“दिल्ली धर्मशाला की कहानी, प्रबंधक की जुबानी”

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*प्रशासन की मिलीभगत से धर्मशाला प्रबंधक परेशान, जान-माल सुरक्षा की गुहार*

हरिद्वार: दिल्ली वाली धर्मशाला में धर्मशाला प्रबंधकों की एक बैठक गोपाल सिंघल की अध्यक्षता में हुई जिसमें धर्मशाला के प्रबंधक श्याम पुरी ने बताया कि धर्मशाला के मालिक ने कुछ लोगों को भेजकर धर्मशाला के कुछ कमरे ध्वस्त करवा दिए है ।उन्होंने बताया कि इन कमरों में लंबे समय से दंडी स्वामी रहते थे जिन्हें धर्मशाला के पूर्ववर्ती मालिकों ने रखा था उनके भोजन आदि की व्यवस्था भी की जाती थी यहां पर एक गौशाला भी थी , अब दंडी स्वामियों के कमरे और गौशाला को अचानक तोड़ दिए जाने से वे सब सर्दी के मौसम में सड़क पर आ गए ।वे कहते हैं कि यहां हरे-भरे फलदार पेड़ हैं उन्हें भी वे काटना चाहते हैं। अब जिन कमरों में वह स्वयं रहते हैं उन्हें भी धर्मशाला के मालिक तोड़ना चाहते हैं जब प्रबंधक श्याम पुरी ने उसका प्रतिरोध किया तो वे लोग धमकाने और गाली गलौज करने लगे। महंत श्याम पुरी का आरोप है कि प्रशासन भी उनके साथ मिला हुआ है वे लोग आकर भी उन्हें धमका रहे हैं एक उच्च प्रशासनिक अफसर पर सीधा आरोप लगा रहे हैं कि उन्हें वह धमकी दे रहा हैं। इस पर बैठक में उपस्थित प्रबंधकों ने उन्हें भरोसा दिलाया कि प्रबंधक के रूप में जो उनके अधिकार बनते हैं उनकी रक्षा की जाएगी और जो भी बिना विधिक प्रक्रिया के जोर जबरदस्ती का प्रयास करेगा उसका विरोध किया जाएगा । इस अवसर परधर्मशाला समिति के अध्यक्ष महेश गौड और गोपाल सिंगल ,विकास तिवारी, राम अवतार , राकेश मिश्रा, अवधेश कुमार , डॉक्टर हर्षवर्धन, सुनील तिवारी ,भीमसेन ,लक्ष्मी दत्त शास्त्री, प्रदीप शर्मा, डॉ श्याम पुरी, गंगाधर पांडे, विनोद शर्मा पत्रकार गुलशन नैय्यर और सुभाष कपिल भी उपस्थित थे।