देहरादून: लगभग 4 माह बाद नगर निगम देहरादून की होने वाली बोर्ड बैठक मे रोजमर्रा के कई मुद्दों को लेकर हंगामे के आसार नजर आ रहे थे, यानि पानी, बिजली, सफाई व्यवस्था, घोटालों पर चुप्पी साधना और अतिक्रमण को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष ने दो-दो हाथ करने की ठान रखी थी, लेकिन इससे पहले निगम की बैठक में कांग्रेस पार्षद द्वारा राज्य आंदोलनकारी शहीद को पत्थरबाज कहने पर जबरदस्त हंगामा हो गया। इतना ही नहीं भाजपा और कांग्रेस के पार्षद आपस में भिड़ गए।
जानकारी के मुताबिक सोमवार को नगर निगम में आयोजित बोर्ड बैठक के दौरान चंदर नगर से कांग्रेस पार्षद मीना बिष्ट ने राज्य आंदोलनकारी शहीद राजेश रावत को पत्थरबाज कह दिया। यह भी कहा कि वह गुंडे थे, जिन्होंने दूसरे के घर पर पत्थर फेंका था। जिसके बाद बैठक में हंगामा हो गया और पार्षद आमने-सामने आ गए। भाजपा पार्षद मीना बिष्ट के विरोध में उतर आए और कांग्रेसी पार्षद बोर्ड बैठक से उठ गए।
इतना ही नहीं आक्रोश में पार्षद मीना बिष्ट ने शहीद राजेश रावत की तुलना आतंकवादी से कर दी। हंगामा बढ़ने के बाद मीना बिष्ट बिना माफी मांगे ही सदन छोड़कर चली गईं। जिसके बाद कांग्रेस के वरिष्ठ पार्षद राजेश परमार ने सदन में माफी मांगी। परमार मोहब्बेवाला के पार्षद हैं।