29 सरकारी अधिवक्ताओं को महिला एवं बाल अपराधों से जुड़े विषयों पर प्रशिक्षित किया

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सशस्त्र प्रशिक्षण केंद्र हरिद्वार में ब्यूरो ऑफ पुलिस रीसर्च एंड डेवलपमेंट के वित्तीय सहयोग से महिलाओं की सुरक्षा से सम्बंधित प्रशिक्षण कार्यक्रम का आज समापन हुआ। समापन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि एवं वक्ता आर0 के0 श्रीवास्तव अपर सचिव न्याय एवं विधि परामर्शी उत्तराखंड शासन सम्मिलित हुए। बी0पी0आर0 एंड डी0 के इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत अभी तक उत्तराखंड के समस्त जनपदों और विभिन्न इकाइयों से लगभग 55 महिला एवं 51 पुरुष विवेचकों सहित 29 सरकारी अधिवक्ताओं को 05 प्रशिक्षण सत्रों के दौरान प्रशिक्षित किया जा गया है। इस सम्पूर्ण प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य पुलिस के विवेचकों एवं न्यायिक अधिकारियों को महिलाओं तथा बालकों की सुरक्षा के प्रति संवेदनशील करने के साथ-साथ उनसे जुड़े विभिन्न अपराधों की विवेचना एवं न्यायालय में पैरवी को ततपरता और तकनीक दक्षता के साथ करना सिखाना रहा ताकि महिला व बच्चों के प्रति अपराध करने वाला अपराधी किसी भी दशा में सजा से बच न सके और निर्दोष व्यक्ति झूठे आरोपों में फंस न सके। इस 05 दिवसीय सत्र का शुभारंभ 6दिसम्बर को सशस्त्र प्रशिक्षण केंद्र हरिद्वार में किया गया था जिसका आज समापन हुआ। इस प्रशिक्षण सत्र के दौरान इन 29 सरकारी अधिवक्ताओं को महिला एवं बाल अपराधों से जुड़े विभिन्न विषयों जैसेः यौन अपराधों में सम्बंध में लोक अभियोजक की भूमिका एवं उसका महत्व, पीड़ित महिलाध्बालक के साथ व्यवहार, पीड़िता, गवाहों एवं अपराधी के समय बयानों एवं क्रॉस एग्जामिनेशन (जिरह) के समय की जाने वाली सही कार्यवाही एवं सावधानी, अप्राकृतिक मृत्यु के मामलों में साक्ष्यों का ज्ञान, महिलाओं से सम्बंधित साइबर अपराधों में साक्ष्यों का माननीय न्यायालय के समक्ष सुदृढ प्रस्तुतिकरण, मेडिको लीगल साक्ष्यों का प्रस्तुतिकरण, महिला अधिकारों से सम्बंधित विभिन्न संवेधानिक एवं कानूनी प्रावधानों की विस्तृत जानकारी, परपीड़ा शास्त्र, फोरेंसिक साइंस की महत्वपूर्ण जानकारी, महिला एवं बाल अपराधों के अभियोगों से सम्बंधित माननीय उच्चतम एवम विभिन्न उच्च न्यायालयों के ऐतिहासिक निर्णय एवं दिशा-निर्देशों का विश्लेषण, पोक्सो एक्ट एवं चाइल्ड पोर्नोग्राफी के अपराधों से सम्बंधित विभिन्न नियमों,विधियों की जानकारी, महिला एवं बाल अपराधों की पैरवी के दौरान होने वाली त्रुटियां और उनके समाधान के सम्बंध में प्रशिक्षण दिया गया। सरकारी अधिवक्ताओं को इन सभी विषयों पर ज्ञानवर्धक व्याख्यान देने के लिए राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न विशेषज्ञों तथा विद्वानों को प्रशिक्षण सत्र के दौरान आमंत्रित किया गया। इस सम्पूर्ण प्रशिक्षण कार्यक्रम का कुशल संचालन सुरजीत सिंह पंवार, उपप्रधानाचार्य के निर्देशन एवं प्रभारी अंतः कक्ष निरीक्षक संजय चैहान, निरीक्षक श्रीमती भावना कैंथोला,नरेश जखमोला,संदीप नेगी, उ0नि0 मनोज नेगी, उ0नि0 निशांत कुमार, उ0नि0 गुरुप्रीत राणा,राजेन्द्र लखेड़ा, उ0नि0 संजय गौड़, आरक्षी अमित कुमार, आरक्षी मनोज भण्डारी, अनुचर मुनिफ अहमद आदि द्वारा किया गया। सत्र के अंत मे समस्त प्रतिभागी सरकारी अधिवक्ताओं से उनके स्वयँ के व्यवहारिक अनुभवों, पुलिस से उनकी अपेक्षाओं एवं प्रशिक्षण सत्र के सम्बंध में फीड बैक भी प्राप्त किया गया।