वरिष्ठ अधिवक्ता ने पीड़ित को समझाकर मानसिक तनाव खत्म कराया
हरिद्वार। बारात में नहीं ले जाने पर मानहानि होने का आरोप लगाते हुए दोस्त द्वारा दूल्हे को कानूनी नोटिस भेजने का मामला सामने आया है। अधिवक्ता अरूण भदौरिया ने बताया कि देवनगर कनखल निवासी चंद्रशेखर व बहादराबाद निवासी रवि आपस में गहरे दोस्त हैं। 23 जून को रवि की शादी थी। रवि ने चंद्रशेखर के माध्यम से अन्य दोस्तों को कार्ड भिजवाकर बारात में चलने का निमंत्रण दिया। सभी लोग निर्धारित समय पर बारात में जाने के लिए पहुंच गए। लेकिन वहां जाकरत पता चला कि बारात जा चुकी है। इस पर चंद्रशेखर ने रवि को फोन कर बात की तो रवि ने कहा कि वे बारात लेकर निकल चुके हैं और आप लोग वापस चले जाओ। चंद्रशेखर के कहने पर जो लोग बारात में जाने के लिए आए थे। उन सभी ने चंद्रशेखर को खूब खरीखोटी सुनाई और भविष्य में मतलब ना रखने की चेतावनी दी। जिससे उसे अत्यधिक मानसिक प्रताड़ना पहुंची है। चंद्रशेखर ने रवि को फोन कर इसके संबंध में भी बताया कि लेकिन उसने कोई खेद नहीं जताया। एडवोकेट अरूण भदौरिया ने बताया कि चंद्रशेखर जब उनके पास आया तो गहरे मानसिक तनाव में था। उन्हें लगा कि वह कोई गलत कदम ना उठा ले। इसलिए उन्होंने उसे समझाया। उनके काफी समझाने पर वह शांत हुआ। अधिवक्ता अरूण भदौरिया ने बताया कि रवि को तीन दिन के अंदर क्षमा याचना करने और चंद्रशेखर को 50 लाख रूपए दिए जाने के लिए कानूनी नोटिस भेजा गया है। नोटिस के अनुसार कदम नहीं उठाए जाने पर सक्षम न्यायालय में मानहानि का वाद दायर किया जाएगा।