जनपद में खनन को लेकर एक बार फिर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। जनपद में अवैध खनन को लेकर जहां विपक्षी सत्ता पक्ष पर आरोप लगा रहे है तो वही दूसरी ओर तेजी से हो रहे अवैध खनन को लेकर कई संगठनों की ओर से आवाज उठाई जा रही है। गत दिवस सायकाल प्रशासन ने छापाकर मारकर अवैध खनन में लिप्त कई वाहनों को सीज किया था। इसी कड़ी में आम आदमी पार्टी के हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा प्रभारी नरेश शर्मा ने लालढांग क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अवैध खनन किए जाने का आरोप लगाया है। नरेश शर्मा ने आरोप लगाया कि कैबिनेट मंत्री व स्थानीय विधायक की शह पर पट्टे की आड़ में बड़े पैमाने पर अवैध खनन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मंत्री के करीबी भाजपा नेता के नाम खनन पट्टा आवंटित किया गया है। अवैध खनन का आरोप लगाते हुए उन्होने दोषियों के खिलाफ मुकद्मा दर्ज करने की मांग की है। मुकद्मा दर्ज नहीं किए जाने पर नरेश शर्मा ने आंदोलन व धरना प्रदर्शन की चेतावनी भी दी। बुधवार को प्रैस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए नरेश शर्मा ने आरोप लगाया कि कैबिनेट मंत्री व स्थानीय विधायक की शह पर पट्टे की आड़ में बड़े पैमाने पर अवैध खनन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मंत्री के करीबी भाजपा नेता के नाम खनन पट्टा आवंटित किया गया है। लेकिन पट्टे की आड़ में किए जा रहे अवैध खनन के चलते नदी में बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। पोकलैंड, जेसीबी जैसी मशीनों से खनन किया जा रहा है। खनन सामग्री ढोने के लिए सैकड़ों डंपर, ट्रैक्टर ट्राली लगी हुई हैं। स्थानीय ग्रामीणों ने जब इसका विरोध किया तो उन्हें झूठे मुकद्मे मे फंसाने की धमकी दी जा रही है। शिकायत करने पर एक दो वाहनों को सीज कर प्रशासन दिखावे की कार्रवाई कर रहा है। उन्होंने कहा कि यदि अवैध खनन करने वालों के खिलाफ मुकद्मा दर्ज नहीं किया गया तो बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने मंत्री की संपत्ति की जांच कराने की मांग करते हुए कहा कि मंत्री क्षेत्र का विकास कराने में भी पूरी तरह नाकाम रहे हैं। क्षेत्र में शिक्षा, चिकित्सा जैसी मूलभूत सुविधाएं भी ग्रामीणों को उपलब्ध नहीं है। उन्होंने मंत्री को खुली बहस की चुनौती देते हुए कहा कि यदि मंत्री एक भी काम गिनवा दें तो वे राजनीति छोड़ देंगे। वार्ता के दौरान प्रदेश उपाध्यक्ष ओपी मिश्रा, महिला मोर्चा की प्रदेश उपाध्यक्ष हेमा भण्डारी, आप जिला अध्यक्ष अमित विश्नोई, संजू नारंग, ममता, अनिल सती आदि आप कार्यकर्ता भी मौजूद रहे।
*पट्टाधारक भाजपा नेता आलोक द्विवेदी ने आरोपों को बताया निराधार*
दूसरी तरफ खनन पट्टा प्राप्त करने वाले भाजपा के मंडल अध्यक्ष आलोक द्विवेदी ने भी बुधवार को ही प्रेस क्लब में प्रेस वार्ता करते हुए आम आदमी पार्टी के नेता नरेश शर्मा पर प्रत्यारोप लगाते हुए कहां है कि नरेश शर्मा द्वारा खनन किए जाने के एवज में उनसे पैसे की मांग की गई, जबकि उनके द्वारा किया जा रहे खनन की अनुमति उनके पास पहले से मौजूद है जिसके एवज में वे सरकार को रेवेन्यू भी दे रहे हैं। भाजपा नेता नेे नरेश शर्मा को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सरकार को चाहिए कि वह नरेश शर्मा की संपत्ति की जांच करें कि उन पर जो करोड़ों की संपत्ति है वह कहां से आई और साथ ही आलोक द्विवेदी ने नरेश शर्मा की पत्नी की नौकरी पर भी सवाल उठाए उन्होंने कहा की नरेश शर्मा की पत्नी जो कि एक शिक्षिका हैं वह भी फर्जी कागजों के आधार पर नौकरी कर रही हैं खनन एक दिन पूर्व हुई जिला प्रशासन द्वारा कार्यवाही पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि वे जिला प्रशासन से अपनी अनुमति के संबंध में एक बार फिर अपील करेंगे और अनुमति ना मिलने के बाद मजबूरन उन्हें एक बार फिर से कोर्ट की शरण में जाना होगा। आलोक द्विवेदी ने कहां की नरेश शर्मा द्वारा उन से रंगदारी मांगे जाने पर वह पुलिस में भी मामला दर्ज कराने जा रहे हैं। आलोक द्विवेदी ने कहा कि डिमांड पूरी नहीं होने पर आप नेता की ओर से अनर्गल आरोप लगाए जा रहे हैं। उन्होने कहा कि कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद का खनन से कोई लेना देना नहीं है। उन्हें बेवजह बीच में घसीटा जा रहा है। इस संबंध में पुलिस में शिकायत भी दर्ज करायी जाएगी। वही इन आरोपो-प्रत्यरोपों के बीच रवासन नदी में अवैध खनन पर कार्रवाई करने के बाद जिला प्रशासन हरकत में आ गया है। बुधवार शाम को तहसीलदार हरिद्वार शालिनी मौर्या मीठीबेरी रसूलपुर की रवासन नदी खनन स्थल पहुंचीं और मौका मुयायना किया।रवासन नदी में रिवर ट्रेनिंग की आड़ में बड़े स्तर पर अवैध खनन की शिकात प्रशासन को मिली थी। इसके बाद मंगलवार को प्रशासन की टीम ने छह ट्रैक्टर ट्राली और एक जेसीबी को सीज किया था।