्र सिंह कठैत, सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता डी0के0 सिंह के अलावा मनोज निषाद,  रामेश्वर गौड़, सचिन कुमार, अमित शर्मा, विपुल मौर्या, स्वयं सेवी संस्थाओं-बीइंग भागीरथी के शिखर पालिवाल आदि ने प्रतिभाग किया।