गंगा मशाल यात्रा के माध्यम से हम नदियों को स्वच्छ रखने का संदेश जन-जन तक पहुंचाएंगे- मेजर एल एन जोशी

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*पिछले चार-पांच सालों में नदियों को साफ करने के कार्य में तेजी आई है *- विनय शंकर पांडेय

*गंगा प्रदूषित ना हो हमें लोगों को जागरूक करना चाहिए *-अनिता शर्मा मेयर

*गंगा को स्वच्छ रखने का सबसे अधिक उत्तरदायित्व आस-पास के लोगों का है*- आदेश चौहान

प्रदूषण की वजह से नदियों की स्थिति ठीक नहीं है- प्रदीप झा

दिल्ली से मेजर श्री एल0एन0 जोशी के नेतृत्व में रवाना हुई गंगा मशाल यात्रा आज हरिद्वार के हरकीपैड़ी स्थित ब्रहम कुण्ड पर पहुंची, जहां पर मशाल यात्रा का भव्य स्वागत एवं अभिनन्दन रानीपुर विधायक श्री आदेश चौहान, जिलाधिकारी श्री विनय शंकर पाण्डेय, गंगा सभा के अध्यक्ष श्री प्रदीप झा सहित बड़ी संख्या में उपस्थित अधिकारियों एवं पदाधिकारीयों तथा मां गंगा के भक्तों ने किया।
इस अवसर पर स्वागत समारोह को सम्बोधित करते हुये जिलाधिकारी श्री विनय शंकर पाण्डेय ने कहा कि वर्ष 1986 में गंगा व यमुना एक्शन प्लान लांच हुआ था। तब गंगा व यमुना को साफ करने का कार्य प्रारम्भ हुआ, लेकिन पिछले चार-पांच वर्षों में इन नदियों को साफ करने के कार्य में काफी तेजी आई है। उन्होंने कहा कि अब पहले की अपेक्षा लोगों में नदियों को साफ रखने के प्रति जागरूकता बढ़ी है। उन्होंने कहा कि गंगा को साफ रखने की जो अलख हमारे दिलों में जगी है, वह जारी रहे, तभी इसके सफल परिणाम सामने आयेंगे। उन्होंने इस मौके पर कवि दुष्यन्त की कविता -हो गयी है पीर पर्वत सी, पिघलनी चाहिये, इस हिमालय से कोई गंगा निकलनी चाहिये का भी उल्लेख किया। उन्होंने यह भी कहा कि जो कार्य लगन, मेहनत व ईमानदारी से किया जाता है, उसमें सफलता निश्चित रूप से मिलती है तथा जो संकल्प हमने लिया है, उसमें हम अवश्य सफल होंगे।
विधायक रानीपुर श्री आदेश चैहान ने अपने सम्बोधन में कहा कि सरकारों द्वारा गंगा को स्वच्छ रखने का अभियान चलते रहते हैं, लेकिन सबसे ज्यादा उत्तरदायित्व गंगा को स्वच्छ रखने में गंगा के आसपास रहने वाले लोगों का है।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का जिक्र करते हुये श्री आदेश चैहान ने कहा कि जब से श्री मोदी प्रधानमंत्री बने हैं, नमामि गंगे के तहत गंगा को स्वच्छ रखने के लिये कई महत्वपूर्ण कार्य किये गये हैं। उन्होंने क्षिप्रा नदी का उल्लेख करते हुये कहा कि यह नदी पहले काफी प्रदूषित थी, जो अब काफी हद तक साफ हो गयी है। उन्होंने कहा कि नदियों को स्वच्छ रखने में जन-सहभागिता की बहुत बड़ी भूमिका है। उन्होंने कहा कि गंगा स्वच्छता की मशाल हर व्यक्ति के दिल में जलनी चाहिये। इसके लिये हर व्यक्ति को गंगा को स्वच्छ रखने का प्रण लेना चाहिये कि हम गंगा की प्रहरी के रूप में सेवा करें। उन्होंने कहा कि गंगा स्वच्छता का सन्देश दूर तक जाना चाहिये। 
हरिद्वार की मेयर श्रीमती अनिता शर्मा ने कहा कि हमें गंगा को स्वच्छ व निर्मल बनाना है। हमें गंगा में कोई भी ऐसी वस्तु नहीं फेंकनी चाहिये, जिससे गंगा प्रदूषित हो, इसके लिये सभी को जागरूक करना है।
श्रीगंगा  सभा अध्यक्ष श्री प्रदीप झा ने अपने सम्बोधन में कहा कि प्रदूषण की वजह से नदियों की स्थिति ठीक नहीं है। उन्होंने कहा नदियों के प्रदूषित होने के चार प्रमुख कारण हैं-उद्योगों से निकलने वाला कैमिकल युक्त पानी, सीवरेज का जल, पालीथिन तथा ठोस कचरा। उन्होंने कहा कि नदियों को साफ रखने के कार्य में केन्द्र से लेकर गांव तक सभी की सहभागिता बहुत जरूरी है।
मेजर श्री एल0एन0 जोशी ने इस मौके पर कहा कि गंगा मशाल यात्रा के माध्यम से हम नदियों को स्वच्छ रखने का सन्देश आम जन तक पहुंचायेंगे।
इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारम्भ, विधायक श्री आदेश चौहान, जिलाधिकारी श्री विनय शंकर पाण्डेय, श्रीगंगा सभा के अध्यक्ष श्री प्रदीप झा, मेजर श्री एल0एन0 जोशी, उपस्थित अधिकारीगण/पदाधिकारीगणों ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
कार्यक्रम में सुश्री अनन्या भटनागर ने गंगा गीत-तेरा कर्म है, जो तेरे साथ जायेगा, हर-हर गंगे, हर-हर गंगे… तथा तेजपाल सिंह गु्रप लीडर व कलाकारों ने गंगा को स्वच्छ रखने के उद्देश्य से बनाई गयी लघु नाटिका का मंचन भी किया।
गंगा मशाल यात्रा का समापन दिनांक 26 नवम्बर को पश्चिम बंगाल में होगा।
कार्यक्रम का संचालन सचिव रेडक्रास डाॅ0 नरेश चौधरी ने किया।
इस अवसर पर उप निदेशक जल शक्ति मंत्रालय भारत सरकार श्री सुनील कुमार सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट श्री अवधेश कुमार सिंह, एम0एन0ए0 श्री दयानन्द सरस्वती, गंगा विचार मंच के श्री आशीष झा, श्री गंगासभा के श्री जितेन्द्र विद्याकुल, मेजर सुश्री विनीता कुर्ल 31 बटालियन एन0सी0सी0 हरिद्वार, डीएफओ श्री नीरज कुमार, जिला पर्यटन विकास अधिकारी श्रीमती सीमा नौटियाल सहित सम्बन्धित पदाधिकारीगण व अधिकारीगण उपस्थित थे।
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