शनिवार को लाल कोठी से वीआईपी घाट तक होगा किसान पैदल मार्च
हरिद्वार। डाॅ0मनोज कुमार सोही- भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी और कार्यकर्ता 30 जून को देशभर में अग्निपथ योजना का विरोध करेंगे। इसे लेकर जनपद स्तर पर भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता प्रदर्शन कर जिलाधिकारी को ज्ञापन भी देंगे। हरिद्वार स्थित लालकोठी पर आयोजित भारतीय किसान यूनियन के तीन दिवसीय किसान कुंभ सम्मेलन में पहुंचे नरेश टिकैत ने कहा कि अग्निपथ के विरोध में शनिवार को हरिद्वार में लालकोठी से लेकर वीआईपी घाट तक किसान पैदल मार्च कर इस योजना का विरोध कर रहे युवाओं को अपना समर्थन देंगे। उन्होंने किसानों की एकता पर जोर देते हुए सरकार से किसानों के साथ किए गए सभी वादों को पूरा कराए जाने की मांग की। भाकियू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में हरियाणा, राजस्थान और पंजाब में भाकियू के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के पदाधिकारियों और मंडल अध्यक्षों को भी मनोनीत किया गया। जबकि राजपाल शर्मा को भारतीय किसान यूनियन उत्तर प्रदेश का प्रदेश अध्यक्ष चुना गया। वही दूसरी ओर भाकियू के तीन दिवसीय चिंतन शिविर मे पहुचे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने संघ पर तीखा प्रहार करते हुए बड़ा बयान दिया है उन्होंने संघ की तर्ज पर किसानों की भी शाखाएं लगाने की बात कही है। साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा सेना में शुरू की जा रही अग्निपथ योजना का विरोध करते हुए बताया है कि 30 जून को भारतीय किसान यूनियन देश के सभी जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करेगी। भारत सरकार द्वारा सेना में अग्निपथ योजना शुरू करने का चारों ओर विरोध हो रहा है। इसी क्रम में भारतीय किसान यूनियन ने भी भारत सरकार की अग्निपथ योजना का विरोध करते हुए आगामी 30 जून को देश के सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन करेगी। हरिद्वार में भारतीय किसान यूनियन के चिंतन शिविर के दूसरे दिन यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने संघ को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा है कि संघ द्वारा अपनी वार्षिक पत्रिका राष्ट्रदेव में सिसौली वासियों को खाली स्थान का समर्थन बताया है जिसका वह कड़ा विरोध करते हैं और उनकी मांग है कि जिस किसी ने भी इस किताब को लिखा है वह पहले तो वह इस किताब को छाटे और सही बात लिखें ओर ना लिखने पर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए और अगर संघ ऐसा नहीं करता है तो भारतीय किसान यूनियन भी अपनी शाखाएं आयोजित करेगा और अपनी किताबें भी छापेगा, जिसका मतलब यह होगा कि संघ द्वारा आयोजित गांव में जाने वाले लोगों का किसान यूनियन अपनी लाठी से विरोध करेंगे। इससे पूर्व किसान सम्मेलन कार्यक्रम की अध्यक्षता सरदार मनमोहन सिंह और संचालन ओमपाल मलिक ने किया। इस दौरान भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी और संख्या में किसान मौजूद रहे।