गुमराह कर पॉली क्लिनिक के लिए भवन किराए पर देने के मामले में मां- बेटे के खिलाफ मुकदमा दर्ज

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धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर पुलिस जांच में जुटी

हरिद्वार। हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण से नक्शा पास होने की बात कहकर चिकित्सक को गुमराह कर पॉली क्लीनिक के लिए भवन किराए पर देने का मामला सामने आया है। हकीकत सामने आने पर चिकित्सक ने भवन स्वामी मां-बेटे के खिलाफ कोतवाली ज्वालापुर में मुकदमा दर्ज कराया है। कोतवाली ज्वालापुर में मुकदमा दर्ज कराते हुए डॉ. सुमंतु विरमानी पुत्र डा.सुरेशचंद विरमानी निवासी मकान संख्या नया हरिद्वार कालोनी ने बताया कि उन्हें मेडिकल सेंटर एवं पॉली क्लीनिक चलाने के लिए जगह चाहिए थी। इस संबंध में उन्होंने उपेंद्रजीत खुराना पत्नी स्व. सरदार हरमिंदर सिंह खुराना पुत्र निजि एचएस खुराना निवासीगण न्यू हरिद्वार कालोनी से संपर्क साधा, जिनका एक भवन चंद्राचार्य चैाक के पास था। ग्राउंड फ्लोर के लिए नौ वर्ष के लिए लीज पर देने की सहमति बन गई, जिसकी रजिस्टर्ड डीड वर्ष 2016 में सब-रजिस्ट्रार कार्यालय की गई। संपत्ति का किराया साठ हजार रुपये प्रतिमाह तय हुआ और तीन माह का किराया सिक्योरिटी के तौर पर अदा किया। आरोप है कि मां बेटे ने भवन का नक्शा एचआरडीए से स्वीकृत होने की बात कही थी। वह जब भी मां-बेटे से स्वीकृत मानचित्र देने की बात कहते थे, वह टाल देते। आरोप है कि पिछले वर्ष जब उन्होंने क्लीनिक के रजिस्ट्रेशन के लिए मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय से प्रोविजनल रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट प्राप्त कर क्लीनिक का स्थायी रजिस्ट्रेशन कराने के लिए आवेदन किया तब मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय ने अग्निशमन विभाग की एनओसी एवं एचआरडीए मानचित्र का स्वीकृत होना अनिवार्य बताया। आरोप है कि उन्हेांने उपेन्द्रजीत खुराना व निजि एचएस खुराना से संपर्क साधा तो बहाना बनाकर मानचित्र उपलब्ध नहीं कराया। उन्होंने जब एचआरडीए से सूचना के अधिकार में एचआरडीए से स्वीकृत मानचित्र की प्रमाणित प्रति प्राप्त की तो सामने आया कि उक्त संपत्ति का नक्शा निरस्त कर दिया गया था। आरोप है कि उसे धोखे में रखकर मां-बेटे प्रतिमाह किराया वसूलते रहे और सिक्योरिटी की रकम भी धोखे से अपने पास रखी। आरोप है कि जब उसने मां-बेटे से संपर्क साधा तो उन्होंने सिक्योरिटी की रकम वापस न लौटाने की बात कहकर झूठे मुकदमे में फंसाकर जेल भिजवा देने की धमकी दी। कोतवाली प्रभारी महेश जोशी के अनुसार मामले मे मां-बेटे के खिलाफ धोखाधड़ी समेत प्रभावी धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।