डीआईजी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. योगेंद्र सिंह ने अपनी पहली क्राइम बैठक में क्या कहा? देखें पूरी खबर

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डीआईजी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा. योगेंद्र सिंह रावत ने हरिद्वार जिले में अपनी पहली क्राइम मीटिंग लेते हुए विवेचनाओं के त्वरित निस्तारण और घटनाओं के खुलासे पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि बलवा जैसी घटनाओं में आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार करें। साथ ही वाहन चोरी की घटनाओं में रिकवरी बढ़ाएं। क्राइम मीटिंग में सबसे पहले जिले के पुलिस अधिकारियों ने डीआइजी पद पर पदोन्नति होने पर डा. योगेंद्र सिंह रावत को शुभकामनाएं दीं। डा. योगेंद्र सिंह रावत ने कहा कि सभी अधिकारी व कर्मचारी मेहनत और लगन से काम करें, ताकि पीड़ित को न्याय मिल सके। सभी लोग अपने कार्यों के प्रति जिम्मेदार बनें, चाहे वह अधिकारी हों या कर्मचारी। लापरवाही किसी भी स्तर पर क्षम्य नहीं होगी। एसएसपी ने बैठक में अधिकारियों को निर्देशित किया कि वह अपने अधीनस्थों की मॉनीटरिंग करते रहें और उनके कार्यों की पूरी जानकारी रखें। साथ ही सर्किल क्षेत्राधिकारी प्रत्येक माह में थाने पर नियुक्त उपनिरीक्षक व कांस्टेबल के कार्यों की समीक्षा करें। जिस कर्मचारी का कार्य संतोषजनक नहीं पाया जाता, उसकी रिपोर्ट उनके कार्यालय में भेजना सुनिश्चित करें। एसएसपी ने आगामी त्यौहारी सीजन को देखते हुए कानून एवं शान्ति व्यवस्था को लेकर सतर्क रहने के निर्देश दिए। बैठक में एसपी क्राइम पीके राय, एसपी देहात परमेंद्र डोबाल, एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय सहित सभी सीओ व थाना-कोतवाली प्रभारी मौजूद रहे।