नवरात्रों में कन्या पूजन से मां भगवती प्रसन्न होती है
हरिद्वार। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष एवं मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने नवरात्र की नवमी पर कन्याओं का विधि विधान से पूजन किया और देवी स्वरूपा कन्याओं से आशीर्वाद लिया। पूजन के पश्चात कन्याओं को उपहार एवं दक्षिणा भेंट की। शारदीय नवरात्र की रामनवमी पर श्रवण नाथ मठ स्थित गंगा घाट पर कन्या पूजन के दौरान श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि नवरात्रों में कन्या पूजन से मां भगवती प्रसन्न होती है और भक्तों को मनवांछित फल प्रदान करती हैं। श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज ने कहा कि नवरात्रों में बेटा बेटी के बीच भेदभाव की कुरीति को समाप्त करने का संकल्प सभी को लेना चाहिए। बेटियां प्रत्येक क्षेत्र में बढ़-चढ़कर देश का नाम रोशन कर रही है। जो भारत के लिए गर्व की बात है। उन्होनंे कहा कि मठ मंदिर अखाड़े अपनी परंपरा के अनुसार भारत की आध्यात्मिक चेतना को एक सूत्र में बांधते आए हैं। प्रत्येक व्यक्ति में सनातन परंपरा को जागृत करना संत समाज का उद्देश्य है। भारत के पुनर्जागरण एवं आध्यात्मिक उत्थान में संत महापुरुषों का बहुत अहम योगदान है। इसी वजह से भारत पूरे विश्व में एक अलग स्थान रखता है। नवरात्रि पर्व दुर्गा पूजा के साथ अपने उत्कर्ष को प्राप्त होती है। इस दिन किया गया कन्या पूजन सहस्त्र गुना पुण्य फलदाई होता है जो कभी निष्फल नहीं जाता। व्यक्ति को अलौकिक ऊर्जा के साथ सुख समृद्धि की भी प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि रामनवमी के इस पावन पर्व पर सभी को एक आदर्श पूर्ण जीवन व्यतीत करने का संकल्प लेना चाहिए। मर्यादा, करूणा, सौम्यता, दया और विनम्रता के अवतार भगवान राम शक्ति को लोकहित में प्रयोग करना ही अपना धर्म मानते थे और उनके नाम में इतनी उर्जा और चेतना है कि पत्थर भी पानी में तैरने लगते हैं। कन्या पूजन से पूर्व गंगा पूजन किया गया। पूजन के दौरान महंत रविपुरी, स्वामी मधुरवन, मुख्तियार रघुबन, आशुतोष गिरी, दिगंबर विनोद गिरी, संदीप अग्रवाल, सुंदर राठौर, प्रतीक सूरी आदि उपस्थित रहे।