लोग दूध के पैकेट का इस्तेमाल करके कूड़े में डाल देगे, क्या ऐसे होगा तिरंगे का सम्मान?
हरिद्वार। एक ओर जहां आज पूरा देश आजादी का अमृत महोत्त्सव मना रहा है और वही सरकार का हर घर तिरंगा झंडा फहराने का उद्देश्य है। चाहे वो किसी भी माध्यम से ही क्यों न हो। सरकार के हर घर तिरंगा झंडा फहराने की कोशिश को पूरा करने का जिम्मा यूपी के अमूल दूध ने भी लिया है लेकिन ये स्पष्ट नही है कि ये कंपनी यूपी के मुरादाबाद की है या फिर गुड़गांव की। अमूल दूध ने दूध के पैकेट पर भी भारत के राष्ट्र ध्वज का प्रचार प्रसार किया है यह किस हद तक सही है या फिर गलत है यह तो सरकार भली भांति जानती है। लोग दूध के पैकेट का इस्तेमाल करके कूड़े में डाल देंगे। क्या तिरंगे का यही सम्मान होता है। इस संबंध में जब अमूल दूध के उत्तराखंड हेड सकलानी से बात की गई तो उनका कहना था की हम तो कंपनी के मुलाजिम है। बांकी कंपनी का कहना है कि कंपनी ने लोगो लगाया हुआ है। वही दूसरी ओर उत्तराखंड के कुछ अधिकारियों से पूछा गया तो उन्होंने कहा की दूध के पैकेट पर इस तरह से भारतीय ध्वज का चिन्ह लगाना उचित नहीं है ये तो तिरंगे का अपमान है। उन्होंने कहा की इस ध्वज के लोगो का लेकर सबंधित कंपनी पर कानूनी कार्यवाही होनी चाहिए।